दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सर्दी ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में तापमान में आई तेज गिरावट ने आम लोगों को ठिठुरन महसूस करवाना शुरू कर दिया है। सुबह-शाम की ठंड अब हल्की नहीं रही, बल्कि न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे पहुंचने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी भारत की ओर तेजी से बह रही ठंडी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की आशंका है।
राजधानी दिल्ली में बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के करीब दर्ज किया गया, जो सीजन का सबसे कम तापमान माना जा रहा है। हवा की रफ्तार भी 15–20 किमी प्रति घंटा के बीच बनी हुई है, जिससे ठिठुरन और बढ़ गई है। नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ और प्रयागराज सहित यूपी के कई शहरों में सुबह कोहरा और धुंध की परत साफ दिखाई देने लगी है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर के पहले हफ्ते में कोल्ड वेव की स्थिति भी बन सकती है।
उधर, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में शीतलहर की बर्फीली दस्तक पहले ही महसूस की जा रही है। गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग का तापमान माइनस में पहुंच चुका है, जबकि शिमला, कुल्लू और मनाली में भी सर्दी लगातार कड़ी होती जा रही है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद रास्तों पर फिसलन बढ़ गई है और स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। कई इलाकों में पारा सामान्य से 4–5 डिग्री कम दर्ज हो रहा है।
इसी तरह, राजस्थान में इस बार ठंड के साथ बारिश का दोहरा असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, सीकर, झुंझुनू, नागौर और जयपुर के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों के भीतर भारी बारिश होने की संभावना है। अचानक नमी बढ़ने और बादलों की मौजूदगी के कारण दिन का तापमान तेजी से घटेगा और शाम से रात के बीच कड़ाके की ठंड महसूस होगी। किसानों को फसल सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर, उत्तर भारत का बड़ा हिस्सा इस समय मौसम में तेजी से आते बदलाव का सामना कर रहा है। दिल्ली-यूपी में गलन, कश्मीर-हिमाचल में बर्फीली ठंड और राजस्थान में बारिश के अलर्ट ने सर्दी का असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान और नीचे जाने की पूरी संभावना है।