उत्तर भारत में मौसम ने करवट बदल ली है। अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही ठंडी हवाओं का असर महसूस होने लगा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में हल्की बारिश ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक कई राज्यों में बादल छाए रहेंगे और न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है।
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति, कुल्लू और किन्नौर जिलों में मंगलवार रात से लगातार बर्फबारी जारी है। मनाली, रोहतांग और केलांग में सर्द हवाएं चलने से लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। कश्मीर घाटी के गुलमर्ग और सोनमर्ग में भी बर्फ की मोटी परत जमी है। श्रीनगर का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी बुधवार सुबह ठंडी हवाओं के साथ हल्की फुहारें पड़ीं, जिससे न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। हवा में नमी बढ़ने से सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा छाने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत में तापमान लगातार घटेगा और गुलाबी ठंड का असर इस हफ्ते और बढ़ेगा।
दूसरी ओर, पंजाब और बिहार के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पंजाब में सतलुज और ब्यास नदी उफान पर हैं, जबकि बिहार में गंडक और कोसी नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। राज्य प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के उत्तरी जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। किसानों को सलाह दी गई है कि फसलों की कटाई और भंडारण के दौरान सतर्कता बरतें।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में इतनी ठंडक पिछले कई वर्षों में कम ही देखी गई है। आने वाले दिनों में यह गुलाबी ठंड धीरे-धीरे पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले लेगी और पर्वतीय राज्यों में सर्दी का वास्तविक मौसम शुरू हो जाएगा।