गोवा के बहुचर्चित अग्निकांड मामले में बड़ी कार्रवाई सामने आई है। इस हादसे में 25 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार माने जा रहे लूथरा ब्रदर्स को आज भारत लाया जाएगा। जांच एजेंसियों के अनुसार, दोनों आरोपियों को दिल्ली लाकर पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उनसे संबंधित कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इस घटनाक्रम को पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
लूथरा ब्रदर्स को 11 दिसंबर को थाईलैंड में गिरफ्तार किया गया था। भारतीय एजेंसियों की सूचना पर वहां की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दोनों को हिरासत में लिया। आरोप है कि गोवा में जिस व्यावसायिक परिसर में आग लगी थी, उसके संचालन में गंभीर लापरवाही बरती गई। अग्नि सुरक्षा मानकों की अनदेखी, अवैध निर्माण और सुरक्षा उपकरणों की कमी को इस भयावह हादसे की प्रमुख वजह बताया गया है।
जांच में सामने आया है कि घटना के वक्त इमारत में क्षमता से कहीं अधिक लोग मौजूद थे। आपातकालीन निकास मार्ग अवरुद्ध थे और फायर सेफ्टी सिस्टम काम नहीं कर रहा था। आग लगने के बाद धुआं तेजी से फैला, जिससे अधिकांश लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और गोवा सरकार पर भी कड़े सवाल खड़े हुए थे।
भारत लाए जाने के बाद लूथरा ब्रदर्स से प्रवर्तन एजेंसियां और पुलिस विस्तृत पूछताछ करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, उनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या, आपराधिक लापरवाही, सुरक्षा नियमों के उल्लंघन और साक्ष्य छिपाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कोर्ट में पेशी के दौरान जांच एजेंसियां उनकी रिमांड की मांग कर सकती हैं, ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके और अन्य संभावित जिम्मेदारों की भूमिका भी उजागर हो सके।
पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें अब भी इंसाफ का इंतजार है। उनका आरोप है कि हादसे के बाद कई प्रभावशाली लोगों ने मामले को दबाने की कोशिश की। ऐसे में आरोपियों की गिरफ्तारी और भारत प्रत्यर्पण को वे न्याय की उम्मीद के रूप में देख रहे हैं।
यह मामला एक बार फिर देश में सार्वजनिक स्थलों की अग्नि सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते नियमों का सख्ती से पालन कराया जाता, तो इतनी बड़ी त्रासदी टाली जा सकती थी। अब देखना होगा कि अदालत की प्रक्रिया और जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है।