अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय मौसमीय प्रणाली ने नया रूप ले लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात “मोंथा” (Cyclone Montha) आज दोपहर ओडिशा के बालासोर और गंजाम तट के बीच जमीन से टकरा सकता है। इसके प्रभाव से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में अगले 48 घंटे तक तेज हवाएं और भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चक्रवात की रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है, इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। ओडिशा और बंगाल प्रशासन ने एनडीआरएफ (NDRF) की 35 से अधिक टीमों को राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया है। तटीय जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, जबकि पर्यटन स्थलों पर प्रवेश सीमित कर दिया गया है।
तमिलनाडु और बंगाल में भारी बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मोंथा का असर तमिलनाडु, पुदुचेरी और पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्सों में भी देखने को मिलेगा। चेन्नई, कांचीपुरम और नागपट्टिनम में लगातार तेज बारिश के चलते जलभराव की स्थिति बन गई है। बंगाल के दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और कोलकाता जिलों में भी आज से भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।
स्वास्थ्य और रेलवे मंत्रालय अलर्ट पर
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी तटीय राज्यों को एडवाइजरी जारी की है, जिसमें अस्पतालों में दवाओं, आपात उपकरणों और रक्त की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। वहीं, रेलवे मंत्रालय ने ओडिशा और बंगाल से गुजरने वाली 20 से अधिक ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट कर दिया है।
भारतीय नौसेना, कोस्ट गार्ड और वायुसेना भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि “हमारी सभी टीमों को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित राहत पहुंचाई जा सके।”