उत्तर-पश्चिम भारत में जून 2025 के तीसरे सप्ताह के दौरान सामान्य से 102 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो इस क्षेत्र के लिए एक असामान्य स्थिति मानी जा रही है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे इलाकों में मूसलाधार बारिश देखने को मिली है। इसके बावजूद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली अब तक मॉनसून की आधिकारिक एंट्री का इंतजार कर रही है, जिससे यहां की गर्मी और उमस से परेशान लोग राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस सप्ताह उत्तर-पश्चिम भारत में औसत वर्षा सामान्य से कहीं अधिक रही है, लेकिन मॉनसून की लहरें अभी तक दिल्ली के दरवाज़े तक नहीं पहुंची हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की उत्तरी सीमा (Northern Limit of Monsoon) फिलहाल राजस्थान और मध्य प्रदेश में अटकी हुई है, और दिल्ली में इसकी आगामी 3-4 दिनों में प्रवेश की संभावना जताई जा रही है।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जिससे आमजन को भारी गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रही नमी और गरज के साथ हल्की बौछारें भले ही मॉनसून के संकेत दे रही हैं, लेकिन IMD की घोषणा के बिना मॉनसून की एंट्री मानी नहीं जा सकती।
इस देरी का कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठने वाली हवाओं की दिशा और दबाव प्रणाली में संतुलन की कमी है। इसके चलते मॉनसून की गति धीमी हो गई है। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि एक बार दिल्ली में मॉनसून प्रवेश कर गया तो उसके बाद उत्तर भारत के बाकी हिस्सों में भी वर्षा तेज़ी से फैलेगी।
दिल्लीवालों को अब भी कुछ और दिन गर्मी और उमस के बीच इंतजार करना होगा, लेकिन अच्छी बात यह है कि आने वाले हफ्ते में झमाझम बारिश की संभावना प्रबल बनी हुई है।