भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 14 सितंबर 2025 के लिए बड़ा मौसम अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार देश के कई हिस्सों में तेज़ बारिश, आंधी-तूफान और वज्रपात की संभावना बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत से लेकर मध्य और पूर्वी राज्यों तक बादलों का जमावड़ा दिखाई दे रहा है, जिससे मौसम का मिजाज अचानक बदल सकता है।
किन इलाकों में होगा असर?
IMD की चेतावनी के मुताबिक उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों में भी तेज़ हवाओं और हल्की से मध्यम वर्षा का पूर्वानुमान है।
खतरे की चेतावनी
मौसम विभाग ने साफ़ किया है कि जिन इलाकों में बिजली गिरने और आंधी-तूफान की संभावना है, वहां लोग घरों से बाहर निकलने से बचें। खेतों में काम करने वाले किसानों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे जाने से परहेज़ करें। ग्रामीण क्षेत्रों में चरवाहों और पशुपालकों को भी सतर्क रहने की अपील की गई है।
वैज्ञानिकों की राय
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी इस समय मानसूनी हवाओं को और मज़बूत कर रही है। इसके चलते बादल तेज़ी से सक्रिय हो रहे हैं और वज्रपात की घटनाओं में बढ़ोतरी हो सकती है। बीते कुछ वर्षों में बिजली गिरने से जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ है, इसलिए सतर्कता बरतना बेहद ज़रूरी है।
सावधानियां क्यों ज़रूरी?
IMD ने लोगों को सलाह दी है कि मौसम की ताज़ा जानकारी पर लगातार नज़र रखें। मोबाइल अलर्ट और रेडियो प्रसारणों के ज़रिये जानकारी हासिल करें। आंधी या तूफान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। यात्रा पर निकलने से पहले मौसम का हाल देख लें और ज़रूरी होने पर ही सफर करें।
मौसम विभाग का यह अलर्ट आम जनता को सतर्क करने और नुकसान से बचाने के लिए जारी किया गया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि समय रहते सावधानी बरतकर बड़े हादसों से बचा जा सकता है।