हरियाणा में राजस्व सेवाओं के डिजिटल युग का हुआ सूत्रपात
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विभाग की नई वेबसाइट की लॉन्च
इस नई पहल से राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग में और अधिक पारदर्शिता होगी सुनिश्चित
राजस्व विभाग की नागरिक सेवाओं का लाभ अब एक ही मंच पर मिल सकेगा
चंडीगढ़, 31 जुलाई - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की नई आधिकारिक वेबसाइट https://revenueharyana.gov.in/ का अनावरण किया। इस नई पहल से विभाग में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और लीकेज की गुंजाइश की कोई सम्भावना नहीं होगी। यह वेबसाइट नई तकनीक, नवाचार सेवा का माध्यम होगा और इस आदर्श डिजिटल प्लेटफार्म से आम गरीब व्यक्ति भी सीधा लाभ ले सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने यह बात आज हरियाणा निवास में नई वेबसाइट का शुभारंभ करने के उपरांत मीडिया को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने वेबसाइट तैयार करने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों और उनकी आईटी टीम के अथक प्रयासों के लिए अपनी शुभकामनाएँ भी व्यक्त कीं और उनकी सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरल पोर्टल पर मिल रही नागरिक सेवाओं के लिए मास्टर पोर्टल के रूप में कार्य करेगा तथा राजस्व विभाग की 26 नागरिक सेवाओं की उपलब्धता आनलाइन रहेगी। इससे राजस्व विभाग अब लोगों के और भी करीब होगा। इस नई वेबसाइट के साथ ही राजस्व सेवाएं एक ही मंच पर उपलब्ध होंगी, जिससे नागरिकों को राजस्व कार्यालयों में बार-बार चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि उच्च तकनीकी रूप से उन्नत इस वेबसाइट में सिंगल साइन-ऑन (एसएसओ) जैसी विशेषताएं हैं, जो उपयोगकर्ताओं को एक ही लॉगिन क्रेडेंशियल, ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग, वास्तविक समय डिजिटल डिस्प्ले सिस्टम, समर्पित हेल्प डेस्क और स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध जानकारी के साथ कई एप्लिकेशन और वेबसाइटों तक आसान पहुंच रहेगी। इसकी एक प्रमुख विशेषता होगी कि नागरिक अपने घर बैठे ही पंजीकरण आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने राजस्व रिकार्ड के डिजिटलाइजेंशन लिए एक नए युग की शुरुआत की है, जो अब पूरी तरह से जीआईएस-आधारित हैं, जिससे भूमि की स्थिति की वास्तविक समय पर निगरानी संभव हो पाएगी।
एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन काल के दौरान किसानों की फसलों के नुकसान के लिए 5500 करोड़ रुपये वितरित किए थे, जबकि वर्तमान सरकार ने अब तक लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में 15,000 करोड़ रुपये फसल खराबे के वितरित किए हैं। उन्होंने बताया कि 2014 से वर्तमान सरकार ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से नागरिक-केंद्रित सेवाएँ प्रदान करने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। इस पहल से व्यवस्था में अभूतपूर्व पारदर्शिता आई है, जिससे सरकार में जनता का विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष पोर्टल बंद करने की बात कहता है पंरतु उन्हें इस बात का ज्ञान नहीं की यह पारदर्शिता पोर्टल के कारण ही सम्भव हुई है। पहले जो लाभ किसान तक नहीं पहुंचता था और बीच में ही लीकेज हो जाता था, हमने इस लीकेज को रोका है और अब लाभार्थी किसानों के खातों में सीधा लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्ति मजबूत व सशक्त बने इस दिशा में हम आगे बढ़ा रहे है। विपक्ष तो केवल दुष्प्रचार करने का कार्य कर रहा है।
उन्होंने एक प्रश्न के उतर में कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां पर सब्जी किसानों के लिए भावांतर भरपाई योजना लागू की हुई है। किसानों की सभी फसलें एमएसपी पर खरीदी जा रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के किसानों को जागरूक किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान प्राकृतिक खेती को अपनाएं। उन्होंने कहा कि अत्याधिक रासायनिक खादों व कीटनाशकों के उपयोग से उगाए जाने वाले अनाज से मानव के साथ-साथ पशु-पक्षियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड रहा है। इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक खेती का विजन देश के किसानों के समक्ष रखा है।
इस अवसर पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा भूमि प्रशासन में बदलाव लाने में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। हरियाणा लार्ज स्केल मैपिंग प्रोजेक्ट और मॉडर्न रेवेन्यू रिकॉर्ड रूम जैसी महत्वाकांक्षी पहलों के माध्यम से, राज्य का लक्ष्य आवश्यक भूमि डेटा को प्राकृतिक और मानव निर्मित, दोनों तरह की बाधाओं से सुरक्षित रखना है। इन सुधारों से ग्रामीण और शहरी भूमि प्रबंधन प्रणालियों में अभूतपूर्व स्पष्टता, पारदर्शिता और दक्षता आने की उम्मीद है। इस नई वेबसाइट का शुभारंभ हरियाणा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, क्योंकि इसका उद्देश्य आवश्यक सेवाओं को सीधे लोगों तक पहुँचाना है।
हरियाणा की वित्त आयुक्त राजस्व डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि राजस्व विभाग अगले महीने से और अधिक नवीन डिजिटल समाधान शुरू करने की योजना बना रहा है, जिसमें निजी संपत्ति पोर्टल, निशानदेही पोर्टल (डिजिटल सीमांकन और सीमा सत्यापन के लिए) और एक पेपरलेस पंजीकरण प्रणाली शामिल है, जो राज्य भर में संपत्ति पंजीकरण को सरल और डिजिटल बनाएगी।
उन्होंने कहा कि इस नई वेबसाइट का शुभारंभ केवल एक डिजिटल उन्नयन ही नहीं, बल्कि हरियाणा के भूमि प्रशासन मॉडल में एक क्रांतिकारी बदलाव है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के दूरदर्शी नेतृत्व और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के समर्पित प्रयासों से, हरियाणा पूरी तरह से डिजिटल, पारदर्शी और नागरिक-प्रथम राजस्व प्रशासन प्रणाली की ओर बढ़ रहा है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरूण गुप्ता, सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री के.एम.पांडुरंग, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री यशपाल, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भारत भूषण भारती, मीडिया सचिव श्री प्रवीण अत्रेय सहित राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अधिकारी मौजूद रहे।
नायब सरकार का किसानों के लिए बड़ा कदम
मुख्यमंत्री ने रबी फसल-2025 के नुकसान की भरपाई के लिए 52.14 करोड़ रुपये का मुआवजा किया जारी
22,617 किसान हुए लाभान्वित
चंडीगढ़, 31 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज प्रदेश के 22,617 लाभार्थी किसानों के लिए 52.14 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की, जिनकी रबी फसलें 2025 सीजन के दौरान ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
यह फसल क्षतिपूर्ति की आकलन ‘क्षतिपूर्ति पोर्टल‘ के माध्यम से एकत्रित व्यापक फसल क्षति आंकड़ों के आधार पर की गई है, जिसे दिसंबर 2024 और मार्च 2025 के बीच चालू किया गया था। राज्य भर के किसानों ने पोर्टल पर अपना नुकसान दर्ज कराया था, जिसके बाद गहनता से आकलन और सत्यापन किया गया।
हरियाणा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की वेबसाइट के शुभारंभ के अवसर पर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि गहन सत्यापन के बाद लगभग 57,485 एकड़ भूमि मुआवजे के लिए पात्र पाई गई। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन में राज्य के 15 जिलों अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, गुरुग्राम, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, कुरूक्षेत्र, महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल, रेवाड़ी, रोहतक और यमुनानगर को शामिल किया गया और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के लिए वित्तीय सहायता स्वीकृत की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल खराबे वाले जिलों में रेवाड़ी को सबसे अधिक 19.92 करोड़ रुपये, महेंद्रगढ़ को 10.74 करोड़ रुपये, झज्जर को 8.33 करोड़ रुपये, गुरुग्राम को 4.07 करोड़ रुपये, चरखी दादरी को 3.67 करोड़ रुपये तथा भिवानी को 2.24 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है। अन्य जिलों को उनके सत्यापित प्रभावित क्षेत्रों और पंजीकृत किसानों के आधार पर अलग-अलग राशि जारी की गई है। इस मुआवजे का उद्देश्य 2025 के रबी सीजन के दौरान खराब मौसम की स्थिति के कारण होने वाले नुकसान से उबरने में किसानों की सहायता करना है। मुआवज़े की राशि की गणना सत्यापित प्रभावित क्षेत्र के आधार पर और आपदा राहत के सरकारी मानदंडों के अनुसार की गई। दावों के सत्यापन और पात्र लाभार्थियों को शीघ्र धनराशि जारी करने में जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इस अवसर पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री विपुल गोयल, मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की वितायुक्त डॉ सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरूण गुप्ता, सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री के.एम.पांडुरंग, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री यशपाल, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भारत भूषण भारती, मीडिया सचिव श्री प्रवीण अत्रेय सहित राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अधिकारी मौजूद रहे।
शहीद उधम सिंह का बलिदान राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मबलिदान का अनुपम उदाहरण - मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
सिरसा में उधम सिंह शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने की पंचकूला में कम्बोज सभा को प्लॉट देने की घोषणा
हिसार के गाँव बाड़ा सुलेमान का नाम उधमपुरा करने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने नागरिकों का किया आह्वान, राष्ट्र की एकता व नव-निर्माण के लिए मिलकर काम करने का लें संकल्प, यही शहीदों को होगी सच्ची श्रद्धांजलि
चंडीगढ़, 31 जुलाई - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने शहीद उधम सिंह जी के शहीदी दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका बलिदान राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मबलिदान का अप्रतिम उदाहरण है। उधम सिंह जी ने भारत माता की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। 'जंग-ए-आजादी' के इतिहास में आज भी उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। आज का दिन हमें प्रेरणा देता है कि हम भी उनके आदर्शों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
मुख्यमंत्री वीरवार को सिरसा में मुख्य धाम बाबा भूमणशाह जी (संगर सरिस्ता) में शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पंचकूला में कम्बोज सभा को प्लॉट देने की घोषणा की। साथ ही, फतेहाबाद, कैथल और जगाधरी में प्लॉट लेने हेतु सभा द्वारा आवेदन करने उपरांत उन्हें प्राथमिकता के आधार पर प्लॉट प्रदान किया जाएगा। इसके आलावा, मुख्यमंत्री ने हिसार के गाँव बाड़ा सुलेमान का नाम उधमपुरा करने की भी घोषणा की।
बाबा भूमण शाह मुख्य धाम की भूमि पर उनके नाम से राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण करवाने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी फिजिबिलिटी चैक करवाकर इसे पूरा करने का काम किया जाएगा। इसके अलावा, घग्गर नदी से रंगोई नाला निकालकर गांव रामपुरा ढाणी से गुजरता हुआ बनाया जाने की मांग पर मुख्यमंत्री ने इसकी फिजिबिलिटी चेक करवा कर पूरा करवाने की घोषणा की। ओबीसी वर्ग में क्लास-1 व क्लास- 2 श्रेणी की नौकरियों में आरक्षण की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे ओबीसी आयोग को अवगत करा कर लागू कराने का काम किया जाएगा। इनके अलावा, अन्य मांगों को संबंधित विभागों में फिजिबिलिटी चैक करवाने हेतु भेजा जाएगा।
शहीद उधम सिंह ने असत्य, अन्याय और शोषण के विरुद्ध किया संघर्ष
श्री नायब सिंह सैनी ने राष्ट्र नायक शहीद उधम सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीद उधम सिंह जी ने असत्य, अन्याय और शोषण के विरुद्ध संघर्ष करते हुए आज के ही दिन वर्ष 1940 में शहादत पाई। उनकी कुर्बानी ने आजादी के लिए देशवासियों में एक नई जागृति पैदा की। उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि उधम सिंह, सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद तथा मदन लाल ढींगड़ा जैसे अनेक देशभक्तों ने भारत माँ की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए कांटों भरा रास्ता चुना और उस पर चलकर कुर्बानियां देने का इतिहास रचा।
उन्होंने कहा कि जब उधम सिंह जी केवल 20 वर्ष के थे, तो 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग की हृदय विदारक घटना ने उनके दिल और दिमाग पर गहरा आघात किया। उस जलसे में उधम सिंह वहां इकट्ठे हुए लोगों की पानी पिलाकर सेवा कर रहे थे। उस नरसंहार को देखकर वे स्तब्ध रह गये और उसी क्षण उधम सिंह ने जलियांवाला बाग की शहीदी मिट्टी को अपने माथे पर लगाकर यह प्रण किया कि वह इस कत्लेआम का बदला जरूर लेंगे। इस महान सपूत ने अपनी मातृभूमि के अपमान और निर्दोष लोगों के खून का बदला लेने के लिए उस साम्राज्यवादी ताकत से उसी की भूमि पर टक्कर ली, जिसके साम्राज्य में सूर्य कभी अस्त नहीं होता था। उन्होंने देशवासियों के समक्ष राष्ट्र-भक्ति, त्याग और बलिदान की एक अनूठी मिसाल कायम की, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।
उन्होंने कहा कि उधम सिंह ने 13 मार्च, 1940 को लंदन के कैस्टन हाल में माइकल ओ. डायर को गोली मार कर उस खूनी कांड का बदला लिया था। 5 जून, 1940 को केन्द्रीय आपराधिक अदालत ओल्ड वेली में उन्हें मृत्युदंड की सजा सुनाई गई और 31 जुलाई, 1940 को लंदन में पेंटोनविल जेल में उधम सिंह को फांसी दे दी गई।
उन्होंने कहा कि अमर शहीद उधम सिंह जी की तरह अनेक वीरों ने आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर किये थे। देश से अंग्रेजी शासन को खत्म करना और देश के हर नागरिक का कल्याण व उत्थान उनका सपना था। उनके सपनों को साकार करने के लिए सरकार का प्रयास रहा है कि सभी वर्गों के लोग आगे बढ़ें, सभी का उत्थान हो और सभी को बराबर के हक मिलें। इस दिशा में सरकार ने विकास के लाभ उन लोगों तक पहुंचाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं, जो किन्हीं कारणों से पिछड़े रह गये हैं।
1857 के सेनानियों की स्मृति संजोने के लिए अंबाला में बनाया जा रहा युद्ध स्मारक
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके प्रति अपनी कृतज्ञता अवश्य जता सकते हैं। इसी उद्देश्य से 1857 के सेनानियों को नमन करने तथा उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए अंबाला में युद्ध स्मारक का निर्माण कराया जा रहा है। यह स्मारक नई पीढ़ियों को उन महान सेनानियों जैसी देशभक्ति अपनाने की प्रेरणा देता रहेगा। सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों व उनकी विधवाओं की पेंशन 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 40 हजार रुपये मासिक की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सबका साथ-सबका विकास की भावना से पिछड़े वर्गों का भी विशेष ध्यान रखा है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाया है। केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में ओ.बी.सी. का अब तक का सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व है। ओ.बी.सी. को मेडिकल एजुकेशन, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूलों में आरक्षण मिलता है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पिछड़े वर्गों के कल्याण व उत्थान के लिए अनेक कदम उठाए हैं। पंचायती राज संस्थाओं में पिछड़ा वर्ग (ए) को 8 प्रतिशत व पिछड़ा वर्ग (बी) को 5 प्रतिशत आरक्षण और पंच पद के लिए उनकी जनसंख्या के 50 प्रतिशत के अनुपात में आरक्षण दिया गया है। शहरी स्थानीय निकायों में भी पिछड़ा वर्ग बी को मेयर / प्रधान के पदों में 5 प्रतिशत तथा सदस्यों के लिए सम्बंधित पालिका में उनकी जनसंख्या के 50 प्रतिशत के अनुपात में आरक्षण दिया गया है। एक लाख 80 हजार रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों की लड़कियों के विवाह हेतु 51,000 रुपये की राशि दी जाती है।
सभी नागरिक राष्ट्र की एकता व नव-निर्माण के लिए मिलकर काम करने का लें संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए निरंतर काम कर रही है। शहीदों के संघर्ष, त्याग और कुर्बानी से मिली आजादी की अमूल्य धरोहर को हमें सम्भाल कर रखना है। शहीद सदा अमर रहते हैं। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि आज शहीदी दिवस के अवसर पर हम सभी राष्ट्र की एकता और अखंडता की रक्षा तथा राष्ट्र व प्रदेश के नव-निर्माण के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लें।
युवा शहीदों से प्रेरणा लें और सच्चे देशभक्त बनकर राष्ट्र की सेवा करें – बाबा ब्रह्म दास
इस अवसर पर डेरा बाबा भूमणशाह जी के गद्दीनशीन बाबा ब्रह्म दास ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दिन रात जन सेवा के लिए तत्पर रहते हैं और हर वर्ग के कल्याण व उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। बाबा ब्रह्म दास ने युवाओं से आह्वान किया कि वे देश के शहीदों से प्रेरणा लें, अच्छे संस्कार अपनाएं और सच्चे देशभक्त बनकर राष्ट्र की सेवा करें। उन्होंने कहा कि युवा ही देश का भविष्य हैं। जिस प्रकार शहीदों ने हमें स्वतंत्रता की खुली हवा में सांस लेने का अवसर दिया, उसी प्रकार हमें भी देश की रक्षा और प्रगति में अपना योगदान देना होगा।
बाबा ब्रह्म दास ने नशे के खिलाफ आवाज उठाते हुए उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हम सब मिलकर इस सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करेंगे। जब तक नशा समाप्त नहीं होगा, तब तक हमारा प्रयास जारी रहेगा।
इस अवसर पर स्वामी ब्रह्मानंद जी, श्री महेश मुनी जी, महंत गोमती दास जी, महंत सागर नाथ जी, जर्मनी के सांसद श्री राहुल कम्बोज, उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल, पूर्व मंत्री श्री सुभाष सुधा, पूर्व मंत्री श्री करण देव कम्बोज, पूर्व सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल, पूर्व विधायक श्री दुड़ा राम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
CISF का "प्रोजेक्ट मन": मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत कदम
75,000 से ज्यादा जवानों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत रखने में की मदद
चंडीगढ़ , 31 जुलाई - सीआईएसएफ (CISF) का 'प्रोजेक्ट मन' अब तक 75,000 से ज्यादा जवानों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सहायता उपलब्ध करा चुका है। इस पहल के जरिए परामर्श सेवाएं और जरूरत के अनुसार समय पर हस्तक्षेप कर के पूरे बल का मनोबल मजबूत किया जा रहा है।
आज आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट (एबीईटी) की चेयर पर्सन श्रीमती नीरजा बिडला और सीआईएसएफ के महानिदेशक श्री आर. एस. भट्टी (IPS) ने इस प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की। यह मानसिक स्वास्थ्य पहल नवंबर 2024 में सीआईएसएफ और एबीईटीके बीच हुए समझौते के तहत शुरू की गई थी।
सीआईएसएफ महानिदेशक ने एबीईटी की टीम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने बल के भीतर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरुकता फैलाने, परामर्श देने, जरूरत पड़ने पर इलाज से जुड़ी सहायता देने और जवानों को मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
अब तक प्रोजेक्ट मन' से 75,181 सीआईएसएफ कर्मी और उनके परिवार लाभान्वित हो चुके हैं, साथ ही एबीईटी ने 1,726 अधिकारियों और अधीनस्थ अधिकारियों को इस तरह प्रशिक्षित किया है कि वे कम जोखिम वाले मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों की पहचान कर सकें और गंभीर मामलों को विशेषज्ञों तक पहुँचा सकें। इस दो-स्तरीय व्यवस्था से जमीनी स्तर तक मानसिक स्वास्थ्य सहायता को पहुँचना आसान हुआ है।
संवेदनशील इकाइयों जैसे इन्दिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, संसद और दिल्ली मेट्रो में तैनात लगभग 31,000 जवानों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया है, ताकि किसी भी संभावित मानसिक परेशानी को समय रहते पहचाना जा सके। इस पहल की वजह से अब अवसाद, वैवाहिक तनाव, वित्तीय परेशानी जैसी समस्याओं में समय पर परामर्श और सहायता संभव हो पाई है।
सीआईएसएफ महानिदेशक और श्रीमती नीरजा बिड़ला ने इस पहल की सफलता को देखते हुए, प्रोजेक्ट मन की सेवाओं को अगले वर्षों के लिए जारी रखने का फैसला लिया है। इस मौके पर सीआईएसएफ महानिदेशक ने कहा कि हमारे कर्मियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य उतना ही जरूरी है जितना कि शारीरिक फिटनेस। यह पहल हमारी आंतरिक सहायता व्यवस्था को मजबूत बनाती है और सुनिश्चित करती है कि हमारे जवान भावनात्मक रूप से मजबूत, एकाग्र और हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहे।
राज्यपाल प्रोफ़ेसर असीम कुमार घोष ने गृह मंत्री श्री अमित शाह से शिष्टाचार भेंट की
चंडीगढ़, 31 जुलाई - हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने आज नई दिल्ली में गृह मंत्री श्री अमित शाह से शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मित्रा घोष भी मौजूद थी।
राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने कहा कि गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से मिलकर मुझे बहुत शिक्षा मिली। उन्होंने मुझे मार्गदर्शन और सुझाव दिए, जो हरियाणा के प्रशासन के संबंध में मेरे लिए बहुत उपयोगी रहेंगे।
खेल महाकुंभ का होगा भव्य आयोजन, 15000 से ज्यादा खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम-खेल मंत्री गौरव गौतम
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी बतौर मुख्य अतिथि करेंगे खेल महाकुंभ का शुभारंभ
प्रदेश की बेहतरीन खेल नीति व खिलाड़ियों के लाजबाव प्रदर्शन से खेलों में हरियाणा बन चुका है देश का सिरमौर
17 साल में हुए 5 ओलंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी जीत चुके हैं 15 पदक
चंडीगढ़, 31 जुलाई- हरियाणा के खेल राज्यमंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि प्रदेश की बेहतरीन खेल नीति व हर राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में पदक जीतकर हरियाणा खेलों में देश का सिरमौर बन चुका है। देश की आबादी 150 करोड़ है, जिसमें हरियाणा की जनसंख्या महज 2 प्रतिशत है, जबकि प्रदेश के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतने में 60 प्रतिशत का योगदान देते हैं। इन्हीं खेलों की परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में दो चरणों में खेल महाकुंभ, 2025 का 2 अगस्त से आगाज किया जा रहा है, जिसमें 26 खेलों में 15410 खिलाड़ी शिरकत कर रहे हैं। इस आयोजन का मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी बतौर मुख्यअतिथि पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में 2 अगस्त को शुभारंभ कर रहे हैं। पहले चरण में खेल महाकुंभ के खेल 4 अगस्त तक आयोजित होंगे। प्रदेश में राज्य स्तर के इस आयोजन में पहली बार है जब खेल महाकुंभ को भव्य समारोह का रूप दिया जा रहा है जिसका शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री करेंगे।
चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में खेल महाकुंभ के आयोजन की विस्तृत जानकारी देते हुए खेल मंत्री श्री गौरव गौतम ने आज सिविल सचिवालय की प्रेसवर्ता में कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि पिछले 17 वर्षों में हुए 5 ओलंपिक खेलों में हरियाणा के किसी न किसी खिलाड़ी ने पदक जीता है। हमारे खिलाड़िय़ों ने ओलंपिक में पिछले पांच ओलंपिक खेलों में 15 पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है।
4 जगहों पर होगा 26 खेलों का आयोजन
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 जगहों पर 26 खेलों का आयोजन किया जाएगा। पंचकूला में एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबाल, हैंडबाल व हाकी, फरीदाबाद में शूटिंग व ताईक्वांडो, रोहतक में बाक्सिंग, नेटबाल व फुटबाल और सोनीपत में लान टेनिस खेल आयोजित किए जाएंगे, जिसमें प्रदेश के 22 जिलों व हरियाणा खेल विश्वविद्यालय राई (सोनीपत) के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। खेल महाकुंभ में दोनों चरणों में 2102 पदकों से खिलाड़ियों को नवाजा जाएगा। पहले चरण में 836 और दूसरे चरण में 1266 पदक, विजेता खिलाड़ियों को दिए जाएंगे। दूसरे चरण के खेल अगस्त के अंतिम सप्ताह में करवाए जाएंगे।
खेल महाकुंभ का आयोजन देश की सबसे बड़ी प्रतियोगिताओं में से है एक
खेल मंत्री ने कहा कि हरियाणा का खेल महाकुंभ देश में राष्ट्रीय स्तर की किसी भी प्रतियोगिता से बड़ा आयोजन होना है। भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स’ में लगभग 8000 खिलाड़ी भागीदारी करते हैं, जबकि खेल महाकुंभ में 15000 से ज्यादा खिलाड़ी भाग लेंगे।
खिलाड़ियों के लिए खाने-पीने की होगी बेहतरीन व्यवस्था
खेल मंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि जिला खेल अधिकारियों की निगरानी में खेल महाकुंभ में शामिल होने वाले जिलों के खिलाड़ियों का चयन निष्पक्ष किया गया है। खिलाड़ियों को प्रतियोगिता के दौरान किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। उनके लिए खाने-पीने व किट की व्यवस्था की गई है। खेलों के सफल आयोजन के लिए खेल मंत्री के आदेश पर अतिरिक्त खेल निदेशक के नेतृत्व में विशेष कोर्डिनेशन कमेटी का गठन किया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश का कोई भी खिलाड़ी खेल सुविधा या खेलों के टेक्निकल आयोजन से संबंधित शिकायत सीधा कमेटी को दे सकता है। जिसके अनुसार लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
प्रदेश सरकार खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिए है प्रतिबद्ध
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार खिलाड़ी की प्रतिभा को निखारने के लिए कोच का महत्वपूर्ण योगदान रहता है, उसी तरह से प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को अंतराष्ट्रीय स्तर का इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतरीन कोच, नौकरी व मान-सम्मान दिलाने का कार्य कर रही है। खिलाड़ियों के विकास के लिए हरियाणा ने वर्ष का खेल कैलेंडर जारी किया है, जिसके तहत 18 प्रकार के खेलों का अलग-अलग आयोजन कराया जाता है।
विजेता खिलाड़ियों के लिए है खेल ग्रेडेशन और 3 प्रतिशत खेल आरक्षण का प्रावधान
खेल मंत्री ने कहा कि हरियाणा की खेल नीति के अनुसार खेल महाकुंभ के विजेता खिलाड़ियों के लिए सरकार द्वारा खेल प्रमाण पत्र ग्रेडेशन बनाने का प्रावधान है, जिसके तहत सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों को तीन प्रतिशत का खेल आरक्षण प्रदान किया जाता है।
हमेशा प्रेरणा देता रहेगा शहीद उधम सिंह की तपस्या, बलिदान और उनका साहस-मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को नमन
शहीद उधम सिंह की जन्मभूमि पंजाब के सुनाम पहुंचे हरियाणा के मुख्यमंत्री
शहीद उधम सिंह मैमोरियल पर जाकर किए अमर शहीद उधम सिंह को पुष्प अर्पित, संग्रहालय का किया दौरा
शहीद उधम सिंह के परिजनों से भी मिले, जनसभा को किया संबोधित
चंडीगढ़, 31 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह की तपस्या, बलिदान और उनका साहस हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने जलियांवाला बाग में निहत्थे लोगों के हत्यारे जरनल डायर को विदेश में जाकर मौत के घाट उतारा था। जो पूरे देश के लिए आज भी प्रेरणादायक है और हमेशा देश सेवा की प्रेरणा देता रहेगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी वीरवार को पंजाब में स्थित शहीद उधम सिंह की जन्मभूमि सुनाम में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने शहीद उधम सिंह मैमोरियल पर जाकर उनकी प्रतिमा के सामने पुष्प अर्पित कर नमन किया। उन्होंने यहां पौधारोपण भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शहीद उधम सिंह संग्रहालय का दौरा किया और शहीद उधम सिंह से जुड़ी स्मृतियों, उनके फोटो व उनके पत्रों का अवलोकन कर अपने विचार भ्रमण पुस्तिका में दर्ज किए।
इसके बाद मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सरदार हरदयाल सिंह की अगुवाई में शहीद उधम सिंह के परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने अपनी मांगों के संबंध में एक मांग पत्र भी हरियाणा के मुख्यमंत्री को सौंपा।
जनसभा को किया सम्बोधित
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने संगरूर रोड पर भाजपा नेत्री एवं पंजाब प्रदेश सचिव दामन बाजवा द्वारा आयोजित जनसभा में पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री का पंजाब भाजपा नेताओं द्वारा जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें शहीद उधम सिंह की जन्मभूमि पर आकर उन्हें नमन करने का अवसर मिला है। जब लोग जलियांवाला बाग में बैसाखी पर्व के लिए एकत्रित हुए थे, उस समय जरनल डायर ने सभी रास्ते बंद करवाकर निहत्थे लोगों पर फायरिंग का आदेश देकर हजारों लोगों को मौत के घाट उतरवा दिया था। उसी समय सरदार उधम सिंह ने देश की मिट्टी को माथे से लगाकर संकल्प लिया था कि जब तक मैं इस जरनल डायर को मौत के घाट नहीं उतार देता तब तक चैन से नहीं बैठूंगा। 13 अप्रैल 1919 की इस हृदयविदारक घटना के बाद 13 अप्रैल 1940 को अंग्रेजों की धरती पर जाकर उन्होंने जरनल डायर को गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार कर उन हजारों निहत्थे लोगों की हत्या का बदला लिया और अपना सर्वस्व इस देश पर कुर्बान कर दिया।
क्रांतिकारी वीर सरदार उधम सिंह ने लंबे समय तक तपस्या की और फिर अपना बदला लिया। जो उनके साहस, उनकी तपस्या व त्याग का परिणाम है। उनकी महान तपस्या, उनका साहस और उनका बलिदान हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम जिस आजाद भारत में रह रहे हैं, इस आजादी के लिए उधम सिंह, भगत सिंह जैसे असंख्य महान क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया और उन्होंने अंग्रेजों को भारत छोडऩे पर मजबूर कर दिया। आजादी हमें वैसे ही नहीं मिली है। इसके लिए बड़ी कुर्बानियां देनी पड़ी हैं।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि भारत शहीदों के सपनों का भारत बनें। हमारे क्रांतिकारियों ने जो सपना देखा था, उनके सपनों का भारत बनना चाहिए। इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। हमें देश को उस दिशा में लेकर जाना है, जो सपना क्रांतिकारियों ने आजाद भारत के लिए देखा था।
इस मौके पर पंजाब भाजपा के आला नेताओं सहित सुनाम से आए विभिन्न संगठन सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान शहीद उधम सिंह के परिजनों में सरदार हरदयाल सिंह, अमन, पंजाब के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं विधायक अरविंद खन्ना, महासचिव दयाल सोढ़ी, प्रदेश सचिव एवं सभा आयोजक दामन बाजवा, जिला सुनाम प्रधान अमृतराज चट्टठा सहित कई गणमान्य मौजूद थे।
पंजाब की सरकार ने लोगों से किए वायदे नहीं किए गए पूरे:मुख्यमंत्री
समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज उनके लिए गर्व की बात है कि महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को उनकी जन्मभूमि पर नमन करने तथा उनके परिजनों से मिलने का अवसर मिला है। 21 साल तक तपस्या कर उन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी जनरल डायर को मौत के घाट उतार कर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब में जनता से जो इन्होंने वायदे किए गए थे, उन वायदों पर यहां की सरकार खरा नहीं उतरी है। लोग अब इंतजार में हैं। इन्होंने यहां के लोगों को केवल सब्जबाग दिखाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे दिल्ली में इन्होंने सब्जबाग दिखाए गए थे, मगर दिल्ली के लोग समझ गए हैं। पंजाब के लोग भी इन्हें अब समझ गए है।