मॉनसून की भीषण बारिश ने हिमाचल प्रदेश में जलभराव व भूस्खलन की स्थितियाँ उत्पन्न कर दी हैं। राज्य में सोमवार (7 जुलाई 2025) तक तीन दिन तक भारी بارिश की चेतावनी है, जिसके मद्देनजर मौसम विभाग ने कई जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
आखिरी अपडेट तक 261 सड़कें बंद पाई गई हैं, जिनमें से 186 मन्दी ज़िले में ही हैं। इसके अलावा, अधिकांश बिजली वितरण नेटवर्क और जलपेय परियोजनालक्षित प्रभावित हुए। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (SEOC) के अनुसार, अब तक 599 ट्रांसफोर्मर डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफार्मर (DTR) और 797 जल आपूर्ति योजनाएं व्यावधान का सामना कर चुकी हैं ।
मौसम विज्ञान विभाग (MeT) ने मण्डी, कांगड़ा और सिरमौर जिलों के लिए बहुत भारी बारिश (115 से 204 मिमी) या उससे अधिक के लिए ‘रेड अलर्ट’ घोषित किया है, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, सोलन, शिमला और कुल्लू जिलों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी हो चुका है ।
बारिश ने भारी तबाही मचाई है: मिनिमम 63 से 69 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 से 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं । मण्डी में घटित 10 क्लाउडबर्स्ट, तीन फ्लैश फ्लड और एक भूस्खलन ने कई संरचनाओं को तहस‑नहस कर दिया—150 से अधिक घर, 106 पशुशालाएं और 14 पुल क्षतिग्रस्त हुए । वहीं, सिमला के लिंडी धार गाँव में एक और भूस्खलन की घटना सामने आई ।
आस्था और राहत कार्य तेज हो चुके हैं। राज्य व केंद्र सरकार के कई विभाग—राजस्व, लोक निर्माण, विद्युत वितरण और पथ निर्माण—कार्य में जुटे हैं। NDRF व SDRF की टीमों ने बचाव अभियान जारी रखा है जबकि कई इलाकों में हेलीकॉप्टर से भोजन व राहत सामग्री पहुँचाई गई है । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने प्रभावितों के पुनर्वास के लिए भूमि आबंटन की बात कही है ।
जानिए दिन‑विशेष की साफ दिशा:
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7 से 9 जुलाई तक मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी रखा है, जिसमें कई क्षेत्रों में फ्लैश फ्लड व स्थानीय भूस्खलन का खतरा बना रहेगा ।
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मौसम विभाग स्थानीय लोगों को नदी, नालों से दूर रहने और कमजोर संरचनाओं के आसपास ना जाने की सलाह दे रहा है।
इस आपदा की मृत्युदर, मौजूदा संरचनात्मक नुकसान, और राहत‑बचाव की रणनीतियाँ अभी बढ़ी हुई जाँच के अधीन हैं। नक्शों में इंगित प्रभावित इलाकों में सतर्कता बरतते हुए सरकार तथा प्रशासन की प्राथमिकता बचाव और पुनर्निर्माण कार्य पर बनी हुई है।
🛡️ उपयोगी सुझाव:
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स्थानीय प्रशासन और मौसम अपडेट लगातार फॉलो करें।
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प्राकृतिक आपदा क्षेत्र (नदी, पहाड़ी-ढलान) से दूर रहें।
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सुरक्षित जगहों पर रहने को प्राथमिकता दें।
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आपातकालीन संपर्क (SDRF/NDRF/राज्य आपदा प्रबंधन) तैयार रखें।
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- दिल्ली-एनसीआर में आज भारी बारिश
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दिल्ली–एनसीआर में आज यानि 6 जुलाई 2025 को मॉनसून गतिविधियों की मजबूती के चलते हल्की से मध्यम बारिश और सुबह-शाम तूफानी रुकावटें देखने को मिल रही हैं । मौसम विभाग ने पूरे दिन सामान्य रूप से बादल छाए रहने और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है ।
🌤 तापमान और मौसम की स्थिति:
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अधिकतम तापमान लगभग 34–36 °C रहेगा, जबकि न्यूनतम 26–28 °C के बीच रहेगा ।
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ब्लॉग रिपोर्ट के अनुसार, सुबह से ही बारिश शुरू हो चुकी है और दोपहर से शाम तक तेज बारिश की गतिविधियाँ सक्रिय हो सकती हैं ।
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हवा की गति 10–15 कि.मी/घंटा तक बनी रहेगी, जिससे वातावरण में ठंडक के साथ उमस भी बनी रहेगी ।
🔔 सावधानियाँ और सुझाव:
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बारिश या तूफान के दौरान बाहर निकलते समय यात्रा में देरी या जलभराव की संभावना: खासकर सुबह और दोपहर के दौरान सावधानी बरतें।
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बिजली गिरने व चमक-भीषण की संभावना को देखते हुए खुली जगहों पर नहीं रुकें।
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वाहन उपयोगकर्ता: तेज बारिश के समय सड़कें फिसलन से भरी हो सकती हैं—धीरे चलें।
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घर पर रहते समय खिड़कियाँ और निकासी व्यवस्था बंद रखें, ताकि पानी अंदर न आए।
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आगामी 7 और 8 जुलाई को भी मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जिसमें कहीं-कहीं तूफानी रुकावटें भी हो सकती हैं ।
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तापमान में थोड़ी गिरावट होगी, जिससे गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।