रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध एक बार फिर उग्र होता दिखाई दे रहा है। ताज़ा घटनाक्रम में रूस ने बीते 24 घंटों के भीतर यूक्रेन पर अब तक के सबसे बड़े समन्वित हमलों में से एक को अंजाम दिया है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने 500 से अधिक ड्रोन और करीब 48 मिसाइलें दागकर कई शहरों को निशाना बनाया, जिससे देश के कई हिस्सों में भीषण तबाही मच गई।
यूक्रेनी वायुसेना ने दावा किया कि रूस ने इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलें इसलिए दागीं ताकि एयर डिफेंस सिस्टम को भ्रमित किया जा सके। हमले के दौरान कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों, ऊर्जा संयंत्रों, संचार केंद्रों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया। राजधानी कीव, खार्किव, ओडेसा, ड्नीप्रो और ल्वीव के आसपास धमाकों से रात भर आसमान दहकता रहा।
कीव प्रशासन ने बताया कि शहर के ऊपर आने वाले ड्रोन झुंडों को गिराने के लिए एयर डिफेंस को लगातार सक्रिय रहना पड़ा। कई ड्रोन को मार गिराया गया, लेकिन कुछ हमले सफल रहे, जिनसे बिजली वितरण लाइनों और जल आपूर्ति ढांचे को नुकसान पहुंचा। खार्किव और ओडेसा में भी ऊर्जा ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिसके चलते कई क्षेत्रों में लंबे समय तक बिजली कटौती हुई।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस पर “युद्ध को नए स्तर पर ले जाने” का आरोप लगाते हुए कहा कि ये हमले नागरिकों को आतंकित करने के उद्देश्य से किए गए हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि यूक्रेन को उन्नत वायु-रक्षा प्रणालियाँ और अतिरिक्त सैन्य सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जाए।
दूसरी ओर, रूस ने दावा किया कि उसके हमले “सैन्य ढांचों और हथियार भंडारों” को निशाना बनाने के लिए थे। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं को सीमित करने के लिए यह “विशेष अभियान” का हिस्सा है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक मानते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग रूस की रणनीति में मौसमी बदलाव की ओर इशारा करता है। सर्दियों में ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाकर रूस यूक्रेन को दबाव में लाने की कोशिश करता रहा है, और यह हमला उसी नीति का विस्तार हो सकता है।
हमलों में कई नागरिकों के घायल होने की खबरें भी सामने आई हैं, हालांकि आधिकारिक आंकड़ों की पुष्टि अभी बाकी है। यूक्रेन के गृह मंत्रालय ने कहा कि बचाव टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में मलबा हटाने और आपूर्ति बहाल करने में जुटी हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर हमला युद्ध के अगले चरण का संकेत हो सकता है। रूस की ओर से ड्रोन और मिसाइलों का एक साथ उपयोग यह दर्शाता है कि वह यूक्रेन की वायु-रक्षा प्रणाली की सीमाओं की जांच कर रहा है। आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है, क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के बजाय और बढ़ता दिखाई दे रहा है।
इस ताज़ा हमले ने युद्ध को फिर से अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि संघर्ष अभी भी अपने सबसे खतरनाक दौर में है।