नई दिल्ली, 2 जून 2025: पाकिस्तान द्वारा लगातार हो रहे सीमा उल्लंघन और आतंकी गतिविधियों के बीच भारत का सर्वदलीय शिष्टमंडल विदेश यात्रा पूरी कर स्वदेश लौट आया है। अब यह प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर विदेश में की गई कूटनीतिक पहल की जानकारी देगा।
इस शिष्टमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता शामिल थे, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष मजबूती से रखा। प्रतिनिधियों ने अमेरिका, फ्रांस, रूस और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों से मुलाकात कर पाकिस्तान की हरकतों का खुलासा किया और आतंकवाद के मुद्दे को विश्व पटल पर प्रमुखता से उठाया।
पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बेनकाब करने की रणनीति
भारत की रणनीति साफ है—सीमा पार से जारी आतंकवाद को केवल सैन्य बल से नहीं, बल्कि वैश्विक कूटनीति के ज़रिए भी रोका जाएगा। सर्वदलीय शिष्टमंडल की कोशिश रही कि पाकिस्तान के झूठ और दुष्प्रचार के खिलाफ एकजुट होकर भारत की विश्वसनीयता को मजबूत किया जाए।
इस प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न देशों से अनुरोध किया कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाएं ताकि आतंकवादी गुटों को समर्थन देना बंद हो। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि भारत किसी भी साजिश का कड़ा जवाब देने को तैयार है।
राजनीतिक एकजुटता का संदेश
इस पहल की खास बात यह रही कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने एक स्वर में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार का समर्थन किया। विपक्ष और सत्तापक्ष के प्रतिनिधियों ने साझा बयान जारी कर कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत की नीति ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की होनी चाहिए और इसमें किसी तरह की राजनीतिक भिन्नता नहीं होनी चाहिए।
अब अगला कदम
अब यह शिष्टमंडल पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से विस्तृत बैठक करेगा। माना जा रहा है कि इसमें आगे की कूटनीतिक रणनीति पर चर्चा की जाएगी और भारत की विदेश नीति को और अधिक आक्रामक व निर्णायक बनाया जाएगा।