अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों और टैरिफ की धमकी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को काशी से सटीक जवाब दिया। काशी विश्वनाथ धाम के दौरे के दौरान एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "भारत की सरकार वही करेगी, जो भारत के हित में होगा। किसी के दबाव में न पहले झुके हैं, न अब झुकेंगे।"
हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया था कि यदि वे फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बने तो भारत जैसे देशों पर 25% तक आयात शुल्क लगाया जाएगा क्योंकि भारत रूस से तेल और हथियार खरीद रहा है। इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने न सिर्फ ट्रंप की टिप्पणी को दरकिनार किया, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और स्वतंत्र विदेश नीति की मजबूती को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारा देश अब वैश्विक मंच पर आत्मविश्वास के साथ खड़ा है। भारत किसी के प्रभाव में आकर नीति नहीं बनाता, बल्कि अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देता है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि वैश्विक दबावों के बावजूद भारत ने अपने निर्णयों में स्थिरता और संप्रभुता को प्राथमिकता दी है।
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की ऊर्जा नीति और रणनीतिक साझेदारियों का जिक्र करते हुए बताया कि भारत के पास बहु-विकल्पीय ऊर्जा स्रोत हैं और वह विविध देशों के साथ संतुलित संबंध बनाए रखता है।
विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी का यह बयान केवल ट्रंप को जवाब भर नहीं, बल्कि आने वाले समय में भारत की विदेश नीति की दिशा भी स्पष्ट करता है।
इस बीच अमेरिकी विदेश विभाग ने ट्रंप के बयान से दूरी बनाते हुए कहा है कि वह भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के पक्ष में है।