नवरात्रि से ठीक पहले माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए बड़ी खबर आई है। 14 सितंबर 2025 से शुरू होने वाली यात्रा को प्रशासन ने अस्थायी रूप से रोक दिया है। इस फैसले से लाखों श्रद्धालुओं की आस्था और तैयारियों पर गहरा असर पड़ा है।
यात्रा रोकने की वजह
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने खराब मौसम और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह निर्णय लिया है। पिछले कुछ दिनों से कटरा और त्रिकुटा पहाड़ियों पर लगातार बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन और फिसलन का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा, सुरक्षा एजेंसियों ने भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सिफारिश की थी।
श्रद्धालुओं की भावनाएं
नवरात्रि के दौरान हर साल लाखों भक्त माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आते हैं। इस बार भी होटल, ट्रेवल एजेंसियां और स्थानीय दुकानदार पूरी तरह तैयार थे। लेकिन अचानक यात्रा रुक जाने से श्रद्धालुओं में निराशा फैल गई है। कई लोग पहले से टिकट बुक करा चुके थे और कटरा पहुंच चुके हैं। अब उन्हें यहीं रुकना होगा या वापस लौटना पड़ेगा।
प्रशासन की अपील
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति में सुधार होने के बाद यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा। यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं और जो लोग कटरा में फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित ठहराने के इंतज़ाम किए जा रहे हैं।
स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर
वैष्णो देवी यात्रा जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देती है। होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी और छोटे व्यापारी इस यात्रा सीजन पर काफी हद तक निर्भर रहते हैं। ऐसे में यात्रा रोकने का असर स्थानीय कारोबार पर भी पड़ेगा। व्यापारियों ने उम्मीद जताई है कि यात्रा जल्द शुरू हो ताकि उन्हें भारी नुकसान न झेलना पड़े।
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि आने वाले कुछ दिनों में बारिश की तीव्रता कम हो सकती है। यदि हालात सामान्य होते हैं और सुरक्षा एजेंसियां हरी झंडी देती हैं, तो यात्रा फिर से शुरू हो जाएगी। तब तक प्रशासन और मंदिर बोर्ड हालात पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं।