प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महाराष्ट्र के बहुप्रतीक्षित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (NMIA) के पहले चरण का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक हवाई अड्डा लगभग ₹19,650 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है और इसे मुंबई महानगरीय क्षेत्र के तेजी से बढ़ते हवाई यातायात को संभालने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सहित कई केंद्रीय मंत्री व अधिकारी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि नवी मुंबई एयरपोर्ट न केवल महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश की कनेक्टिविटी और आर्थिक प्रगति में नई ऊर्जा भरेगा। उन्होंने इसे “नए भारत की नई उड़ान” करार दिया।
नवी मुंबई एयरपोर्ट का संचालन सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (CIDCO) और अदाणी ग्रुप के संयुक्त उपक्रम द्वारा किया जाएगा। पहले चरण में प्रति वर्ष 2 करोड़ यात्रियों की क्षमता वाले टर्मिनल का निर्माण किया गया है। भविष्य में इसकी क्षमता बढ़ाकर 9 करोड़ यात्रियों तक की जाएगी।
यह हवाई अड्डा मुंबई एयरपोर्ट पर बढ़ते दबाव को कम करेगा और दक्षिण मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, पुणे, रायगढ़ और कोकण क्षेत्र के यात्रियों के लिए नई सुविधा लेकर आएगा। एयरपोर्ट का डिजाइन पूरी तरह पर्यावरण-अनुकूल है — इसमें ग्रीन एनर्जी, वाटर रीसाइक्लिंग सिस्टम और सौर ऊर्जा आधारित बिजली उत्पादन जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है।
एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, नवी मुंबई मेट्रो और डेडिकेटेड रोड नेटवर्क को भी जोड़ा गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने उद्घाटन के दौरान कहा कि “भारत अब इंफ्रास्ट्रक्चर के नए युग में प्रवेश कर चुका है। यह एयरपोर्ट भारत की विकास गाथा में नया मील का पत्थर साबित होगा।” उन्होंने महाराष्ट्र को लॉजिस्टिक हब बनाने के सरकार के संकल्प को भी दोहराया।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 2026 से वाणिज्यिक उड़ानों के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा और इसके पूर्ण संचालन के बाद मुंबई पश्चिमी भारत का सबसे बड़ा एविएशन हब बनने की दिशा में अग्रसर होगा।