महाराष्ट्र में एक बार फिर से भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सोमवार, 15 सितंबर 2025 को मुंबई और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। कई जगहों पर सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। सबसे बड़ी समस्या तब सामने आई जब मुंबई मोनोरेल बीच रास्ते पर रुक गई और यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
मुंबई के सायन, दादर, कुर्ला, अंधेरी और चेंबूर जैसे इलाकों में पानी भरने से लोगों को घरों से निकलने में दिक्कत हुई। लोकल ट्रेन सेवाएं धीमी हो गईं और कई ट्रैक पर पानी भरने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं, सड़क यातायात भी प्रभावित रहा, जिसके चलते ऑफिस और स्कूल जाने वालों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा।
मोनोरेल की समस्या ने यात्रियों की परेशानी और बढ़ा दी। तकनीकी खामी और ट्रैक पर पानी भरने की वजह से ट्रेन अचानक बीच रास्ते पर रुक गई। प्रशासन ने बाद में यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन इस घटना ने लोगों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई सहित कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले 24 से 48 घंटे तक भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में बने निम्न दबाव और सक्रिय मानसून की वजह से यह बारिश हो रही है।
नगर निगम और आपदा प्रबंधन दल लगातार जलभराव हटाने और फंसे हुए लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। वहीं, प्रशासन ने नागरिकों को घर से बाहर निकलने से बचने और समुद्र किनारे न जाने की सलाह दी है। जरूरत पड़ने पर स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने के आदेश भी जारी किए गए हैं।
बारिश से जहां आम लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है, वहीं किसानों के लिए यह बरसात राहत भी लेकर आई है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि खरीफ की फसलों के लिए यह पानी फायदेमंद हो सकता है, बशर्ते यह अत्यधिक नुकसानदायक स्तर तक न पहुंचे।
फिलहाल, मुंबई और आसपास के लोग बारिश से राहत की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी ने हालात को और गंभीर बना दिया है। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैयार हैं।