जसवीर सिंह गढ़ी करेंगे बाढ़ प्रभावित डेरा बाबा नानक के गाँवों का दौरा
चंडीगढ़, 7 सितंबर: पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी दिनांक 8 सितंबर 2025 को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गाँवों का दौरा करेंगे और साथ ही बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री वितरित करेंगे।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि स. जसवीर सिंह गढ़ी की प्रेरणा से लुधियाना की संत सिपाही सोसाइटी और भाई दविंदर सिंह द्वारा बाढ़ पीडि़तों के लिए एकत्र की गई राहत सामग्री और दवाइयाँ लेकर रड़ेवाली और मंसूर झंगी में बाढ़ पीडि़तों को वितरित की जाएंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि तप अस्थान खुरालगढ़ साहिब से संत बाबा केवल सिंह चाकर भी आवश्यक दवाइयाँ लेकर जसवीर सिंह गढ़ी के साथ जाएंगे।
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अस्पताल में उपचाराधीन मुख्य मंत्री द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन व चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के आदेश दिए
क मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा हेतु मुख्य सचिव व डी.जी.पी. के साथ की बैठक
क मुख्यमंत्री की सेहत में तीव्र सुधार, एक-दो दिनों में छुट्टी मिलने की उम्मीद: मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा
क पंजाब सरकार द्वारा अब तक 22,938 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है
चंडीगढ़, 7 सितंबर : मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान अस्पताल में उपचाराधीन रहते हुए राज्यवासियों की भलाई के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए प्रदेश में चलाए जा रहे बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्यों की निकटता से निगरानी कर रहे हैं।
फोर्टिस अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ कर रहे मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव श्री के.ए.पी. सिन्हा, डी.जी.पी. श्री गौरव यादव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ से संबंधित समीक्षा बैठक की।
बाढ़ के कारण उत्पन्न गंभीर हालात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित एक भी नागरिक राहत व बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे। विशेष रूप से जो लोग बाढ़ के पानी के कारण मुख्य धारा से कटे हुए हैं, उनके लिए भोजन, चिकित्सकीय सुविधा एवं अन्य आवश्यक सहायता सुनिश्चित की जाए।
बैठक के उपरांत मुख्य सचिव श्री के.ए.पी. सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री की सेहत में सुधार हो रहा है और एक-दो दिनों में वे हमारे बीच लौटने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान हाल ही में आए बाढ़ व भारी बारिश से प्रभावित हजारों परिवारों पर ही केंद्रित है। उन्होंने आगे बताया कि पंजाब सरकार बाढ़ पीडि़तों को हर संभव सहायता देने और उनके टूटे हुए घर पुन: बनाने के लिए एकजुट व दृढ़ है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि एकत्रित आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 23 जिलों के 2050 गांवों में कुल 3,87,898 व्यक्ति बेघर हो चुके हैं, जबकि 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब सरकार द्वारा अब तक 22,938 व्यक्तियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार की ओर से 219 राहत शिविर खोले गए हैं, जिनमें कुल 5404 व्यक्तियों को शरण दी गई है।
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के कई जिलों में अब तक कुल 1,76,980.05 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण अब तक 48 व्यक्ति अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि जिला पठानकोट से 3 व्यक्ति लापता हैं।
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बाढ़ से निपटने के लिए पंजाब सरकार और लोग हुये एकजुट
विभिन्न जिलों में दरियाओं के तटबंधों को मजबूत करने में निजी तौर पर जुटे कैबिनेट मंत्री
कोई भी बाढ़ पीडि़त राहत सामग्री से वंचित न रहे: एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा
राहत कार्य पूरे होने तक डटे रहेंगे: हरजोत सिंह बैंस
हरजोत सिंह बैंस ने नंगल के लक्ष्मी नारायण मंदिर को हुये नुकसान को भरने के लिए चल रहे बचाव कार्य की तीसरे दिन भी संभाली कमान
चंडीगढ़, 7 सितम्बर: पंजाब में आई भीषण बाढ़ के मद्देनजऱ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश में चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों में कैबिनेट मंत्री और प्रदेशवासी एकजुट होकर राहत कार्य कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्रियों द्वारा बड़े स्तर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री बाँटी जा रही है। इसके अतिरिक्त विभिन्न जिलों में दरियाओं के तटबंधों को मजबूत करने में कैबिनेट मंत्री व्यक्तिगत तौर पर जुटे हुए हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज दिड़बा में अपने कार्यालय पर ज़रूरतमंद बाढ़ पीडि़त परिवारों के लिये बांटी जा रही रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तुओं की पैकिंग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई भी बाढ़ पीडि़त राहत सामग्री से वंचित नहीं रहना चाहिए।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने यह सारी राहत सामग्री बिना किसी सरकारी मदद के एकत्र की है, जिसमें हल्का दिड़बा के स्वयंसेवकों ने अपनी मेहनत की कमाई में से योगदान दिया। इसी के साथ उन्होंने जिले के वेटरनरी अधिकारियों द्वारा जुटाई राहत सामग्री का ट्रक भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना किया।
इसी तरह कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस लगातार नंगल और आनंदपुर साहिब क्षेत्र की बाढ़ प्रभावित स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री द्वारा इलाके की दरियाओं के तटबंधों पर लगातार व्यक्तिगत स्तर पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा नंगल डैम के पास स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर को हुये नुकसान को भरने के लिए चल रहे बचाव कार्य की तीसरे दिन भी कमान संभाली हुई है। उन्होंने कहा कि जब तक राहत कार्य पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाते, वे यहीं डटे रहेंगे।
कैबिनेट मंत्री पंजाब हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने आज हल्का जंडियाला गुरु स्थित अपने कार्यालय से बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत सामग्री जिसमें दवाइयाँ, सूखा दूध, आटा, पशुओं के लिए चोकर, चारा आदि शामिल हैं, और मेडिकल टीम को हल्का अजनाला के लिए रवाना किया। उन्होंने अजनाला सेक्टर के मलिकपुर और सराए गाँवों में राहत सामग्री का वितरण किया। इसके अलावा उन्होंने आज छत गिरने से घायल हुई रोमाना चक्क गाँव की सिमरजीत कौर का अस्पताल में जाकर हालचाल जाना और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
इसी तरह राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और पंजाब के पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने रविवार को जिला फाजिल्का के सीमावर्ती गाँवों का दौरा किया। इस दौरान वे नाव द्वारा गुलाबा भैणी गाँव तक राहत सामग्री लेकर पहुँचे और यहो स्वयं लोगों को राहत सामग्री बाँटी। उन्होंने कहा कि लगभग एक महीने से पंजाब बाढ़ से जूझ रहा है, पर बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि केंद्र सरकार अब तक रिपोर्टों का इंतज़ार कर रही है।
जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने हल्का लहरागागा के मकरौड़ साहिब पुल और मूनक स्थित टोहाना पुल पर घग्गर नदी क्षेत्र के गाँव चादूं, कुंदनी, सुरजनभैणी, रामपुर गुज्जरां, फूलद, राजरहेड़ी, डूडियाँ सहित विभिन्न गाँवों का दौरा किया। उन्होंने मौजूदा हालात में दरिया किनारे की मजबूती के लिए गाँववासियों द्वारा दिए जा रहे सहयोग के लिए धन्यवाद किया।
श्री गोयल ने भरोसा दिलाया कि पंजाब सरकार द्वारा घग्गर संबंधी संभावित बाढ़ के हालात से निपटने के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है और किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जा रही।
कैबिनेट मंत्री पंजाब श्री लालजीत सिंह भुल्लर ने आज विधानसभा हल्का पट्टी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर प्रभावित लोगों से बातचीत की और आवश्यक राहत सामग्री भी बाँटी। इस दौरान ज्ञानी रघबीर सिंह जी, हेड ग्रंथी दरबार साहिब भी उनके साथ विशेष रूप से बाढ़ प्रभावित लोगों की सुध लेने पहुँचे।
उन्होंने धुस्सी तटबंध के किनारे बसे गाँव घड़ुंम, कुत्तीवाला, बस्ती लाल सिंह, घुलेवाला, सभरां, राधलके आदि का दौरा कर लोगों तक आवश्यक राहत सामग्री पहुँचाई और आगे भी हर प्रकार की मदद का भरोसा दिया।
कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डीयां ने लंबी हलके के विभिन्न गाँवों का दौरा किया और बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। उन्होंने आज लंबी हलके के मिड्डा, रानीवाला, सरावां और पक्की टिब्बी गाँव का दौरा किया।
इसी तरह कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल किटों का वितरण किया और आशा वर्करों को आदेश दिए कि वे घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करें। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी मेडिकल आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 104 पर डायल करें।
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शिक्षा मंत्री द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थानों को पुन: खोलने की घोषणा
सरकारी स्कूल सोमवार को खुलेंगे लेकिन कक्षाएँ मंगलवार से शुरू होंगी
डिप्टी कमिश्नरो को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों को लेकर फ़ैसला लेने के अधिकार दिये
चंडीगढ़, 7 सितंबर: प्रदेश में हाल ही में आई भयंकर बाढ़ और भारी बारिशों के बाद हालात पहले की तरह हो रहे हैं, इसको देखते हुये पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने आज प्रदेश के सभी स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, पॉलिटेक्निक संस्थानों और आई.टी.आई. सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को 8 सितंबर से पुन: खोलने की घोषणा की है। साथ ही गंभीर रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इन संस्थानों को बंद रखने संबंधी फ़ैसला लेने का अधिकार डिप्टी कमिश्नरों को दिया गया है।
इन संस्थानों को पुन: खोलने की योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि निजी स्कूल 8 सितंबर को शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए पुन: खुलेंगे। इसके साथ ही भवन और कक्षाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना स्कूल प्रबंधन की जि़म्मेदारी होगी। सरकारी स्कूलों की समय-सारणी अलग होगी: शिक्षक और स्टाफ़ 8 सितंबर को निरीक्षण, सफ़ाई और नुक़सान का जायज़ा लेकर रिपोर्ट करेंगे तथा विद्यार्थियों की कक्षाएँ 9 सितंबर से दोबारा शुरू होंगी। उन्होंने स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे एस.एम.सीज़., पंचायतों और नगर परिषदों की मदद से सरकारी स्कूलों की सफ़ाई सुनिश्चित करें और यदि इमारत या क्लासरूम को कोई नुक़सान हुआ है तो इसकी रिपोर्ट तुरंत डिप्टी कमिश्नर, एस.डी.एम. या इंजीनियरिंग विभाग को दें, ताकि विद्यार्थियों और स्टाफ़ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि कॉलेज, विश्वविद्यालय, आई.टी.आईज़. और पॉलिटेक्निक संस्थान 8 सितंबर से शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए नियमित रूप से शुरू हो जाएंगे।
विद्यार्थियों और स्टाफ़ की सुरक्षा पर ज़ोर देते हुए शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने प्रशासन को निर्देश दिया कि वे शैक्षणिक संस्थानों के क्रियाशील और सुरक्षित होने को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएँ। स्कूल प्रमुखों और प्रबंधन समितियों को पानी की निकासी और इमारतों की अच्छी तरह सफ़ाई सुनिश्चित करने की जि़म्मेदारी सौंपी गई है।
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बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन की देखभाल हेतु 481 वैटरनरी टीमें तैनात, 22,000 से अधिक पशुओं का इलाज किया
बाढ़ प्रभावित जिलों में 12 हज़ार क्विंटल से अधिक फीड और 5090 क्विंटल चारा व साइलज बांटा: गुरमीत सिंह खुड्डियां
अधिकारियों को कंट्रोल रूम कॉलों पर तुरंत कार्रवाई करने और प्रभावित जानवरों को समय पर डाक्टरी देखभाल उपलब्ध कराने के निर्देश
चंडीगढ़, 7 सितंबर: पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास एवं मत्स्य पालन मंत्री श्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि राज्य में आई भीषण बाढ़ को देखते हुए पंजाब के पशुपालन विभाग की 481 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन की देखभाल और स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। प्रत्येक टीम में 4 सदस्य होते हैं, जिनमें एक वैटरनरी अधिकारी, वैटरनरी निरीक्षक/फार्मासिस्ट और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल है।
बाढ़ के गंभीर प्रभावों को उजागर करते हुए श्री खुड्डियां ने बताया कि पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, कपूरथला, बरनाला, बठिंडा, होशियारपुर, तरन तारन, पटियाला, जालंधर, रूपनगर और मोगा सहित 14 जिलों में 504 गायों/भैंसों, 73 भेड़-बकरियां और 160 सूअर मारे गए हैं। इसके अलावा पोल्ट्री शेड ढहने के कारण गुरदासपुर, रूपनगर और फाजिल्का में 18,304 पोल्ट्री पक्षी मरे हैं।
उन्होंने बताया कि बाढ़ से लगभग 2.52 लाख पशुधन और 5,88,685 पोल्ट्री पक्षी प्रभावित हुए हैं।
पशुपालन विभाग द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों के बारे में जानकारी साझा करते हुए श्री खुड्डियां ने बताया कि प्रदेशभर में प्रभावित पशुओं के इलाज और दवाइयों की व्यवस्था हेतु 481 टीमें तैनात की गई हैं। अब तक 22,534 जानवरों का इलाज किया जा चुका है। इसके साथ ही राहत कार्यों में बेहतर तालमेल और आपात स्थिति से निपटने के लिए मुख्यालय (संपर्क नंबर 0172-5086064) और जिला स्तरीय कार्यालयों में 24झ्7 सक्रिय कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे राहत कार्यों में सहयोग करें और समर्पित कंट्रोल रूम में पशुओं से संबंधित समस्याओं की रिपोर्ट करने की अपील की।
उन्होंने बताया कि विभाग ने जिला प्रशासन और सामाजिक संगठनों के सहयोग से बाढ़ प्रभावित जिलों में पशुओं की सहायता के लिए 12,170 क्विंटल से अधिक फीड और 5090.35 क्विंटल हरा चारा, सूखा चारा और साइलज सहित राहत सामग्री वितरित की है। पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उन्हें यूरोमिन लिक्स भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी ने बताया कि विभाग ने बाढ़ से प्रभावित जानवरों के इलाज हेतु पहले ही कुल 31.50 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कंट्रोल रूम पर आने वाली कॉलों पर तुरंत कार्रवाई करें, प्रभावित जानवरों को समय पर चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराएं और प्रभावी राहत कार्यों के लिए जिला प्रशासन तथा सामाजिक संगठनों से तालमेल बनाए रखें।
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गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का साथी पांच पिस्तौलों सहित काबू
गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर उसके मुख्य सहयोगी मलकियत सिंह उर्फ़ किट्टा भानी के ज़रिये खरीदे गए थे हथियार:डीजीपी गौरव यादव
पुख्ता सूचना से पता चला कि राज्य में सनसनीखेज़ अपराध की साजि़श रच रहा था गोल्डी बराड़ गैंग: एडीजीपी एजीटीएफ प्रमोद बान
चंडीगढ़, 7 सितंबर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के दौरान संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता दर्ज करते हुए पंजाब पुलिस की गैंगस्टर विरोधी टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने विदेश आधारित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के एक साथी को पांच .32 बोर पिस्तौलों सहित 10 जिंदा कारतूसों सहित गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने रविवार को यहां दी।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह उर्फ़ रैंच निवासी माही नंगल, जिला बठिंडा के रूप में हुई है। आरोपी की आपराधिक पृष्टभूमि है और उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति सरहदी राज्य में शांति और सद्भावना भंग करने के लिए गोल्डी बराड़ गैंग को अवैध हथियारों की सप्लाई करता था। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये हथियार गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर उसके मुख्य सहयोगी मलकियत सिंह उर्फ़ किट्टा भानी (जो इस समय कपूरथला जेल में बंद है) के ज़रिये खरीदे गए थे।
डीजीपी ने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंध स्थापित करने और पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए और जांच जारी है।
ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एजीटीएफ पंजाब प्रमोद बान ने बताया कि डीएसपी एजीटीएफ बठिंडा रेंज जसपाल सिंह के नेतृत्व वाली पुलिस टीमों को गोल्डी बराड़ गैंग द्वारा राज्य में सनसनीखेज अपराध की साजि़श रचने की पुख़्ता जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि तेजी से कार्रवाई करते हुए एजीटीएफ पंजाब की टीमों ने संदिग्ध बलजिंदर रैंच को मलोट, श्री मुक्तसर साहिब में मलोट-मुक्तसर सडक़, न्यू बाईपास स्थित फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे से सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में थाना सदर मलोट में आम्र्स एक्ट की धारा 25 और 25(7)(8) के तहत एफआईआर नंबर 84, दिनांक 07.09.2025 दर्ज की गई है।
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रिपोर्टें लेने की बजाय प्रधानमंत्री पंजाब दौरे के दौरान बड़ा राहत पैकेज करें घोषित
राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद द्वारा फाजिल्का के सीमावर्ती गांवों का दौरा
सौंद ने अपना जन्मदिन प्रभावित लोगों की सेवा के नाम किया
चंडीगढ़, 7 सितंबर: राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पंजाब के पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने आज फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती गांवों का दौरा किया। दोनों नेताओं ने गुलाबा भैणी गांव में खुद लोगों को राहत सामग्री वितरित की।
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि लगभग एक महीने से पंजाब बाढ़ से जूझ रहा है, लेकिन केंद्र सरकार अभी तक रिपोर्टों का इंतजार करने में लगी हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 9 सितंबर को प्रधानमंत्री पंजाब दौरे के दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए बड़ा राहत पैकेज घोषित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब का आरडीएफ, जीएसटी आदि का 60 हजार करोड़ रुपये भी केंद्र जल्द जारी करे। इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पहले ही केंद्र सरकार से यह मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री भी दौरे पर आए थे, लेकिन अब तक केंद्र सरकार की ओर से कोई राहत नहीं भेजी गई है।
पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने कहा कि जिले में राहत कार्य पूरी तेजी से जारी हैं। रविवार को उन्होंने अपना जन्मदिन बाढ़ प्रभावित लोगों की सेवा करके मनाया। उन्होंने खुद गुलाबा भैणी गांव के लोगों तक कंधों पर उठाकर रसद के थैले पहुंचाए। पिछले तीन दिन से वे फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की सेवा में लगे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि अब जब पानी घटने लगा है तो हमने अगली चुनौती के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है। सौंद ने कहा कि पानी घटने के बाद पानी से होने वाली बीमारियां और हुए नुकसान का सर्वेक्षण प्रमुख चुनौतियां होंगी। सोंद ने कहा कि प्रभावित गांवों में मेडिकल टीमें, पशु चिकित्सा विभाग की टीमें और जिला प्रशासन की टीमें लगातार सक्रिय हैं और हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत सामग्री की पहुँच सुनिश्चित की जा रही है।
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नेशनल अवार्डी अध्यापकों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर बाढ़ राहत कार्यों के लिए दिए 1.25 लाख रुपये
मुख्यमंत्री बाढ़ राहत कोष में योगदान देने हेतु शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस को चेक सौंपा गया
चंडीगढ़, 7 सितंबर: पंजाब के लिए इस कठिन समय में एकजुटता की मिसाल पेश करते हुए नेशनल अवार्डी टीचर्स एसोसिएशन (नाटा) पंजाब ने राज्य सरकार के बाढ़ राहत कार्यों में अपना योगदान देने हेतु शिक्षक दिवस के अवसर पर पंजाब के शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस को 1.25 लाख रुपये का चेक भेंट किया।
डॉ. बलराम शर्मा की अगुवाई में नाटा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री बाढ़ राहत कोष में योगदान हेतु स हरजोत सिंह बैंस से मुलाकात की और राज्य को इस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया।
स हरजोत सिंह बैंस ने नेशनल अवार्डी अध्यापकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये शिक्षक शिक्षा विभाग का गौरव हैं। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अध्यापकों की पहल और सामाजिक भाईचारे को और सुदृढ़ बनाने की भावना की सराहना की।
डॉ. बलराम शर्मा, अमरजीत सिंह चहल तथा नाटा के अन्य सदस्य शिक्षा मंत्री को भरोसा दिलाया कि नाटा पंजाब, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में विद्यार्थियों के शैक्षणिक नुकसान को कम करने हेतु अपना समर्थन जारी रखेगा, जो उनके शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और सुहृद भावना को दर्शाता है।
इन अध्यापकों ने कहा कि इस कार्य हेतु उन्हें प्रेरणा शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस से मिली, जो स्वयं रोपड़ जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की अगुवाई कर रहे हैं।
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