Air India ने हाल ही में अपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती करने का निर्णय लिया है, जिसका असर 15 जुलाई 2025 तक देखने को मिलेगा। यह कदम जून की शुरुआत में अहमदाबाद विमान हादसे और मध्यम-पूर्व में बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
सबसे पहले, एयरलाइन ने 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुई एक बोइंग 787 "ड्रीमलाइनर" फ्लाइट (AI‑171) के बाद सुरक्षा जांच बढ़ा दी थी, जिसके परिणामस्वरूप बड़े एरोप्लेन — जैसे 787 और 777 — पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में लगभग 15% कटौती की गई थी । इसके बाद स्टेप में, एयर इंडिया ने 22 जून को घोषणा की कि घरेलू और निकटवर्ती अंतरराष्ट्रीय मार्गों के लिए प्रयोग होने वाले एयरबस A320/A321 जैसे "नैरो‑बॉडी" विमान सेवाओं में लगभग 5% तक की कमी की जाएगी ।
इस वर्ग में कुल मिलाकर 3 अंतरराष्ट्रीय रूट विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं: पुणे–सिंगापुर (AI‑2111), बेंगलुरु–सिंगापुर (AI‑2392/2393), और मुंबई–बागडोगरा (AI‑551/552)। इसके अतिरिक्त, 19 घरेलू मार्गों पर उड़ानों की आवृत्ति घटा दी गई है ।
पुणे–सिंगापुर मार्ग पर सेवाएँ निलंबित करना खास महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मार्ग दिसंबर 2022 में Vistara द्वारा शुरू किया गया था। कई यात्रियों, जैसे कि AI‑2111 की सेवा पर निर्भर लोग, ने यात्रा में विलंब, अंतिम समय पर सूचनाओं की कमी, होटल सुविधा न मिलने और मुआवज़े की अनुपस्थिति जैसी समस्याओं की शिकायत की है ।
इस रणनीतिक बदलाव का प्रमुख उद्देश्य एयरलाइन नेटवर्क की संचालन स्थिरता बनाए रखना और यात्रियों को आकस्मिक रद्द या विलंब से बचाना बताया गया है । एयर इंडिया ने यह आश्वासन दिया है कि प्रभावित यात्रियों के लिए पुनःबुकिंग, समय पुनर्निर्धारण या रिफंड की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी ।
इस अवधि में यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फ्लाइट की स्थिति नियमित रूप से चेक करते रहें और जरूरत पड़ने पर एयर इंडिया से संपर्क करें। वहीं यह कटौती एयरलाइन के ऑपरेशन के सुधाराधीन सामान्यीकरण की प्रक्रिया में एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जिससे उसे भविष्य में बेहतर विमान प्रबंधन और समयबद्ध सेवाएँ देने की तैयारी मिल सके।