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चंडीगढ़

Murder of Trump supporter Charlie Kirk:: ट्रंप समर्थक चार्ली किर्क की हत्या: एफबीआई को मिली अहम सुराग, हत्या में इस्तेमाल राइफल बरामद

September 12, 2025 07:21 AM

अमेरिका में  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और रिपब्लिकन समर्थक नेता चार्ली किर्क की हत्या के मामले ने राजनीतिक और सुरक्षा हलकों में हलचल मचा दी है। जांच एजेंसी एफबीआई ने शुक्रवार को बताया कि हत्या में इस्तेमाल की गई राइफल बरामद कर ली गई है। हालांकि, हमलावर अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है। इस केस को लेकर देशभर में सियासी तनाव गहराता जा रहा है।

हत्या और शुरुआती जांच

चार्ली किर्क पर यह हमला उस समय हुआ जब वे एक राजनीतिक कार्यक्रम से लौट रहे थे। अचानक आई गोलियों की बौछार से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि हमलावर ने हाई-पावर्ड राइफल का इस्तेमाल किया था। अब वही हथियार एफबीआई के कब्जे में है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

एफबीआई का बयान

एफबीआई अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बरामद हथियार से हत्या की पुष्टि हुई है। एजेंसी ने कहा कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और हमलावर की पहचान लगभग साफ हो चुकी है। हालांकि सुरक्षा कारणों से उसका नाम फिलहाल उजागर नहीं किया गया है। एफबीआई ने जनता से अपील की है कि अगर किसी के पास इस हमले से जुड़ी कोई भी जानकारी है तो तुरंत साझा करें।

राजनीतिक हलचल

चार्ली किर्क रिपब्लिकन पार्टी के जाने-माने चेहरे थे और उन्हें डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता था। उनकी हत्या ने अमेरिकी राजनीति में भूचाल ला दिया है। रिपब्लिकन नेताओं ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, डेमोक्रेट खेमे ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं हो सकती।

सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल

इस हमले ने अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आलोचकों का कहना है कि जब एक हाई-प्रोफाइल नेता सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक कितने सुरक्षित हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से 2026 के चुनावी माहौल पर भी असर पड़ सकता है और सुरक्षा को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ेगा।

परिवार और समर्थकों में शोक

चार्ली किर्क के परिवार और समर्थकों में गहरा शोक है। उनके करीबी दोस्तों ने उन्हें "बेहद स्पष्टवादी और ऊर्जावान नेता" बताया, जो युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय थे। कई रिपब्लिकन समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनकी हत्या पर नाराज़गी जताई और न्याय की मांग की।

अब पूरी निगाहें एफबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसियों पर हैं कि वे हमलावर को कब तक पकड़ पाती हैं। हथियार बरामद होने से जांच को नई दिशा मिली है, लेकिन जब तक अपराधी कानून के शिकंजे में नहीं आता, यह केस अधूरा माना जाएगा।

चार्ली किर्क की हत्या केवल एक आपराधिक घटना नहीं बल्कि अमेरिकी राजनीति और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला मानी जा रही है। एफबीआई की जांच और हमलावर की गिरफ्तारी आने वाले दिनों में न केवल इस मामले की दिशा तय करेगी, बल्कि अमेरिकी राजनीतिक परिदृश्य पर भी गहरा असर डालेगी।

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