देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून ने एक बार फिर रौद्र रूप धारण कर लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 72 घंटों के लिए अति भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए कई राज्यों को रेड अलर्ट पर रखा है। इस दौरान नदियों का जलस्तर बढ़ने, भूस्खलन और शहरी जलभराव जैसी आपदाओं की आशंका जताई गई है।
किन राज्यों में अलर्ट?
मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अगले तीन दिनों तक मूसलाधार बारिश हो सकती है। मुंबई, पुणे, और कोकण क्षेत्र में विशेष रूप से अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वोत्तर भारत और हिमालयी क्षेत्रों में भी भारी वर्षा की संभावना जताई गई है, जिससे यात्रियों और स्थानीय प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
भूस्खलन और बाढ़ का खतरा
पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार वर्षा से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ मार्ग पहले से ही बंद हैं और यात्रा प्रभावित हो रही है। नदी किनारे और निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
ट्रैफिक और जनजीवन पर असर
शहरी इलाकों में जलभराव की समस्या ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियाँ घोषित की जा सकती हैं, और ट्रेनों व उड़ानों के संचालन में भी व्यवधान की संभावना है। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम से जुड़े अपडेट पर नज़र बनाए रखने की अपील की है।
IMD की चेतावनी और सुझाव
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों तक स्थिति अत्यंत संवेदनशील बनी रह सकती है। बिजली गिरने, तेज हवाएं चलने और तेज वर्षा के चलते मोबाइल टावर, पेड़ और खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है। किसान समुदाय को भी सतर्क रहने को कहा गया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां फसलें कटने या बोने की प्रक्रिया जारी है।
अगले 72 घंटे सावधानी बरतने के हैं। भारी बारिश के इस दौर में प्रशासन और नागरिकों दोनों की जिम्मेदारी है कि समय रहते सतर्क रहें और ज़रूरी कदम उठाएं ताकि जान-माल की क्षति को न्यूनतम किया जा सके।