Saturday, September 13, 2025
BREAKING
Weather: गुजरात में बाढ़ से हाहाकार, अब तक 30 लोगों की मौत; दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की चेतावनी जारी दैनिक राशिफल 13 अगस्त, 2024 Hindenburg Research Report: विनोद अदाणी की तरह सेबी चीफ माधबी और उनके पति धवल बुच ने विदेशी फंड में पैसा लगाया Hindus in Bangladesh: मर जाएंगे, बांग्लादेश नहीं छोड़ेंगे... ढाका में हजारों हिंदुओं ने किया प्रदर्शन, हमलों के खिलाफ उठाई आवाज, रखी चार मांग Russia v/s Ukraine: पहली बार रूसी क्षेत्र में घुसी यूक्रेनी सेना!, क्रेमलिन में हाहाकार; दोनों पक्षों में हो रहा भीषण युद्ध Bangladesh Government Crisis:बांग्लादेश में शेख हसीना का तख्तापलट, सेना की कार्रवाई में 56 की मौत; पूरे देश में अराजकता का माहौल, शेख हसीना के लिए NSA डोभाल ने बनाया एग्जिट प्लान, बौखलाया पाकिस्तान! तीज त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत, इन्हें रखें सहेज कर- मुख्यमंत्री Himachal Weather: श्रीखंड में फटा बादल, यात्रा पर गए 300 लोग फंसे, प्रदेश में 114 सड़कें बंद, मौसम विभाग ने 7 अगस्त को भारी बारिश का जारी किया अलर्ट Shimla Flood: एक ही परिवार के 16 सदस्य लापता,Kedarnath Dham: दो शव मिले, 700 से अधिक यात्री केदारनाथ में फंसे Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी की सब-कैटेगरी में आरक्षण को दी मंज़ूरी

पंजाब

Punjab Latest News September 11, 2025

September 11, 2025 07:58 AM


बाढ़ से लोगों के बचाव हेतु 115 राहत कैंप जारी, 4533 लोगों को दिया आश्रय: हरदीप सिंह मुंडियां

अब तक 23,297 व्यक्तियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से बाहर निकाला गया

पिछले 24 घंटों के दौरान 88 और गांव प्रभावित, एक व्यक्ति की हुई मौत तथा लगभग 1.92 लाख हेक्टेयर फसलों को हुआ नुकसान

चंडीगढ़, 10 सितंबर: पंजाब के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री स हरदीप सिंह मुंडियां ने आज यहाँ बताया कि बाढ़ के दौरान पिछले 24 घंटों में प्रदेश में और 88 गांव, 374 व्यक्ति तथा 55 हेक्टेयर खेती योग्य जमीन प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार अब तक प्रदेश के 22 जिलों में प्रभावित गांवों की कुल संख्या 2185 और प्रभावित व्यक्तियों की संख्या 3,88,466 तक पहुंच गई है।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान फिरोजपुर में एक और व्यक्ति की जान चली गई है, जिससे 15 जिलों में कुल मृतकों की संख्या 53 हो गई है। उन्होंने बताया कि पठानकोट में तीन व्यक्ति अभी भी लापता हैं।

उन्होंने आगे बताया कि इसी अवधि में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 91 और लोगों को बाहर निकाला गया है, जिससे अब तक बचाए गए लोगों की संख्या 23,297 हो गई है। वर्तमान समय में प्रदेश भर में 115 राहत कैंप जारी हैं, जिनमें 4533 लोग बसेरा कर रहे हैं।

फसलों के नुकसान के बारे में जानकारी साझा करते हुए स हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि 18 जिलों में क्षतिग्रस्त फसलों का कुल रकबा 1,91,981.45 हेक्टेयर तक पहुंच गया है।

राजस्व मंत्री ने बताया कि 10 सितंबर तक 22 जिलों के 2185 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं तथा प्रभावित आबादी की संख्या 3,88,466 तक पहुंच गई है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एन.डी.आर.एफ की 14 टीमें, एस.डी.आर.एफ की 2 टीमें, फौज की 18 टुकडिय़ां तथा 1 इंजीनियर टास्क फोर्स तैनात है। भारतीय वायुसेना एवं फौज के लगभग 30 हेलीकॉप्टर बचाव कार्यों में सहायता कर रहे हैं। इसके अलावा मौजूदा राहत कार्यों में 182 किश्तियां शामिल हैं।
----------

सरकार की कोशिशों से फिर पटरी पर आ रही बाढ़ पीडि़तों की जि़ंदगी

बाढ़ प्रभावित इलाकों में 100 प्रतिशत सडक़, बिजली और पानी सप्लाई पुन: बहाल - हरजोत सिंह बैंस

डा. बलबीर सिंह एवं लाल चंद कटारूचक द्वारा बाढ़ पीडि़त परिवारों को वित्तीय  सहायता वितरित

सरकार की चौकसी से घग्गर नदी नजदीकी गांव बड़े नुकसान से बचे - बरिंदर कुमार गोयल

मोहिंदर भगत द्वारा राजस्व अधिकारियों को बाढ़ पीडि़तों को तुरंत मुआवज़ा पहुँचाने के निर्देश

चंडीगढ़, 10 सितंबर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी अगुवाई में, पंजाब सरकार इस प्राकृतिक आपदा का दृढ़ता से सामना करते हुए बाढ़ प्रभावित लोगों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने के लिए दिन-रात अथक मेहनत कर रही है। बारिश घटने और पानी का स्तर गिरने के साथ, राज्य सरकार ने राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण उपायों को और तेज कर दिया है, जिससे बाढ़ पीडि़तों की ज़िंदगी पुन: पटरी पर आने लगी है।

कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि हलका श्री आनंदपुर साहिब के बाढ़ प्रभावित गांवों में 100 प्रतिशत सडक़ संपर्क, बिजली तथा पानी की सप्लाई पुन: बहाल कर दी गई है। सिंहपुर-पलासी के निवासी अब राहत कैंपों से घर लौटने लगे हैं। मंत्री ने कहा कि हरसा बेला, पत्ती दूलची और बेला शिव सिंह जैसे कटे गांवों का संपर्क पुन: जोड़ा जा रहा है तथा बेला
ध्यानी का टूटा लकड़ी का पुल अब मजबूत मोटरयुक्त पुल में बदला जाएगा।

उन्होंने बताया कि फॉगिंग एवं दवा छिडक़ाव पूरा कर दिया गया है, डॉक्टरी टीमें एवं पशुपालन विभाग द्वारा विशेष टीकाकरण मुहिम चलायी जा रही है और 10 ट्रक चारा वितरित किया जा चुका है। रैवेन्यू अधिकारियों द्वारा विशेष गिरदावरी जारी है, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा।

पिछले कई हफ्तों से कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस लगातार अपने हलके में मौजूद रहकर प्रशासन के साथ मिलकर हालात पर काम कर रहे हैं। उन्होंने स्वयं वॉलंटियरों, पंच-सरपंचों और यूथ क्लबों के योगदान की भी प्रशंसा की, जिन्होंने इस संकट के समय उनके साथ मिलकर काम किया।

पंजाब के कैबिनेट मंत्री डा. बलबीर सिंह और लाल चंद कटारूचक द्वारा आज भोआ हलके के गांव बकनौर, पम्मा, अंबी खटकरां, कोलियां अड्डा, अनियाल में 12 परिवारों को 51,000-51,000 रुपये के चेक वितरित किए गए। उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए वहां के निवासियों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनते हुए ठोस समाधान करने का वचन दोहराया।

कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने कड़ैल, मूनक, फूलद सहित घग्गर नदी नजदीकी विभिन्न गांवों में घग्गर नदी की स्थिति का जायजा लेने मौके पर कहा कि लोगों को घग्गर नदी की मार से बचाने हेतु पंजाब सरकार द्वारा नदी के बांधों को मजबूत किया गया, जिनके कारण पिछले कई दिनों से पानी खतरे के निशान से ऊपर होने के बावजूद घग्गर नदी नजदीकी गांवों और शहरों के लोग इसकी मार से बचे हुए हैं।

श्री गोयल ने बताया कि पंजाब सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा भी पूरी चौकसी बरती जा रही है, जहां कहीं भी बोरियां लगाने या अन्य किसी भी प्रकार का कार्य करने की आवश्यकता पड़ती है, वह तुरंत किया जाता है। घग्गर नदी पर हर किलोमीटर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल उसका समाधान किया जा सके।

कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने जालंधर में रैवेन्यू अधिकारियों को आदेश दिए कि बारिश-बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकानों की तुरंत पुष्टि की जाए, ताकि कोई भी परिवार मुआवजे से वंचित न रहे। जिला प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स में मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने पटवारियों को घर-घर पहुंचकर जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों के साथ दृढ़ता से खड़ी है।
-------------

प्रधानमंत्री द्वारा पंजाब के लिए दिया गया 1600 करोड़ रुपये का बाढ़ राहत पैकेज महज खानापूर्ति: कुलतार सिंह संधवां

चंडीगढ़, 10 सितंबर: पंजाब विधानसभा के स्पीकर स कुलतार सिंह संधवां ने आज यहाँ कहा कि भारत के प्रधानमंत्री द्वारा पंजाब के लिए घोषित किया गया 1600 करोड़ रुपये का राहत पैकेज केवल एक खानापूर्ति है। उन्होंने आगे कहा कि इन भयानक बाढ़ों में 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और केंद्र सरकार केवल 1600 करोड़ रुपये दे रही है, जो कि पंजाब में आई बाढ़ के कारण हुए नुकसान के मुकाबले बहुत कम है।

उन्होंने आगे कहा कि केंद्र ने जो कुछ भी दिया है, उसके लिए पंजाब वासी फिर भी केंद्र सरकार के अति धन्यवादी हैं और कहा कि पंजाबी जानते हैं कि गिरने के बाद अपने पैरों पर कैसे खड़ा होना है। उन्होंने कहा कि पहले भी पंजाबी ने कठिन मेहनत से संपत्तियां, हवेलियां, कारें, महलनुमा घर, बड़े ट्रैक्टर बनाएं हैं और भविष्य में भी इसी तरह मेहनत करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि गुरु साहिबानों की आशीर्वादें हमेशा हमारे साथ हैं, जिनके आगे हमेशा हमारा सिर झुकता है और गुरु साहिब की कृपा से पंजाबी कभी भी किसी चीज़ की कमी नहीं रहे।
-------------

वित्त विभाग द्वारा 'आशा वर्करों' के लिए छह महीने की मातृत्व अवकाश को मंजूरी: हरपाल सिंह चीमा

चंडीगढ़, 10 सितंबर:  जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के मान और भलाई को कायम रखने के लिए एक ठोस कदम उठाते हुए पंजाब के वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहाँ ऐलान किया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन एच एम ) के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में कार्यरत मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ए एस एच ए) और आशा फैसीलीटेटर अब छह महीने की मातृत्व अवकाश के हकदार होंगे। यह लाभ मातृत्व लाभ अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के तहत दिया जाएगा।

यहाँ जारी एक प्रेस बयान में यह खुलासा करते हुए वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि यह निर्णय सरकार की मौजूदा नीति के अनुरूप है, जिसमें सभी महिला कर्मियों को 180 दिनों की पूरी तनख्वाह वाली मातृत्व अवकाश प्रदान की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अवकाश किसी अन्य अवकाश खाते से नहीं काटा जाएगा। वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि मैटर्निटी बेनिफिट एक्ट, 1961 और 12 अप्रैल, 2017 के एक सर्कुलर के तहत पहले से ही सभी महिला कर्मियों को कवर किया जा रहा है, चाहे वे ठेके के आधार पर काम कर रही हों, सलाहकार के रूप में, या किसी एजेंसी के माध्यम से। उन्होंने कहा कि वित्त विभाग ने पहले ही ठेके, सलाहकार और आउटसोर्स किए गए कर्मियों को मैटर्निटी बेनिफिट के लिए स्वीकृति दे दी है।

उन्होंने आगे कहा कि इसी के मद्देनजर, वित्त विभाग ने अब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की मैटर्निटी बेनिफिट अधिनियम, 1961 के तहत 'आशा' और 'आशा फैसीलीटेटर' को छह महीने की मातृत्व अवकाश देने की प्रार्थना को आधिकारिक रूप से मंजूरी दे दी है।

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस फैसले से 'आशा वर्करों' के जीवन पर परिवर्तनकारी प्रभाव पडऩे की उम्मीद है, जिनमें से कई पारिवारिक और देखभाल की भूमिकाओं के साथ-साथ पेशेवर जिम्मेदारियां निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि मातृत्व अवकाश को संस्थागत बनाकर पंजाब सरकार ने जन सेवा के मोर्चों पर कार्यरत महिलाओं की सेहत, मान और सशक्तिकरण प्रति अपनी वचनबद्धता की पुष्टि की है।
-----------

8 किलो ग्राम हेरोइन बरामदगी मामला: गुरसेवक के बयान पर पिता-पुत्र समेत चार व्यक्ति 12 किलो ग्राम हेरोइन समेत गिरफ्तार; कुल बरामदगी 20 किलो ग्राम तक पहुँची

— ताज़ा गिरफ्तारियों के साथ तरन तारन और अमृतसर के ग्रामीण क्षेत्रों में सीमा पार से चल रहे अंतर-बॉर्डर कार्टेल का एक और मजबूत गठजोड़ हुआ उजागर: डीजीपी गौरव यादव

— पाकिस्तान-आधारित स्मगलर हेरोइन और हथियारों की खेप भेजने के लिए ड्रोन का कर रहे थे उपयोग: सीपी गुरप्रीत भुल्लर

चंडीगढ़/अमृतसर, 10 सितंबर:8.1 किलो ग्राम हेरोइन बरामदगी मामले के अगले-पिछले संबंधों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, कमिशनरेट पुलिस अमृतसर ने चार और नशा तस्करों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 12 किलो ग्राम हेरोइन, .30 बोर पिस्तौल सहित एक मैगज़ीन बरामद की है, जिससे इस मामले में जब्त की गई कुल हेरोइन की मात्रा 20.1 किलो ग्राम तक पहुँच गई है। यह जानकारी आज यहाँ पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान गुरभेज सिंह (50) और उसका पुत्र गुरदित्त सिंह (22), दोनों निवासी ग्राम नारला, तरनतारन; मलकीत सिंह (50) निवासी ग्राम डाल, तरनतारन और गुरजीत सिंह (29) निवासी ग्राम कोटली साका, अजनाला, अमृतसर के रूप में हुई है।

यह सफलता पंजाब पुलिस द्वारा कुख्यात नशा तस्कर सोनी सिंह उर्फ सोनी को उसके चार साथियों - गुरसेवक सिंह, विशालदीप सिंह उर्फ गोला, गुरप्रीत सिंह और अरशदीप सिंह - समेत गिरफ्तार करके हेरोइन तस्करी कार्टेल का पर्दाफाश करने के उपरांत हासिल हुई थी। पुलिस टीमों ने इनके कब्जे से पहले भी 8.1 किलो ग्राम हेरोइन बरामद की थी।

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि ताज़ा गिरफ्तारियों से तरनतारन और अमृतसर के ग्रामीण क्षेत्रों में सीमा पार से चल रहे कार्टेल का एक और मजबूत गठजोड़ उजागर हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी दोषी एक-दूसरे से और पाकिस्तान स्थित तस्करों से संपर्क करने के लिए वॉट्सएप का उपयोग कर रहे थे।

डीजीपी ने बताया कि इस मामले में आगे-पीछे संबंध स्थापित करने के लिए अन्य जांच जारी है। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां व बरामदगियां होने की संभावना है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पूछताछ के दौरान, गिरफ्तार किए गए नशा तस्कर गुरसेवक सिंह ने खुलासा किया कि पिता-पुत्र गुरभेज सिंह और गुरदित्त सिंह, मलकीत सिंह के साथ मिलकर इस क्षेत्र में ड्रग सिंडीकेट चला रहे थे। उन्होंने बताया कि गुरभेज सिंह तरनतारन सेक्टर के सीमावर्ती क्षेत्र में तस्करी कारवाइयों को अंजाम दे रहा था और पाकिस्तान स्थित तस्करों से सीधे संपर्क बनाए रखता था।

सीपी ने कहा कि दोषी गुरभेज सिंह अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक स्थित अपने साथी मलकीत सिंह के खेतों में ड्रोन के जरिए खेपें प्राप्त कर रहा था।

उन्होंने बताया कि दोषी गुरभेज हेरोइन की खेपों को सुरक्षित रूप से छुपाने के लिए पशुओं के वाड़ों का उपयोग कर रहा था। उनके खुलासे के बाद, उनके घर में प्लास्टिक के डब्बों में बंद करके मिट्टी के टोए में रखी 10 किलो हेरोइन बरामद की गई।

सीपी गुरप्रीत भुल्लर ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच के दौरान गुरजीत सिंह की पहचान की गई और उसे गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि उसके घर की तलाशी के दौरान 2.006 किलो हेरोइन, एक .30 बोर पिस्तौल और एक मैगजीन बरामद की गई। उन्होंने बताया कि पिस्तौल उसके बेड के गद्दे के अंदर छुपाया गया था।

इस संबंध में एफआईआर नंबर 177 दिनांक 06-09-2025 को एनडीपीएस एक्ट की धारा 21-बी, 27-ए, 21-सी और 29 के तहत अमृतसर के थाना छेहरटा में पहले ही दर्ज की जा चुकी है।
------------

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 100त्न सडक़ संपर्क, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल: हरजोत सिंह बैंस

सिंहपुर-पलासी के ग्रामीण राहत शिविरों से लौटे अपने घर - कैबिनेट मंत्री

बेला धियानी का टूटा लकड़ी का पुल अब मजबूत मोटरेबल पुल में बदला जाएगा

राजस्व अधिकारियों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष गिरदावरी अभ्यास जारी

चंडीगढ़/नंगल, 10 सितंबर:पंजाब के शिक्षा तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज घोषणा की कि उनके विधानसभा क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब के सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में 100त्न सडक़ संपर्क, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई है, ताकि लोगों को राहत मिल सके।

उन्होंने बताया कि सिंहपुर-पलासी गांवों के निवासी अब बाढ़ का पानी कम होने के बाद राहत शिविरों से अपने घरों की ओर लौटना शुरू हो गए हैं।

श्री बैंस, जो कई दिनों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वयं ज़मीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं, ने कहा कि हरसा बेला, पट्टी दुलची और बेला शिव सिंह जैसे गांव, जो बाढ़ के पानी से कट गए थे, अब फिर से जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कल 90त्न कार्य पूरा कर लिया गया था, लेकिन रात में कुछ तकनीकी कारणों से देर हुई। हालांकि, उन्होंने पुष्टि की कि आज कुछ ही घंटों में यह कार्य पूरी तरह से पूरा कर लिया जाएगा।

मंत्री ने बताया कि सिंहपुर-पलासी के घरों में व्यापक स्तर पर फॉगिंग और कीटाणुनाशक का छिडक़ाव किया गया है और प्रशासन स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कार्यरत है। उन्होंने कहा कि 100त्न बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जिसमें बिजली के खंभे, तार और ट्रांसफार्मर की मरम्मत कर उन्हें कार्यशील बना दिया गया है। इसी प्रकार, 100त्न पानी की आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है, जिसमें जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग ने एनडीआरएफ नौकाओं की मदद से पाइपलाइन को फिर से जोड़ा है।

श्री बैंस ने आगे घोषणा की कि बेला धियानी का टूटा हुआ लकड़ी का पुल अब एक मजबूत, मोटरेबल पुल से बदला जाएगा, जिससे लंबे समय तक सुरक्षा और बेहतर संपर्क सुनिश्चित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्व विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष गिरदावरी अभ्यास सक्रिय रूप से कर रहा है, जो आने वाले दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने के लिए रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी।

यह उल्लेखनीय है कि बीते कई हफ्तों से कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस लगातार अपने क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और प्रशासन के साथ ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने आप स्वयंसेवकों, पंचायत सदस्यों, सरपंचों और युवा क्लबों के समर्पित प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने इस संकट के दौरान उनके साथ मिलकर काम किया।

श्री बैंस ने बताया कि चिकित्सा दल और पशुपालन विभाग सक्रिय रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, जबकि पशुओं के लिए विशेष टीकाकरण अभियान भी चल रहा है। पशुओं की उचित देखभाल के लिए अब तक 10 ट्रक चारे का वितरण किया जा चुका है और प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री व अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नियमित रूप से की जा रही है।

आभार व्यक्त करते हुए श्री बैंस ने कहा, "मैं दिल से उन सभी का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने पंजाब के लोगों, विशेषकर मेरे क्षेत्र के लोगों का इस प्राकृतिक आपदा के कठिन दिनों में सहयोग और समर्थन किया।"
--------

Have something to say? Post your comment

By using our site, you agree to our Terms & Conditions and Disclaimer     Dismiss