बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर विपक्षी महागठबंधन में सीट बंटवारे पर आज अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस अहम बैठक के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रविवार देर शाम दिल्ली रवाना हो गए हैं। माना जा रहा है कि यहां कांग्रेस नेतृत्व और वाम दलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ महागठबंधन की अंतिम रूपरेखा तय की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के प्रमुख घटक — राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, वाम दल (CPI, CPM, CPI-ML) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) — के बीच सीट वितरण पर सहमति लगभग बन चुकी है। आरजेडी को लगभग 130 सीटें, कांग्रेस को 55, जबकि तीनों वाम दलों को मिलाकर करीब 25 सीटें मिलने की संभावना है। शेष सीटों पर छोटी सहयोगी पार्टियों को समायोजित किया जाएगा।
दिल्ली में होने वाली बैठक में रणनीति यह तय की जाएगी कि किन सीटों पर गठबंधन मिलकर प्रचार करेगा और किन इलाकों में क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार बदले जा सकते हैं। तेजस्वी यादव ने रवाना होने से पहले कहा, “महागठबंधन पूरी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरेगा। जनता बदलाव चाहती है और हम उसके भरोसे पर खरे उतरेंगे।”
कांग्रेस की ओर से दिल्ली बैठक में वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल शामिल हो सकते हैं। वहीं, वाम दलों की तरफ से डी. राजा और सुरेश मेहता को बातचीत में बुलाया गया है। राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि आज की बैठक के बाद सीट बंटवारे की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
जानकारों के अनुसार, महागठबंधन इस बार जातीय समीकरणों और युवा वोटरों को प्राथमिकता दे रहा है। तेजस्वी यादव खुद राज्यभर में जनसभाओं के जरिए बेरोजगारी, महंगाई और कानून व्यवस्था के मुद्दे को प्रमुखता से उठा रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि अगर महागठबंधन के दल एकजुट रहकर चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो यह एनडीए के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकता है। आज की बैठक न केवल सीट बंटवारे का फैसला करेगी, बल्कि यह तय करेगी कि बिहार की राजनीति में विपक्ष किस स्वरूप में सामने आएगा।