गुजरात की राजनीति में शनिवार को एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपनी नई कैबिनेट का गठन किया, जिसमें युवा चेहरों और महिलाओं को विशेष स्थान दिया गया है। हर्ष संघवी ने राज्य के उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) के रूप में शपथ ली, जबकि क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी और जामनगर से विधायक रिवाबा जडेजा को भी मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई।
गुजरात राजभवन में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।
इस नई कैबिनेट में 25 मंत्री शामिल किए गए हैं, जिनमें 10 नए चेहरे हैं। सरकार ने क्षेत्रीय और जातीय संतुलन का ध्यान रखते हुए सभी जिलों को प्रतिनिधित्व दिया है। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट और वडोदरा जैसे औद्योगिक शहरों से कई विधायकों को कैबिनेट में जगह दी गई है।
नए मंत्रियों में प्रमुख नामों में रिवाबा जडेजा, केतन इन्गले, जयेश राडाडिया, मनीषा वाघेला, किशोर कनानी, और नरेश पटेल शामिल हैं। वहीं पूर्व मंत्रियों में से कुछ को संगठनात्मक जिम्मेदारियों के चलते इस बार स्थान नहीं मिला है।
डिप्टी सीएम बने हर्ष संघवी, जो इससे पहले गृह राज्य मंत्री थे, को युवा और ऊर्जावान चेहरा माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आगामी 2027 विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह कैबिनेट संतुलन और प्रदर्शन दोनों पर केंद्रित है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि नई कैबिनेट का उद्देश्य “सुशासन, पारदर्शिता और जनसेवा” को और मजबूत बनाना है। उन्होंने भरोसा जताया कि टीम गुजरात को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा ने इस फेरबदल के जरिए महिलाओं, युवाओं और पाटीदार समुदाय को साधने की कोशिश की है। रिवाबा जडेजा की एंट्री को पार्टी की युवा और महिला सशक्तिकरण रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
नई टीम के गठन से गुजरात की राजनीति में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और यह कैबिनेट आने वाले समय में विकास और सुशासन के नए अध्याय लिखने को तैयार दिखाई देती है।