पिछले 24 घंटों में कोई नई आबादी प्रभावित नहीं हुई, कोई मौत नहीं हुई: हरदीप सिंह मुंडियां
बारिश घटने से प्रदेश को बाढ़ से कुछ राहत मिली
बाढ़ से 46 और गांव हुये प्रभावित
21,929 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया
196 राहत कैंप स्थापित, 7108 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया
अब तक 1.72 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा
चंडीगढ़, 5 सितंबर: पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री हरदीप सिंह मुंडियां ने आज बताया कि पंजाब और ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश कम होने के कारण प्रदेश को बाढ़ से कुछ राहत मिली है। उन्होंने कहा कि जिलों से मिली रिपोर्टों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रभावित आबादी में कोई वृद्धि नहीं हुई, हालांकि कुछ क्षेत्रों में खेती योग्य भूमि प्रभावित हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान किसी जान-माल की हानि की खबर नहीं है।
इस संबंध में और जानकारी साझा करते हुए राजस्व मंत्री ने बताया कि पंजाब भर में बाढ़ प्रभावित इलाकों से 21,929 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अब तक गुरदासपुर के (5581) व्यक्ति, फिरोजपुर (3840), फाजिल्का (3953), अमृतसर (2734), पठानकोट (1139), होशियारपुर (1615), कपूरथला (1428), जालंधर (511), बरनाला (539), मानसा (178), मोगा (145), रूपनगर (245) और तरन तारन के (21) व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में 196 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं, जिनमें 7108 प्रभावित लोगों को ठहराया गया है, जिनमें सबसे अधिक फाजिल्का के सबसे व्यक्ति (2548), होशियारपुर (1041), फिरोजपुर (776), पठानकोट (693), जालंधर (511), बरनाला (539), अमृतसर (371), रूपनगर (245), मोगा (145), मानसा (89), संगरूर (80), कपूरथला (57) और गुरदासपुर के (13) व्यक्ति शामिल हैं।
राजस्व मंत्री ने बताया कि पिछले 24 घंटों में और 504.16 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि फाजिल्का जिले में 286.5 हेक्टेयर क्षेत्र के बढऩे से कुल 18,072 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसी प्रकार कपूरथला जिले में 10.09 हेक्टेयर क्षेत्र के बढऩे से कुल 17,817 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। लुधियाना में 20 हेक्टेयर क्षेत्र के बढऩे से कुल 52 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जबकि पटियाला में 208 हेक्टेयर क्षेत्र के बढऩे से कुल 808 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। अब तक कुल 18 जिलों में 1.72 लाख हेक्टेयर खेती योग्य भूमि को नुकसान पहुंचा है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हालांकि पिछले 24 घंटों में 46 और गांव और 117 लोग प्रभावित हुए हैं, लेकिन इस दौरान किसी मानव जीवन की हानि नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि 1 अगस्त से 4 सितंबर, 2025 तक प्रदेश के 14 जिलों में 43 मौतें हो चुकी हैं।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 24 घंटों में पटियाला के 20 और गांव, लुधियाना के 12, जालंधर के 10, फाजिल्का के 2 और होशियारपुर व कपूरथला का 1-1 गांव प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक 22 जिलों के 1948 गांव प्रभावित हुए हैं और 117 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जिससे कुल संख्या 3,84,322 हो गई है।
उन्होंने बताया कि एन.डी.आर.एफ. की कुल 24 टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, जिनमें अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और रूपनगर में 2-2, फाजिल्का और गुरदासपुर में 4-4, फिरोजपुर और पटियाला में 3-3, होशियारपुर और पठानकोट में 1-1 टीम तैनात है। इसी तरह कपूरथला में एस.डी.आर.एफ. की 2 टीमें सक्रिय हैं। उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना, नौसेना और वायुसेना की 24 टीमों को भी तैनात किया गया है, जबकि भारतीय वायुसेना और सेना के लगभग 35 हेलीकॉप्टर हवाई सहायता प्रदान कर रहे हैं। बी.एस.एफ. ने भी फिरोजपुर में राहत कार्य लगातार जारी रखे हुए हैं। इसके अतिरिक्त 144 नावें और एक सरकारी हेलीकॉप्टर राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
------
मोहिंद्र भगत द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन के वेतन का योगदान करने वाले पैस्को के कर्मचारियों की सराहना
चंडीगढ़, 5 सितंबर: पंजाब के बाढ़ प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए पंजाब एक्स-सर्विसमेन कॉरपोरेशन (पैस्को) के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 लाख रुपए का योगदान दिया है। यह राशि उन्होंने स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन दान करके दी है।
रक्षा सेवाएं कल्याण मंत्री श्री मोहिंद्र भगत ने पैस्को कर्मचारियों के इस कदम की सराहना करते हुए कहा: "पूर्व सैनिक संकट की घड़ी में हमेशा डटे रहते हैं। यह योगदान उनकी सक्रिय सेवा के अलावा समाज की सेवा करने की उनकी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मैं इस कठिन समय में हमारे पंजाबियों की मदद के लिए आगे आने पर पैस्को के सभी कर्मचारियों का दिल से धन्यवाद करता हूँ।"
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे योगदान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में चल रहे राहत और पुनर्वास प्रयासों को और मज़बूत करने में सहायक होते हैं।
पैस्को के प्रबंध निदेशक मेजर जनरल हरमनदीप सिंह (सेवानिवृत्त) ने रक्षा सेवाएं कल्याण मंत्री श्री मोहिंद्र भगत को इस योगदान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
------
देवी वाला रोड कोटकपूरा की सीवरेज समस्या का स्थायी समाधान होगा: स्पीकर कुलतार सिंह संधवां
इस प्रोजेक्ट पर 18.32 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे
चंडीगढ़/कोटकपूरा, 05 सितंबर: पंजाब विधानसभा के स्पीकर स कुलतार सिंह संधवां ने जानकारी दी कि देवी वाला रोड कोटकपूरा 8 एमएलडी एसटीपी से गांव देवी वाला की ड्रेन तक सीवरेज का काम जल्द ही शुरू किया जा रहा है। इस परियोजना पर पंजाब सरकार की ओर से 18 करोड़ 32 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि समस्या की गंभीरता को देखते हुए इस प्रोजेक्ट पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस कार्य के लिए 18 करोड़ 32 लाख रुपये की टेंडर जारी किया गया है, जो 8 अक्तूबर को खोला जाएगा और इसके तुरंत बाद इस परियोजना पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके पूरा होने से इस क्षेत्र की सीवरेज समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।
फरीदकोट की उपायुक्त पुनमदीप कौर ने कहा कि देवी वाला रोड कोटकपूरा क्षेत्र की स्लज कैरियर (खुला नाला) बहुत पुराना हो चुका था, जिसके चलते जगह-जगह से लीकेज होता था और बरसात के मौसम में यहां सीवरेज की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती थी। इस लगातार बनी रहने वाली समस्या के कारण स्थानीय निवासियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
इसके अलावा, सीवरेज बोर्ड के एसडीओ बी.एस. गिल ने बताया कि देवी वाला रोड कोटकपूरा 8 एमएलडी एसटीपी से लेकर गांव देवी वाला की ड्रेन तक सीवरेज पाइप बिछाई जाएगी, जिसकी लंबाई 5150 मीटर होगी।
------
पंजाब सरकार द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ. एस. राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित
चंडीगढ़, 5 सितंबर: शिक्षक दिवस के अवसर पर पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति, ‘भारत रत्न’ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जो एक महान दार्शनिक और शिक्षाविद थे, को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को उनके जन्म दिवस पर मनाया जाता है।
इस अवसर पर सभी जि़लों में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किए गए, जहाँ अधिकारियों, स्टाफ़ और शिक्षकों ने डॉ. एस. राधाकृष्णन के योगदान को याद किया। समाज को मार्गदर्शन देने और देश के भविष्य को संवारने में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने शिक्षक दिवस पर डॉ. एस. राधाकृष्णन को याद करते हुए कहा कि शिक्षक समाज के रोल मॉडल होते हैं, जो विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित व उत्साहित करते हैं और उनके जीवन को सही दिशा देने में विशेष भूमिका निभाते हैं। श्री बैंस ने शिक्षकों से बाढ़ की चुनौती से निपटने के लिए राहत कार्यों में अपना सहयोग जारी रखने की अपील भी की।
पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की प्रबंधकीय सचिव श्रीमती अनिंदिता मित्रा ने कहा कि इस समय पूरा प्रदेश बाढ़ की मार झेल रहा है, जिसके कारण हर साल आयोजित होने वाला राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस समारोह, जिसमें उत्कृष्ट उपलब्धियों वाले शिक्षकों को राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है, स्थगित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि औपचारिक राज्य स्तरीय समारोह स्थगित किए गए हैं, लेकिन शिक्षक दिवस की भावना डॉ. राधाकृष्णन के आदर्शों को दिल से याद करके बरकरार रखी गई है, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के उद्देश्य के प्रति विभाग की वचनबद्धता और नई पीढ़ी को प्रेरित करने वाले शिक्षकों के अथक प्रयासों की पुष्टि करती है।
----
हरजोत बैंस ने नंगल में प्राचीन मंदिर को बाढ़ से बचाने में निभाई अहम भूमिका
मंदिर की इमारत की मज़बूती के लिए 1.27 करोड़ रुपये अलॉट करवाने के लिये किये जा रहे हैं प्रयास
भाखड़ा डैम में पानी का स्तर घटने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को मिली बड़ी राहत: हरजोत बैंस
बैंस ने रोपड़ के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक राहत और बचाव कार्यों की निगरानी की
शिक्षा मंत्री द्वारा यूथ क्लबों, पंचायतों और सामाजिक-धार्मिक संगठनों को उनकी सक्रिय भागीदारी और मदद के लिए धन्यवाद
चंडीगढ़/नंगल, 5 सितंबर: पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने आज नंगल में एक ऐतिहासिक स्थल, प्राचीन श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर को सतलुज नदी के तेज़ बहाव से आंशिक रूप से हुए नुकसान के बाद इसको बचाने के लिए तुरंत और तेज़ी से कार्रवाई शुरू की। उन्होंने स्वयंसेवकों, स्थानीय युवाओं और जिला प्रशासन के साथ मिलकर मंदिर को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए डंगा (रीवेटमेंट) लगाकर मज़बूत किया जा रहा है।
श्री बैंस ने कहा कि नगर परिषद, नंगल के माध्यम से मंदिर की इमारत की स्थायी मज़बूती के लिए 1.27 करोड़ रुपये की राशि आवंटित करवाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंत्री श्री आनंदपुर साहिब हलके के प्रभावित गाँवों और कस्बों में राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
श्री बैंस ने यूथ क्लबों, पंचायतों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों तथा प्रशासन का बचाव और राहत कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने और मदद करने के लिए धन्यवाद करते हुए कहा, "हम अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को इस प्राकृतिक आपदा से बचाने और बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध हैं। हम सामूहिक प्रयासों से इस चुनौती को पार करेंगे और सामान्य स्थिति बहाल करेंगे।"
श्री हरजोत सिंह बैंस ने भाखड़ा डैम की स्थिति के बारे में एक महत्वपूर्ण राहत वाली जानकारी साझा करते हुए बताया कि पानी का स्तर 1678.66 फुट तक घट गया है और यह कल के 1679.05 फुट के मुकाबले लगभग आधा फुट कम है। पानी का स्तर घटने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कैचमेंट क्षेत्रों में कम बारिश और अनुकूल मौसमी स्थितियों के कारण पानी का स्तर कम हुआ है।
श्री बैंस ने आज गाँव हरीवाल में नदी के किनारों को मज़बूत करने के कार्य में भी हाथ बंटाया। उन्होंने बताया कि पानी के तेज़ बहाव के कारण कटाव से प्रभावित संवेदनशील क्षेत्रों में नदी के किनारों को मज़बूती देने के लिए जंबो बैगों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
----
कैबिनेट मंत्री बाढ़ के दौरान बने जान माल के रक्षक: सतलुज के किनारे पक्के करने के लिए आगे आकर संभाली कमान
ससराली कॉलोनी में अस्थायी रिंग बांध का निर्माण युद्धस्तर पर: हरदीप मुंडियां
बड़ी राहत: भाखड़ा डैम में पानी का स्तर 1679.05 फीट से घटकर 1678.66 फीट हुआ: हरजोत बैंस
सांसद संजय सिंह के साथ मंत्री अमन अरोड़ा और हरभजन सिंह ईटीओ ने डेरा बाबा नानक में राहत सामग्री लेकर जाती ट्रॉलियों को दिखाई हरी झंडी
गश्त टीमें कर रही हैं घग्गर नदी की लगातार निगरानी: कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल
ससराली के धुसी बांध में अब तक कोई दरार नहीं: डिप्टी कमिश्नर लुधियाना
चंडीगढ़, 5 सितंबर: बाढ़ की मौजूदा स्थिति से निर्णायक और सक्रिय तरीके से निपटने के लिए पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां और हरजोत सिंह बैंस अपने-अपने जिलों में खुद मोर्चा संभालकर धुसी बांधों को मजबूत करने के प्रयासों की अगुवाई कर रहे हैं, ताकि लोगों को बाढ़ के खतरे से सुरक्षित रखा जा सके।
लुधियाना जिले में कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ससराली में एक अहम और प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट की सीधी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे मौजूदा धुसी बांध से लगभग 500 मीटर की दूरी पर बनाए जा रहे नए अस्थायी रिंग बांध के निर्माण की नजदीकी निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन की यह बड़ी पहल भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एन डी आर एफ) और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से की जा रही है, ताकि क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा को और मज़बूत किया जा सके।
कैबिनेट मंत्री मुंडियां की देखरेख में डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन और अधिकारियों की टीम जो पिछले दो दिनों से मौके पर तैनात है, द्वारा की जा रही है। डिप्टी कमिश्नर ने पुष्टि की कि मौजूदा धुसी बांध पूरी तरह मज़बूत और सुरक्षित है तथा कहीं भी दरार पडऩे की कोई खबर नहीं है।
इसी तरह, रूपनगर जिले के श्री आनंदपुर साहिब हलके में कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस व्यक्तिगत तौर पर सतलुज नदी के कमजोर बांधों को मज़बूत करने की निगरानी कर रहे हैं। वे मौके पर इस स्वयं जाकर कमजोर स्थानों को जंबो बैगों से मज़बूत करने और सभी निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दे रहे हैं।
एक अहम जानकारी साझा करते हुए हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि भाखड़ा डैम में पानी का स्तर 1679.05 फीट से घटकर 1678.66 फीट हो गया है, जिससे काफ़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के अनुमान कम बारिश की ओर संकेत कर रहे हैं, जिससे हालात और काबू में आने की उम्मीद है।
गुरदासपुर में, राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री व आम आदमी पार्टी प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ के साथ डेरा बाबा नानक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने शाहपुर जाजन पट्टी रामपुर गांव में बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत सामग्री लेकर जाने वाली ट्रॉलियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद उन्होंने डेरा बाबा नानक क्षेत्र और श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर का दौरा कर बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा भी लिया।
प्रदेशवासियों की जान-माल की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कैबिनेट मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने खन्ना से तीन ट्रक राशन और पशुओं का चारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए भेजा। स सौंद ने कहा, "इस मुश्किल समय में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करना हमारा सबसे बड़ा फर्ज़ है।"
इस दौरान जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने लहरागागा हलके के मकरौड़ साहिब समेत घग्गर नदी से सटे विभिन्न गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि नदी की निरंतर निगरानी के लिए 24 घंटे गश्त करने वाली टीमें तैनात की गई हैं और घग्गर नदी के किनारे बसे कस्बों और गांवों में पाँच राहत कैंप स्थापित किए गए हैं।
सरकारी मशीनरी भी मंत्रियों के इन प्रयासों को और मज़बूत करने में अहम योगदान दे रही है। डिप्टी कमिश्नर वरजीत वालिया और एसएसपी रूपनगर गुलनीत सिंह खुराना की अगुवाई में रूपनगर जिले में लगातार निगरानी जारी है।
------
राज्यसभा सदस्य और कैबिनेट मंत्रियों ने डेरा बाबा नानक में बाढ़ प्रभावित लोगों का हाथ थामा
तालिबान शासित अफगानिस्तान की मदद करने वाली मोदी सरकार हिंदुस्तान में बाढ़ की मार झेल रहे पंजाब की भी सुध लें: संजय सिंह
केंद्र सरकार पंजाब के रोके हुए फंड देने के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए तुरंत विशेष राहत पैकेज दे: अमन अरोड़ा
बाढ़ से निपटने के लिए पंजाब सरकार पूरी क्षमता से राहत कार्यों में लगी: अमन अरोड़ा
चंडीगढ़/गुरदासपुर, 5 सितंबर: राज्यसभा सदस्य श्री संजय सिंह ने आज प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री अमन अरोड़ा और कैबिनेट मंत्री श्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. के साथ डेरा बाबा नानक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ डेरा बाबा नानक के विधायक श्री गुरदीप सिंह रंधावा, अमृतसर दक्षिणी के विधायक डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर, डिप्टी कमिश्नर श्री दलविंदरजीत सिंह, एस.एस.पी. बटाला जनाब सोहेल कासिम मीर, जिला योजना समिति के नवनियुक्त चेयरमैन और आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान जोबन रंधावा, नगर सुधार ट्रस्ट गुरदासपुर के चेयरमैन श्री राजीव शर्मा भी मौजूद थे।
राज्यसभा सदस्य श्री संजय सिंह, कैबिनेट मंत्री श्री अमन अरोड़ा और कैबिनेट मंत्री श्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने आज सुबह सबसे पहले गांव शाहपुर जाजन की पत्ती रामपुर में बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत सामग्री से भरी ट्रॉलियों को रवाना किया। इसके उपरांत उन्होंने डेरा बाबा नानक क्षेत्र और श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यसभा सदस्य श्री संजय सिंह ने कहा कि यह कितने दुख की बात है कि पंजाब के कई क्षेत्र गंभीर बाढ़ की चपेट में हैं और किसानों की फसलों, पशुओं समेत आम लोगों का बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने अभी तक पंजाब के लिए कोई विशेष राहत पैकेज घोषित नहीं किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तालिबान शासित अफगानिस्तान की तो मदद कर रही है, लेकिन हिंदुस्तान की नहीं। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि अफगानिस्तान को तो तुरंत राहत सामग्री भेजी गई, लेकिन बाढ़ प्रभावित पंजाब को वित्तीय और मानवीय सहायता देने में देरी क्यों की जा रही है। श्री संजय सिंह ने कहा कि कल ही केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज चौहान पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे थे, लेकिन उन्होंने भी पंजाब को कोई राहत देने का ऐलान नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री इतने दिनों बाद भी केवल रिपोर्ट की बात न करें बल्कि पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पैकेज दें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पंजाब के साथ सौतेली मां वाला सलूक बंद कर इस कठिन घड़ी में उसका साथ देना चाहिए।
इस मौके पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ के इस संकट में पंजाब सरकार अपने लोगों के साथ है और इस संकट से निपटने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की पूरी मशीनरी अपनी पूरी क्षमता के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में लगी हुई है।
श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान, श्री मनीष सिसोदिया, पंजाब सरकार के सभी मंत्री और विधायक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जहां जमीनी स्तर पर हुए नुकसान का जायजा ले रहे हैं, वहीं राहत और बचाव कार्यों में भी अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा आम आदमी पार्टी के सभी वालंटियर भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दिन-रात राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही समाजसेवी संस्थाओं द्वारा भी बाढ़ पीडि़तों की सहायता में बड़ा योगदान दिया जा रहा है, जिसके लिए पंजाब सरकार उनकी आभारी है।
श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब, जिसने लगातार देश की खाद्य सुरक्षा और आर्थिक ताकत में योगदान दिया है, उसे कठिन समय में केंद्र सरकार से तुरंत और पर्याप्त सहायता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत अफसोस की बात है कि पंजाब कई दिनों से बाढ़ में डूबा हुआ है लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने पंजाब के लोगों की कोई मदद नहीं की।
श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि जब से केंद्र सरकार ने जी.एस.टी. लागू की है, उस दौरान राज्य को 50,000 करोड़ रुपये का नुकसान जी.एस.टी. के कारण हो चुका है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने ग्रामीण विकास फंड (आर.डी.एफ.) और मार्केट विकास फंड (एम.डी.एफ.) के पंजाब के 8,000 करोड़ रुपये जानबूझकर रोक रखे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब के हक का पैसा तो जारी करना दूर, बल्कि केंद्र ने 15 दिन पहले प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत पंजाब के 828 करोड़ रुपये भी रद्द कर दिए। उन्होंने कहा कि यह पंजाब के लोगों द्वारा दिए गए टैक्स का पैसा है और पंजाब का इस पर पूरा हक है। श्री अमन अरोड़ा ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह बिना किसी देरी के पंजाब का रोका गया पैसा जारी करे और पंजाब में बाढ़ के प्रभाव को कम करने तथा राज्य की अर्थव्यवस्था को फिर से बहाल करने के लिए विशेष आर्थिक पैकेज दे।
----
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा बाढ़ के मद्देनजऱ आपातकालीन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 33,000 लीटर पेट्रोल और 46,500 लीटर डीज़ल का भंडार अलॉट
राज्य सरकार बाढ़ पीडि़तों को हर संभव सहायता देने के लिए पूर्णत: वचनबद्ध : लाल चंद कटारूचक्क
चंडीगढ़, 5 सितंबर : प्रदेश भर में आई भीषण बाढ़ के मद्देनजऱ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों के लिए प्रति पेट्रोल पंप के आधार पर कुल 33,000 लीटर पेट्रोल और 46,500 लीटर डीज़ल का भंडार आवंटित किया है। इसके अतिरिक्त प्रति गैस एजेंसी के आधार पर 1,320 गैस सिलेंडर भी अलॉट किए गए हैं।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने बताया कि अमृतसर ज़िले के लिए प्रति पेट्रोल पंप 4,000 लीटर पेट्रोल और 4,000 लीटर डीज़ल का भंडार आवंटित किया गया है तथा प्रति एजेंसी के आधार पर 50 गैस सिलेंडर दिए गए हैं। इसी प्रकार बरनाला को 1,000 लीटर पेट्रोल, 1,500 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, बठिंडा को 1,500 लीटर पेट्रोल, 3,000 लीटर डीज़ल और 25 गैस सिलेंडर तथा फरीदकोट के पेट्रोल पंपों को 1,000 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर आवंटित किए गए हैं।
फिरोज़पुर और फ़ाज़िल्का (प्रत्येक) के लिए 1,000 लीटर पेट्रोल, 2,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर आवंटित किए गए हैं। फतेहगढ़ साहिब को 1,000 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, गुरदासपुर को 2,000 लीटर पेट्रोल, 3,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, होशियारपुर को 500 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, जालंधर को 500 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 100 गैस सिलेंडर, कपूरथला को 500 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, लुधियाना को 1,000 लीटर पेट्रोल, 2,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, मालेरकोटला को 1,000 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 25 गैस सिलेंडर तथा मानसा को 1,000 लीटर पेट्रोल, 2,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर आवंटित किए गए हैं।
इसी प्रकार मोगा को 1,000 लीटर पेट्रोल, 2,000 लीटर डीज़ल और 100 गैस सिलेंडर, पटियाला को 2,000 लीटर पेट्रोल, 3,000 लीटर डीज़ल और 65 गैस सिलेंडर, पठानकोट को 2,000 लीटर पेट्रोल, 2,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर, रूपनगर को 2,000 लीटर पेट्रोल, 3,000 लीटर डीज़ल और 100 गैस सिलेंडर, एस.ए.एस. नगर को 2,000 लीटर पेट्रोल, 3,000 लीटर डीज़ल और 80 गैस सिलेंडर, एस.बी.एस. नगर को 2,000 लीटर पेट्रोल, 2,000 लीटर डीज़ल और 100 गैस सिलेंडर, श्री मुक्तसर साहिब को 1,000 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 25 गैस सिलेंडर, संगरूर को 1,000 लीटर पेट्रोल, 1,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर तथा तरनतारन को 3,000 लीटर पेट्रोल, 4,000 लीटर डीज़ल और 50 गैस सिलेंडर का भंडार अलॉट किया गया है।
---------
बाढ़ में बुज़ुर्गों की सुरक्षा के लिए पंजाब सरकार द्वारा विशेष प्रयास : डॉ. बलजीत कौर
यदि बुज़ुर्ग चाहें तो अपने परिवार सहित अस्थायी रूप से वृद्ध आश्रमों में रह सकते हैं : डॉ. बलजीत कौर
चंडीगढ़, 5 सितंबर : पंजाब भर में बाढ़ से हुई तबाही के दौरान बुज़ुर्गों की सुरक्षा और भलाई के लिए पंजाब सरकार द्वारा विशेष कदम उठाए गए हैं। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से राज्य के 479 बुज़ुर्गों की पहचान की है। ज़िला प्रशासन और रेड क्रॉस सोसाइटी की सहायता से बुज़ुर्गों की मदद की जा रही है। यह जानकारी सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने दी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि राज्य के वृद्ध आश्रमों में लगभग 700 बुज़ुर्गों को रखने की क्षमता है और ज़रूरतमंद बुज़ुर्ग इन वृद्ध आश्रमों में शरण ले सकते हैं।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि बुज़ुर्गों की देखभाल के लिए वृद्ध आश्रमों में भोजन, स्वास्थ्य जांच, रहने-सहने और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाई गई हैं, ताकि उन्हें घर जैसा माहौल मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए वचनबद्ध है कि कोई भी बुज़ुर्ग अकेलापन या परेशानी महसूस न करे।
ज़िलावार जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि अमृतसर के 15 गाँवों से 200 बुज़ुर्ग, गुरदासपुर के 12 गाँवों से 112 बुज़ुर्ग, फिरोज़पुर के 4 गाँवों से 40 बुज़ुर्ग, होशियारपुर के 3 गाँवों से 14 बुज़ुर्ग, कपूरथला के 7 गाँवों से 34 बुज़ुर्ग, तरनतारन के 3 गाँवों से 50 बुज़ुर्ग, बठिंडा के 2 गाँवों से 9 बुज़ुर्ग और फ़ाज़िल्का के 3 गाँवों से 20 बुज़ुर्गों की पहचान की गई है।
कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने अपील की कि यदि किसी बुज़ुर्ग को किसी प्रकार की कठिनाई हो रही है तो वह अपने परिवार के सदस्यों सहित अस्थायी रूप से वृद्ध आश्रमों में रह सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार बाढ़ पीडि़तों के साथ हर कदम पर खड़ी है और प्रभावित लोगों को पूरी सहायता पहुँचाई जा रही है।