दुनिया की राजनीति में साल 2025 के आख़िरी दिनों में एक बार फिर तीखी बयानबाज़ी देखने को मिली है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आधिकारिक आवास के आसपास कथित ‘हमले’ की खबरों के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद कड़ा रुख अपनाया है। 31 दिसंबर 2025 को ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं बेहद ग़ुस्से में हूं,” और इस घटना को वैश्विक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बताया।
हालांकि रूस की ओर से इस घटना को लेकर पूरी जानकारी साझा नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन के निवास क्षेत्र के पास ड्रोन या मिसाइल जैसी किसी गतिविधि का पता चला था। रूस ने इसे सुरक्षा उल्लंघन की श्रेणी में रखते हुए कड़ी चेतावनी जारी की है। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में तनाव को और बढ़ा दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष के आवास को निशाना बनाना बेहद खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना कदम है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह की घटनाएं दुनिया को एक बड़े संघर्ष की ओर धकेल सकती हैं। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि अगर अमेरिका सत्ता में होता, तो ऐसी स्थिति को संभालने के लिए कहीं ज्यादा सख्त और निर्णायक कदम उठाए जाते।
ट्रंप की प्रतिक्रिया केवल गुस्से तक सीमित नहीं रही। उन्होंने मौजूदा वैश्विक नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि कमजोर कूटनीति के चलते दुनिया अस्थिरता के दौर में प्रवेश कर चुकी है। उनके मुताबिक, रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में चल रहे संघर्षों के बीच इस तरह की घटनाएं आग में घी डालने जैसा काम कर रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान केवल सुरक्षा चिंता नहीं, बल्कि आगामी अमेरिकी चुनावों की रणनीति का भी हिस्सा हो सकता है। ट्रंप लंबे समय से यह दावा करते रहे हैं कि उनके कार्यकाल में रूस और अमेरिका के संबंध अपेक्षाकृत स्थिर थे। ऐसे में पुतिन से जुड़ी किसी भी बड़ी घटना पर उनकी तीखी प्रतिक्रिया राजनीतिक संदेश भी देती है।
रूस की ओर से कहा गया है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की ढील नहीं बरतेगा। क्रेमलिन ने संकेत दिए हैं कि इस घटना की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि हमले के पीछे कौन था और इसका उद्देश्य क्या था।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस घटनाक्रम पर चिंता जताई है। कई देशों ने संयम बरतने और संवाद के जरिए स्थिति को संभालने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र से लेकर यूरोपीय संघ तक, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में रूस और पश्चिमी देशों के रिश्ते किस दिशा में जाते हैं।
कुल मिलाकर, पुतिन के आवास के पास कथित हमले और उस पर ट्रंप की गुस्से भरी प्रतिक्रिया ने साल के अंत में वैश्विक राजनीति को और गर्मा दिया है। यह घटनाक्रम आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है।