ओडिशा के कटक जिले में रविवार रात मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हुआ विवाद हिंसा में बदल गया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि प्रशासन को इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ीं और शहर के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जबकि पुलिस ने अब तक 20 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
घटना कटक के चौधरी बाजार और मंगलबाग इलाके में हुई, जहां मूर्ति विसर्जन जुलूस निकल रहा था। इसी दौरान किसी बात को लेकर दो समूहों में कहासुनी हो गई जो जल्द ही पथराव और तोड़फोड़ में बदल गई। उपद्रवियों ने कुछ दुकानों और वाहनों में आग लगाने की भी कोशिश की, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल, RAF और फायर ब्रिगेड की टीमों को तैनात किया गया। एसपी विजय राठौर ने बताया कि फिलहाल हालात काबू में हैं, लेकिन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायल लोगों का समुचित इलाज कराया जाए और शहर में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं।
प्रशासन ने अफवाहों पर रोक लगाने के लिए 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं ताकि किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी या सांप्रदायिक तनाव को फैलने से रोका जा सके। साथ ही, सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से धार्मिक आयोजनों को लेकर तनाव बना हुआ था। फिलहाल पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया है और लोगों से घरों में रहने की अपील की है।
प्रशासन ने कहा कि स्थिति सामान्य होते ही इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।