रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर नए मोड़ पर पहुंच गया है। 29 सितंबर 2025 को रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों को निशाना बनाते हुए अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। इस हमले में रूस ने लगभग 500 ड्रोन और 40 से अधिक मिसाइलें दागीं। हमले के बाद पूरे यूक्रेन में हवाई हमले का अलर्ट जारी कर दिया गया और नागरिकों को बंकरों में जाने की अपील की गई।
कीव पर सबसे ज्यादा प्रहार
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, कीव इस हमले का सबसे बड़ा निशाना रहा। राजधानी के कई इलाकों में तेज धमाकों की आवाज सुनी गई और कई इमारतों में आग लग गई। यूक्रेन का दावा है कि उसकी एयर डिफेंस सिस्टम ने बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया, लेकिन कई वार सफल भी रहे, जिससे भारी नुकसान हुआ।
पोलैंड ने एयरस्पेस किया बंद
रूस के इस हमले ने केवल यूक्रेन ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देशों को भी सतर्क कर दिया है। पोलैंड ने सुरक्षा कारणों से तत्काल अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है। यह कदम इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि कुछ रूसी मिसाइलें और ड्रोन यूक्रेन-पोलैंड सीमा के बेहद करीब तक पहुंच गए थे। नाटो सदस्य होने के नाते पोलैंड की यह कार्रवाई रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है।
यूक्रेन में रेड अलर्ट
हमले के बाद पूरे यूक्रेन में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया। बिजली आपूर्ति और इंटरनेट सेवाओं पर भी असर पड़ा। राजधानी कीव में आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है और नागरिकों से एहतियात बरतने की अपील की गई है। कई स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं।
रूस का उद्देश्य क्या?
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस का यह हमला यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने और मनोबल गिराने के लिए किया गया है। पिछले कुछ महीनों से रूस लगातार यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहा है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में एक साथ हमला पहली बार हुआ है। विश्लेषकों का यह भी कहना है कि यह हमला सर्दियों से पहले ऊर्जा ढांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने इसे “युद्ध को और भड़काने वाली कार्रवाई” करार दिया है। पोलैंड की एयरस्पेस बंद करने की घोषणा से यह साफ है कि यह युद्ध अब पड़ोसी देशों को भी सीधे प्रभावित करने लगा है।
हालात पर नजर
फिलहाल यूक्रेनी सेना दावा कर रही है कि वह रूसी हमलों का मुकाबला कर रही है और नुकसान की भरपाई के लिए काम शुरू कर दिया गया है। हालांकि, लगातार बढ़ते हमलों ने आम नागरिकों के बीच भय और असुरक्षा को गहरा कर दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि रूस की यह आक्रामक रणनीति संघर्ष को किस दिशा में ले जाती है।