भारत में मॉनसून फिर अपना रौद्र रूप दिखाने वाला है। 8 से 14 अगस्त 2025 के बीच कई राज्यों में भारी से बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान मानसून की रफ्तार तेज होगी, जिससे कहीं जल जमाव और कहीं भूस्खलन जैसी आपदाएँ हो सकती हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बारिश और आपदा की संभावना बनी हुई है। इनमें से कुछ इलाकों में रेड अलर्ट घोषित है—खासतौर पर 8, 10, 11, 13 एवं 14 अगस्त को अत्यधिक बारिश हो सकती है । वास्तविकता में, पहाड़ी क्षेत्रों में इस वर्ष मॉनसून ने पहले ही कहर मचाया है—उदाहरण के लिए उत्तरकाशी के धराली गांव में क्लाउडबर्स्ट के कारण तबाही फैली, जिसमें कई लोग लापता हैं और बचाव अभियान जारी है ।
पूर्वोत्तर भारत—जैसे असम, मेघालय, आंध्र प्रदेश के पहाड़ी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा—इन राज्यों में 8 से 10 अगस्त के बीच भारी बारिश की संभावना जताई गई है। 11 और 12 अगस्त में हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बारिश तीव्र हो सकती है, जबकि 13 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में भी भारी वर्षा के आसार हैं।
उत्तर प्रदेश में 8 अगस्त को भारी बारिश के साथ-साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज हवायें चलने की चेतावनी दी गई है। 35 से अधिक जिलों—जैसे गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ—में येलो अलर्ट घोषित किया गया है । पूर्वी उत्तर प्रदेश में 9 अगस्त को 21 सेमी से अधिक बारिश की आशंका जताई गई है।
दक्षिण और पूर्व-मध्य भारत में भी बारिश की गतिविधियाँ बढ़ने की संभावना है। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और रायलसीमा के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा में भी मानसून सक्रिय रहेगा ।
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मॉनसून रफ्तार पकड़ रहा है — 8–14 अगस्त के बीच भारी बारिश और हाई अलर्ट लागू।
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पहाड़ी क्षेत्र (उत्तराखंड, हिमाचल) और पूर्वोत्तर-पूर्वी भारत (असम, बिहार, ओडिशा, झारखंड) सबसे अधिक प्रभावित।
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उत्तर प्रदेश में येलो अलर्ट और तेज हवाओं की चेतावनी; पूर्वी यूपी में अत्यधिक बारिश की संभावना।
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दक्षिण एवं मध्य भारत (तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, मध्य प्रदेश आदि) में भी बारिश सक्रिय।