प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 6 जुलाई 2025 को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील पहुंचे। यह बहुप्रतीक्षित सम्मेलन रियो डी जेनेरियो में आयोजित हो रहा है, जिसमें ब्रिक्स सदस्य राष्ट्र—ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका—विकासशील देशों के सामने मौजूद वैश्विक आर्थिक और रणनीतिक चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे।
ब्राजील पहुंचने पर पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उनके इस दौरे को भारत की ‘वैश्विक दक्षिण’ (Global South) के देशों के साथ मजबूत भागीदारी की दिशा में एक और कदम माना जा रहा है। इस वर्ष शिखर सम्मेलन की थीम "वैश्विक समावेशिता और सतत विकास के लिए साझेदारी" रखी गई है। प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन के दौरान भारत की तरफ से बहुपक्षीय सहयोग, वैश्विक आर्थिक सुधार, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद विरोध, खाद्य एवं डिजिटल समावेशन जैसे अहम मुद्दों पर भारत का पक्ष मजबूती से रखेंगे।
शिखर सम्मेलन के इतर पीएम मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। दोनों नेताओं के बीच व्यापार, कृषि, रक्षा सहयोग, स्वच्छ ऊर्जा और तकनीकी नवाचार के क्षेत्रों में साझेदारी को लेकर चर्चा होने की संभावना है। भारत और ब्राजील दोनों ही जी20 और ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सक्रिय साझेदार रहे हैं, और इस मुलाकात से आपसी सहयोग को नई दिशा मिल सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स बिजनेस फोरम को भी संबोधित करेंगे, जिसमें वे भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था, निवेश अवसरों और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे कार्यक्रमों की जानकारी साझा करेंगे। इसके साथ ही, वे अन्य सदस्य देशों के नेताओं के साथ व्यक्तिगत मुलाकात कर वैश्विक राजनीतिक संतुलन और भू-आर्थिक संरचनाओं को लेकर संवाद करेंगे।
ब्रिक्स अब केवल आर्थिक मंच नहीं रह गया, बल्कि यह भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम बनता जा रहा है। ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की वैश्विक भूमिका को और मजबूती देने वाली है।