12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी Air India फ्लाइट AI171 का बीते कुछ समय बाद गज़ब हादसा हो गया। विमान टेकऑफ के सिर्फ 36 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त होकर शहर के अस्पताल परिसर में तड़ककर गिरा, जिसमें 241 यात्रियों की मौत और एक व्यक्ति की गंभीर घायल अवस्था सामने आई इस त्रासदी के बाद अब एयर इंडिया और DGCA मिलकर जांच–परख में सक्रिय हुए हैं।
⚠️ नियोक्ताओं पर दोषारोपण और ताजा कार्रवाई
नियंत्रक संस्था DGCA ने जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि ऐन हादसे से कुछ दिन पहले ही एयर इंडिया ने पायलटों के उड़ान समय से अधिक उड़ान भरवाई थी। उस दौरान 10 घंटे की पायलट फ़्लाइट टाइमींग लिमिट पार की गई थी। इस “तंत्रगत चूक” को गंभीर माना गया है । इसके परिणामस्वरूप तीन प्रमुख अफसरों को उनके पद से हटा दिया गया – एक डिविजनल वाइस‑प्रेसिडेंट, एक क्रू‑शेड्यूलिंग के चीफ मैनेजर, और एक प्लानिंग एक्जीक्यूटिव।
🛠️ अन्य सुरक्षा उल्लंघन और निरीक्षण में चूक
डीजीसीए ने आरोप लगाया कि एयर इंडिया ने कुछ विमान के आपात उपकरण – जैसे स्लाइड और लाइफजैकेट – की जाँच समय पर नहीं की, जो पहले ही चेतावनी जारी हो चुकी घटना थी । ये चूक इस भयावह परिणाम की एक संभावित वजह मानी जा रही है।
📦 ब्लैक बॉक्स और तकनीकी जांच
दुर्घटना से मिले ब्लैक बॉक्स की मरम्मत कर अमेरिका भेजने की योजना बनाई जा रही है ताकि गहन तकनीकी विश्लेषण हो सके; हालांकि, कुछ हिस्सों को अत्यधिक गर्मी के कारण नुकसान पहुँचा बताया जा रहा है । इस जांच में पायलट का संवाद रिकॉर्ड और यांत्रिक डेटा उपयोगी साबित होंगे।
📝 एयर इंडिया का रुख और सुधार की पहल
Air India ने डीजीसीए के आदेश को स्वीकार कर तीनों अधिकारियों को बर्खास्त किया और OOC (ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर) की निगरानी को अधिक कड़ा किया जाना शुरू कर दिया कंपनी ने यह भी बताया कि सभी विमानों पर सुरक्षा मानकों का सख्त अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
🗣️ सार्वजनिक और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
विमान दुर्घटना के बाद से भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र में पुराने ढांचों में गड़बड़ी की पोल खुलकर सामने आ रही है। नियमित जांचों की लापरवाही, उड़ान सीमाओं का उल्लंघन, और आपात‑उपकरण की अनदेखी को लेकर सोसाइटी में एक व्यापक आलोचना का माहौल है । अब एयर इंडिया की जिम्मेदारी बनती है कि वह सिर्फ अफसरों पर कार्रवाई न कर, बल्कि सिस्टम सुधार की ठोस रूपरेखा तैयार करे।
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DGCA ने गंभीर लापरवाही की जांच कर तीन उच्चाधिकारियों की बर्खास्तगी की।
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वक़्त पर आपात उपकरण की जांच न करना और पायलटों का सीमाओं से अधिक उड़ान समय – मुख्य मुद्दे रहे।
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ब्लैक बॉक्स की तकनीकी पड़ताल जारी, हादसे की वास्तविक वजह जल्द सामने आने की उम्मीद।
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एयर इंडिया में सुधार की प्रक्रियाएँ तेजी से लागू की जा रही हैं।