*पीएम किसान सम्मान निधि के तहत प्रदेश के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में 353 करोड़ रुपये की डाली गई राशि*
*जिला स्तरीय कार्यक्रमों में प्रदेश के मंत्रियों ने की मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत*
चण्डीगढ़ 2 अगस्त - प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के किसानों के खातों में 20वीं किस्त जारी की है। इस योजना के तहत हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में 353 करोड़ रुपये की राशि डाली गई है। इस उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने जिला पंचकूला में पीएम किसान उत्सव दिवस राज्य स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इसके अलावा, प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने शिरकत की।
*प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं - अनिल विज*
हरियाणा के ऊर्जा मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री ने ‘वोकल फॉर लोकल’ का नारा दिया है यानि हमें अपने देश में ही चीजों का निर्माण कर उपयोग करना है क्योंकि रोजगार तब बढेगा जब हम अपने देश में ही इन चीजों एवं वस्तुओं का निर्माण करेंगे और हिन्दुस्तान में बनी वस्तुओं का प्रयोग करेंगे’’। श्री अनिल विज आज प्रधानमंत्री किसान उत्सव कार्यक्रम के तहत कृषि विज्ञान केन्द्र तेपला, अंबाला में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को संबोधित कर रहे थे। जिला अम्बाला में 20वीं किस्त के तहत 46431 लाभार्थी किसानों को 9 करोड 28 लाख 62 हजार रूपए की राशि स्थानांतरित करने का काम किया गया है।
श्री विज ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत ने न केवल आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी मजबूत पहचान भी बनाई है और प्रधानमंत्री की दूरदर्शी नीतियों से देश का हर क्षेत्र कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, डिजीटल इंडिया, स्टार्टअपस, महिला सशक्तिकरण व बूनियादी ढांचे में भी तेजी से विकास हुआ है। हम सब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को नमन करते हैं जिन्होंने किसानों को केवल वोट बैंक नहीं बल्कि राष्ट्र निर्माता माना है और कृषि को आधुनिकता से जोडऩे का काम किया है। उनका विजन 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का है जिसमें किसान का भी अहम योगदान होगा।
*देश के किसानों को दिए गए भरोसे और यकीन का प्रमाण किसान सम्मान निधि की राशि - विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार*
हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत दी जाने वाली राशि देश के किसानों को दिए गए भरोसे और यकीन का प्रमाण है। श्री कृष्ण लाल पंवार रोहतक में आयोजित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त वितरण कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को संबोधित कर रहे थे। इस योजना ने भारत के करोड़ों किसानों के जीवन को बदल दिया है। छोटे व मध्यम वर्ग के किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में हरियाणा में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। नायब सरकार इस बात पर विशेष फोकस कर रही हैं कि कोई भी पात्र किसान इस योजना से वंचित न रहे।
*प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए रोशनी की नई किरण है- शिक्ष मंत्री महिपाल ढांडा*
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने शनिवार को जिला पानीपत में किसानों के लिए आयोजित किसान उत्सव कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मजबूत राजनीतिक सोच के बगैर देश तरक्की नहीं कर सकता। हमें स्वदेशी सामान को अपनाना होगा। इससे हम पूरी तरह से हम आत्मनिर्भर बनेंगे। जिसका विदेशों को अपने आप जवाब मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत जिला पानीपत में 47 हजार 592 किसानों के खाते में 9.51 करोड़ की राशि डाली गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना किसानों की जिंदगी में एक नई उम्मीद की किरण जगा रही है। यह योजना किसानों की जिंदगी में खुशहाली व समृद्धि लाएगी। देश का किसान धरती को सींच कर, अपना पसीना बहाकर, पूरे देश के लिए अन्न उगाता है। यह योजना सिर्फ पैसे देने की नहीं, सम्मान देने की योजना है।
*पीएम मोदी का विजन और योजनाएं बना रही हैं भारत को आत्मनिर्भर और विकसित - विपुल गोयल*
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि की 20 वीं किश्त जारी की है। उन्होंने जिला फरीदाबाद में सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकल फॉर वोकल के लिए जो बात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कही है वो हम सबके छोटे से प्रयास से देश की दिशा और दशा बदल सकते है। प्रधानमंत्री ने 2047 में एक विकसित भारत बनाने का जो संकल्प लिया इस संकल्प को हम अपने जीवन में अपनाकर इस संकल्प की पूर्ति के साथ साथ विकसित भारत के संकल्प को 2047 से पहले पूरा कर सकते है।
*मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में किसानों की 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदने वाला हरियाणा देश का एकमात्र राज्य - डॉ अरविंद शर्मा*
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में किसानों की 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदने वाला हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है। डॉ अरविंद शर्मा आज सोनीपत में किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित जनों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बनारस से किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त किसानों के खातों में जारी की। इस क्रम में जिला सोनीपत के 86 हजार 862 किसानों के खातों में 17 करोड़ 77 लाख 24 हजार की राशि जारी की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों और नितियों का ही परिणाम है कि आज बिना किसी कट, कमीशन तथा बिचौलियों के पाई-पाई पैसा किसानों के खातों में डीबीटी के माध्यम से सीधे पहुंच रहा है। आज उनके प्रयासों से हमारा किसान समृद्घ व आर्थिक तौर पर मजबूत बन रहा है।
*किसानों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मोदी सरकार ने उठाए उचित कदम - कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा*
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम आज एक उत्सव दिवस के रूप में मनाया गया। आज जिला करनाल में भी 20वीं किस्त के अंतर्गत 80,794 पात्र किसानों को लगभग 18 करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में डी0बी0टी के माध्यम से स्थानांतरित की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देश की जनता को आह्वान किया कि वे स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं और अपने देश के पैसे को अपने देश में ही रखें। तभी भारत देश दुनिया में अपनी अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर पाएगा और देश तीसरी आर्थिक शक्ति बनकर दुनिया के सामने खड़ा होगा।
*पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना - कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा*
हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री श्री रणबीर गंगवा ने कहा कि रणबीर गंगवा ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत जिला हिसार के 1 लाख 40 हज़ार 633 लाभार्थी किसानों के खातों में 30 करोड़ 53 लाख रुपए से ज्यादा की सहायता राशि जारी की गई है। सरकार के 11 साल के कार्यकाल में पूरे विश्व में भारत को नई पहचान मिली है। वोकल फॉर लोकल और मेक इन इंडिया जैसे महत्वपूर्ण अभियान से सभी वर्गों को लाभ मिला है। आज देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में है। हमने वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। इस कार्य में सभी वर्गों की भागीदारी और योगदान होगा। हरियाणा सरकार ने अपने अभी तक के कार्यकाल में किसान हित की अनेक योजनाओं को लागू किया है।
*बिना किसी कट, कमीशन तथा बिचौलियों के पैसा किसानों के खातों में पहुंचाने का कार्य कर रही हैं सरकार - कृष्ण कुमार बेदी*
हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए कृत संकल्प होकर कार्य कर रही है। आज के परिवेश में किसान पैदावार के साथ मार्केटिंग की और बढ़े और खेती की नवीनतम तकनीकों को अपनाएं। किसानों के खातों में बिना किसी कट कमीशन और बिचौलियों के फसल का सीधा पैसा जा रहा है। कैबिनेट मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी जींद में आयोजित प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत 20 वीं किस्त किसानों के खातों में जारी होने के उपलक्ष्य में आयोजित जिला स्तरीय किसान सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर जींद जिला के किसानों के खाते में करीब 16 करोड़ रुपये की धनराशि डाली गई है।
चंडीगढ़, 2 अगस्त — हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत कार्यरत किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा। सरकार के लिए कर्मचारियों के हित सर्वोपरि हैं और उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने अनेक कदम भी उठाए हैं। गत दिनों सीईटी परीक्षा का सफल आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से योग्य युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में स्थायी नौकरियां प्रदान की जाएंगी।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला में आयोजित कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का संकल्प है कि नॉन स्टॉप प्रयास— नॉन स्टॉप विकास। इसी दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ते हुए प्रदेश सरकार तीन गुणा गति से हर क्षेत्र का समान विकास सुनिश्चित कर रही है।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भाजपा ने अपने साढ़े 10 साल के कार्यकाल में 1 लाख 85 हजार से अधिक नौकरियां युवाओं को दी हैं जबकि कांग्रेस के 10 साल के शासन में 80 हजार नौकरियां दी गई। जिनमें भ्रष्टाचार की दलदल थी। आज हमारी सरकार बिना पर्ची—बिना खर्ची मेरिट के आधार पर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवा रही है।
एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार जनता से अनेक वायदे कर सत्ता में आई। महिलाओं को 2 हजार रुपये देने का वायदा किया लेकिन सरकार ने वायदे पूरे नहीं किए जिससे पंजाब के लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं और उनका सरकार से मोह भंग हो गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हरियाणा में महिलाओं को लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ देने के लिए पोर्टल शुरू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों की सभी फसलों को एमएसपी पर खरीद रही है। भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों को कम भाव मिलने पर भरपाई की जा रही है। इसके अलावा, फसल खराबे के लिए सरकार ने किसानों को अब तक 15,284 करोड़ रुपये दिए हैं। गत दिवस भी किसानों को मुआवजे के तौर पर 58 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।
हरियाणा की खेल नीति देशभर में सबसे श्रेष्ठ, खिलाड़ियों का भविष्य संवारने के लिए केंद्र और राज्य सरकार प्रतिबद्ध
चंडीगढ़, 2 अगस्त-- हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, शहरी स्थानीय निकाय एवं नागरिक उड्डयन मंत्री श्री विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा की खेल नीति देश की सर्वश्रेष्ठ नीतियों में से एक है। वर्ष 2014 के बाद देश सहित राज्य में खेल अवसंरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जो केंद्र और प्रदेश सरकार की दूरदर्शी व प्रभावशाली नीतियों का प्रतिफल है।
श्री गोयल शनिवार को फरीदाबाद में तीन दिवसीय खेल महाकुंभ 2025 का शुभारंभ करने उपरांत बोल रहे थे। यह महाकुंभ 2 से 4 अगस्त तक आयोजित किया जायेगा।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने, खिलाड़ियों के समग्र विकास और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है तथा निरंतर इस दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि यदि वे मन लगाकर मेहनत करें, तो सरकार उनकी हरसंभव सहायता करेगी और उन्हें हर स्तर पर सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने इस खेल महाकुम्भ समारोह में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों का धन्यवाद किया और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि यह खेल महाकुंभ प्रदेश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
सहकारिता मंत्री अरविंद शर्मा ने भारत माता की जय के नारों के साथ की जिला में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत
चंडीगढ़, 02 अगस्त-- हरियाणा के सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने भारत माता की जय के नारों के साथ सोनीपत से हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक में देशभक्ति के अलख जगाने व एकता का संदेश देने के लिए 15 अगस्त तक पूरे देश में यह अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने जिलावासियों का आह्वान किया कि वे सभी अपने घरों पर तिरंगा फहराएं ताकि प्रत्येक नागरिक में देशभक्ति का संचार हो सके। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘हर घर तिरंगा’ अभियान 2 अगस्त से 15 अगस्त तक पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा।
हरियाणा में हुआ छठे राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का भव्य आगाज़
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में किया शुभारंभ
26 खेलों में प्रदेश के कुल 15,410 खिलाड़ी लेंगे भाग
खेल महाकुंभ केवल आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं के सपनों को उड़ान देने का मंच - मुख्यमंत्री
चंडीगढ़, 2 अगस्त -- हरियाणा में आज खेल भावना और युवा ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में छठे राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का भव्य आगाज़ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कबड्डी मैच की शुरुआत कर खेल महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ किया और प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस वर्ष के खेल महाकुंभ में प्रदेश के 15,410 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जो कुल 26 विभिन्न खेलों प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। यह खेल महाकुंभ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह युवाओं के सपनों को उड़ान देने का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से न केवल खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर पहचान मिलती है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि खेल महाकुम्भ की शुरुआत हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष 2017 में की गई थी। तब से अब तक पांच खेल महाकुम्भों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है।
2036 के ओलंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों द्वारा अधिक से अधिक पदक लाने के लिए अभी से तैयारियां शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों में भारत को एक खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इन खेलों की मेज़बानी भारत में करवाने का संकल्प भी व्यक्त किया है। इस दिशा में हरियाणा पहले ही सक्रियता से कार्य कर रहा है और व्यापक स्तर पर तैयारियाँ शुरू कर चुका है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी देश के लिए सर्वाधिक पदक जीतकर भारत को वैश्विक मंच पर गौरव दिलाएंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा का लक्ष्य है कि प्रदेश का हर गांव एक ऐसा खिलाड़ी तैयार करे, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का तिरंगा फहराए। इसी उद्देश्य की पूर्ति की दिशा में ‘खेल महाकुंभ’ का आयोजन एक स्वर्णिम अध्याय सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि हमारा दीर्घकालिक उद्देश्य केवल हरियाणा को भारत की खेल राजधानी बनाना नहीं, बल्कि उसे विश्व की खेल राजधानी के रूप में स्थापित करना है।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि खेल महाकुंभ के अलावा, प्रदेश में साल भर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए खेल कैलेण्डर भी तैयार किया जाता है। इस वर्ष के कैलेण्डर के अनुसार इस खेल महाकुम्भ के अलावा, राज्यस्तरीय अखाड़ा दंगल, मुक्केबाजी, वॉलीवाल, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तैराकी, बास्केटबॉल, ताइक्वांडो, जिम्नास्टिक्स, हैंडबॉल इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज से 10 साल पहले हमने हरियाणा में खेलों के लिए हर बच्चे को खेल से जोडने, हर गांव में खेल का मैदान बनाने और युवाओं को अवसर देने का विजन लिया था।
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि आज हरियाणा को 'खेलों की नर्सरी' कहा जाता है। हमें खिलाड़ियों पर गर्व है, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। चाहे वे ओलंपिक खेल हों, एशियाई खेल हों या राष्ट्रमंडल खेल हों, हरियाणा के खिलाड़ियों ने हर मोर्चे पर तिरंगे को ऊंचा फहराया है। खिलाड़ियों ने पेरिस ओलंपिक 2024 में देश द्वारा जीते गये 6 पदकों में से 5 पदक जीते। इससे पहले, टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत द्वारा जीते गए 7 पदकों में से 4 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने हासिल किए। यही नहीं, एशियाई खेलों में भी हमारा प्रदर्शन बड़ा ही सराहनीय रहा है। हांग्जो एशियाई खेल-2022 में, राज्य के 82 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इसमें देश के 111 पदकों में से 28 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते। राष्ट्रमंडल खेलों में भी हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 के दौरान हरियाणा के खिलाड़ियों ने 20 पदक जीते। ये उपलब्धियां हमारी दूरदर्शी खेल नीतियों का परिणाम हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खेल महाकुम्भ युवाओं की प्रतिभा को आगे बढ़ाने का माध्यम है। इसका उद्देश्य हर उस युवा को मंच प्रदान करना है, जो खेल में अपना भविष्य देखता है। बचपन से ही खिलाड़ियों को तराशने के लिए प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली हुई हैं। इनमें उन्हें वित्तीय सहायता व प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस समय प्रदेश में 1489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। इनमें 37,225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आय आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए 'हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021' बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाये गये। सरकार ने 224 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी है। खिलाड़ियों के लिए क्लास-वन से क्लास फोर तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सबसे अधिक नकद पुरस्कार देता है। अब तक खिलाड़ियों को 593 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए हैं। इसके अतिरिक्त, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 298 खिलाड़ियों को मानदेय भी दिया जा रहा है। राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले तथा पदक जीतने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। वर्ष 2014 से अब तक 29 हजार से अधिक छात्रों को 53 करोड़ 45 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। खिलाडियों को खेल उपकरण भी उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके लिए हरियाणा खेल उपकरण प्रावधान योजना बनाई है। इसके तहत 15,634 खिलाड़ियों को उपकरण प्रदान किये जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि बचपन से ही खेलों के लिए प्रोत्साहन व प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। राज्य में मजबूत खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया गया है ताकि खिलाड़ियों को सभी आधुनिक सुविधाएं मिल सकें। इस खेल महाकुम्भ के माध्यम से हम स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति भी जागरूकता बढ़ाना चाहते हैं। निरंतर फिटनेस पर ध्यान देना उतना ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ हरियाणा में खेलों के एक नए युग की शुरुआत करेगा। यह युवाओं को प्रेरणा देगा, उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा और हरियाणा को खेलों की दुनिया में एक नई पहचान दिलाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।
हरियाणा खेलों का सिरमौर, खेल महाकुंभ के ज़रिए युवाओं को मिल रही नई ऊर्जा और पहचान - राज्य मंत्री गौरव गौतम
खेल तथा युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि इस खेल महाकुंभ में प्रदेशभर से 15 हजार से अधिक खिलाड़ी 26 खेल विधाओं में भाग लेंगे, जो ‘खेलो इंडिया’ जैसे राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों से भी बड़ी भागीदारी है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का युवाओं की ओर से अभिनंदन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में हरियाणा सरकार खेलों को गाँव और ज़िला स्तर तक ले जाकर प्रतिभाओं को तराशने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गांव स्तर पर खेल नर्सरियाँ खोलकर ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रही है। केंद्र सरकार खेलो इंडिया के माध्यम से खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुविधा देकर खेल की प्रतिभा को निखारने का काम कर रही है। वहीं हरियाणा सरकार मिशन ओलंपिक विजय भव: के माध्यम से खिलाड़ियों को तराशने का काम कर रही है ताकि 2036 में हरियाणा के खिलाड़ी अधिक से अधिक मेडल लेकर आएं। ओलंपिक 2036 को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स साइंस और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग सुविधाएं दी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि आज खेलों में हरियाणा देश का सिरमौर बन चुका है। भारत की आबादी का लगभग 2 प्रतिशत वाला हरियाणा के खिलाड़ियों का 60 प्रतिशत से ज्यादा मैडल पर कब्जा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पूरी दुनिया में खेलों के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आउटस्टैंडिंग स्पोर्ट्सपर्सन पॉलिसी के तहत पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी देने का काम राज्य सरकार कर रही है।
खेल राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में खेलों पर केवल 33 करोड़ रुपये खर्च किए जबकि वर्तमान सरकार वर्ष 2014 से 2024 तक 600 करोड़ रुपये खिलाड़ियों और खेलों पर खर्च कर चुकी है। हरियाणा के खिलाड़ियों की ऊर्जा, मेहनत और नायाब खेल नीति की बदौलत खिलाड़ियों ने प्रदेश व देश का नाम विश्व मंच पर रोशन किया है।
इस अवसर पर सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा, विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, खेल विभाग के प्रधान सचिव श्री नवदीप सिंह विर्क, निदेशक श्री संजीव वर्मा, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बबीता फौगाट और दीपक हुड्डा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
गुरुग्राम के विकास के लिए प्रगति के साथ प्रकृति का जुड़ाव जरुरी : मनोहर लाल
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सेक्टर 54 में किया मातृ वन का शिलान्यास, 750 एकड़ में विकसित होगा मातृ वन
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल बोले, गुरुग्राम का मातृ वन समय की आवश्यकता, गुरुग्राम के साथ-साथ दिल्ली का भी होगा पर्यावरण स्वच्छ
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, ग्रीन अरावली परियोजना के अंतर्गत पांच राज्यों के 29 जिलों में स्थानीय प्रजातियों की पौध की जा रही तैयार
वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह की पहल पर गुरुग्राम में 750 एकड़ क्षेत्र में विकसित होगा मातृ वन
चंडीगढ़, 02 अगस्त- केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दुनिया भर में गुरुग्राम का नाम प्रगति के लिए लिया जाता है लेकिन अब प्रगति के साथ प्रकृति से भी जुड़ाव होना चाहिए। आज इस दृढ़ संकल्प की भी आवश्यकता है कि हम न केवल पेड़ लगाएंगे बल्कि उनकी पांच-छ: वर्षों तक देखभाल भी करेंगे। उन्होंने यह बात शनिवार को गुरुग्राम के सेक्टर 54 में एक पेड़ मां के नाम अभियान की श्रृंखला में मातृ वन विकसित करने के उपलक्ष में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ पौधरोपण करते हुए मातृ वन की आधारशिला रखी। हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह की पहल पर सेक्टर 54 के समीप अरावली पर्वतमाला में 750 एकड़ क्षेत्र में मातृ वन विकसित किया जाएगा। मातृ वन में छोटी काबुली कीकर को हटाकर बरगद, पीपल, गुल्लर, बेस पत्र, ईमली, पिलखन, नीम, बांस, फूल, औषधीय पौधे आदि लगाए जाएंगे। साथ ही मातृ वन में नक्षत्र वाटिका, राशि वाटिका, कैक्टस गार्डन व बटरफ्लाई पार्क भी विकसित होंगे।
गुरुग्राम का मातृ वन समय की आवश्यकता
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाने की बात कही है। धरती को हरा भरा बनाने की इस पहल को हमें अपने संस्कारों में लाना चाहिए। उन्होंने कार्बन उत्सर्जन को लेकर अपने संबोधन में कहा कि एक व्यक्ति प्रतिदिन एक किलोग्राम कार्बन छोड़ता है जबकि एक पेड़ प्रतिदिन 60 से 90 ग्राम कार्बन ग्रहण करता है। ऐसे में जीवन के लिए प्रति व्यक्ति को 15 से 16 पेड़ों की आवश्यकता होती है। ऐसे में गुरुग्राम के मातृ वन जैसी योजनाओं की बड़ी आवश्यकता है। यह वन ने केवल गुरुग्राम बल्कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक के वातावरण को स्वच्छ करेगा।
हरित ऊर्जा को मिल रहा प्रोत्साहन
उन्होंने बताया कि कार्बन उत्सर्जन पर नियंत्रण के लिए ऊर्जा क्षेत्र में भी नवाचारों का बढ़ावा दिया जा रहा है। कोयले के स्थान पर हाइड्रो, सोलर, न्यूक्लियर एनर्जी आदि विकल्पों को बढ़ावा दिया जा रहा। उन्होंने बताया कि भारत वर्ष 2047 तक अपने ऊर्जा उत्पादन में न्यूक्लियर एनर्जी में 100 गीगा बाइट के उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर लेगा। तीन महीने पहले की एक रिपोर्ट में भारत में कोयले से तैयार होनी वाली बिजली 50 फीसदी से कम हो गई है जबकि नॉन फॉसिल एनर्जी की सीमा 50 फीसद से अधिक हो गई है। उन्होंने हरियाली को प्रोत्साहन देने के लिए प्राणवायु देवता के साथ-साथ वन मित्र योजना को भी प्रभावी ढंग से आरंभ करने की बात कही।
उद्योगों के साथ-साथ पर्यटन भी होगा गुरुग्राम की पहचान
केंद्रीय मंत्री ने गुरुग्राम की पहचान से जुड़े औद्योगिक प्रगति के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने को भी समय की आवश्यकता बताया। इसके लिए गुरुग्राम में जंगल सफारी, एचएसआईआईडीसी द्वारा 125 एकड़ में न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर आनंद वन विकसित करने, 500 से 600 एकड़ में डिज्नीलैंड बनाने, सिंगापुर की तर्ज पर डिज्नीलैंड या सेक्टर 29 में बड़ा एक्वेरियम बनाने, एक बड़ा कंवेंशन सेंटर बनाने, डेस्टिनेशन वेंडिंग्स के लिए एक वैंडिंग जोन विकसित करने व बायोडायवॢसटी पार्क को ओर अधिक विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी से व्यापक चर्चा कर इन परियोजनाओं को धरातल पर साकार किया जाएगा।
सम्पूर्ण दिल्ली-एनसीआर के लिए ‘ग्रीन हार्ट’ की भूमिका निभाएगा मातृ वन : केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि गुरुग्राम में 750 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जा रहा मातृ वन आने वाले समय में सम्पूर्ण दिल्ली-एनसीआर के लिए ‘ग्रीन हार्ट’ की भूमिका निभाएगा। यह न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बनेगा, बल्कि हरियाली का नया अध्याय भी रचेगा।
केंद्रीय मंत्री ने मातृ वन अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुरुग्राम को आइडियल सिटी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत पिछले दो वर्षों में अरावली क्षेत्र को नया स्वरूप देने की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रीन अरावली परियोजना के अंतर्गत पांच राज्यों के 29 जिलों में स्थानीय प्रजातियों की पौध तैयार की जा रही है और आइडियल नर्सरी मॉडल विकसित किया जा रहा है। इनमें से तीन जिलों में कार्य भी आरंभ हो चुका है।
केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा वन विभाग से कोयंबटूर की तर्ज पर तितली पार्क विकसित करने का सुझाव दिया तथा इसमें औषधीय पौधों को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह स्थल भविष्य में एक पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित हो सकता है, जिसके लिए अभी से समुचित प्रबंधन किया जाए। अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए ‘मिशन लाइफ’ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियानों में जन-सक्रियता और व्यापक सहभागिता का आह्वान भी किया।
मातृ वन में स्थानीय प्रजाति के पौधों को दी जाएगी प्राथमिकता, 10 वर्षों में दिखेंगे सार्थक परिणाम : राव नरबीर सिंह
हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि दुनिया की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला हरियाणा से होकर गुजरती है। लेकिन इस पर्वत श्रृंखला में काबुली कीकर बहुतायत संख्या में होने के कारण पर्यावरण को उतना लाभ नही मिल पाता। ऐसे में वन विभाग हरियाणा द्वारा 750 एकड़ में बनने वाले इस मातृ वन में स्थानीय प्रजाति के पौधों जैसे बड़, पीपल, नीम, गुल्लर आदि के रोपण को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह हम सभी का सांझा प्रयास है। जिससे आने वाले 10 वर्षों में सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे।
पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने आमजन से पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में सक्रिय भागीदारी का किया आह्वान
राव नरबीर सिंह ने अपने संबोधन के दौरान आम नागरिकों से पर्यावरण संरक्षण का आह्वान करते हुए कहा कि गुरूग्राम एनसीआर का प्रमुख जिला है ऐसे में अगर हम कोई सार्थक पहल करेंगे तो अन्य जिले भी उसका अनुसरण करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर पॉलीथिन बिकना बैन है। आम नागरिकों को इस अभियान में सहभागी बनकर आने वाली पीढिय़ों के भविष्य को संरक्षित करना होगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पॉलीथीन को गलने में करीब चार सौ साल लगते हैं। जिसमें हमारी 16 पीढिय़ां प्रभावित होती हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित कर हमारी आगामी पीढिय़ों को एक सुरक्षित व स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए हम सभी को यह प्रण करना होगा कि हम अपनी दैनिक दिनचर्या में पर्यावरण को प्रभावित करने वाले सभी हानिकारक तत्वों का इस्तेमाल नही करेंगे। अपने परिवार और संपर्क में आने वालों को पॉलिथीन के विकल्पों और इसके उचित निराकरण के प्रति जागरूक भी करेंगे।
मातृ वन को विकसित करने के लिए वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर की अपील पर बड़ी संख्या में कार्पोरेट व स्वयंसेवी संगठन व गुरुग्राम में हरियाली को प्रोत्साहन देने में जुटे स्वयंसेवक सेक्टर 54 में एकत्रित हुए। बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थियों ने भी माता वन में पौधरोपण किया।
इस अवसर पर सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, वन विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहें।
जनहित सर्वोपरि की भावना से कार्य करें कर्मचारी- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
हरियाणा विकास और नवाचार की धरती, आज हर क्षेत्र में छू रहा नई ऊँचाइयाँ — मुख्यमंत्री
विपक्ष के नेता लगाते थे नौकरियों की बोली, जबकि हमारी सरकार युवाओं को मेरिट पर दे रही नौकरियाँ — मुख्यमंत्री
सरकार का लक्ष्य सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर हरियाणा का निर्माण — नायब सिंह सैनी
चंडीगढ़, 2 अगस्त - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कर्मचारी राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ हैं और प्रदेश के विकास में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। कर्मचारियों का कार्यक्षेत्र चाहे जो भी हो, भावना केवल एक होनी चाहिए 'जनहित सर्वोपरि'। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों से आह्वान किया कि सभी एक टीम की तरह मिलकर एक सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर हरियाणा का निर्माण करें।
मुख्यमंत्री शनिवार को पंचकूला में आयोजित नवनियुक्त ग्रुप-डी कर्मचारियों के परिचयात्मक कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
श्री नायब सिंह सैनी ने कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकारी नौकरी मात्र नौकरी नहीं होती, बल्कि यह उस मातृभूमि की सेवा का अवसर होता है, जिसने हमें सब कुछ दिया। उस समाज की सेवा जिसने हमें पहचान दी। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी जनता और शासन के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा विकास और नवाचार की धरती है। हरियाणा आज देश में एक अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल गवर्नेस जैसे हर क्षेत्र में हम नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। यह सफलता केवल नीति-निर्माताओं की नहीं, यह सफलता मेहनती और ईमानदार अधिकारियों व कर्मचारियों की भी है, जो दिन-रात अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। इसलिए कर्मचारियां को सदैव उस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सेवा, सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और कार्यकुशलता की भावना के साथ कार्य करते रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में हर क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। वर्ष 2014 में भारत अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में 14वें स्थान पर था, लेकिन पिछले 11 वर्षों में आर्थिक उन्नति के बाद आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है।
श्री नायब सिंह सैनी ने विपक्ष के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान विपक्ष के एक नेता चुनाव प्रचार के दौरान कह रहे थे कि मुझे 50 वोट दो और मैं एक नौकरी दूंगा। नौकरियों की बोलियां लग रही थी, लेकिन हमारी सरकार ने आज इस प्रकार के सिस्टम के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और केवल मेरिट के आधार पर नौकरियां दी हैं। आज गरीब परिवारों के बच्चे भी सरकारी नौकरी में आ रहे हैं, उनके सपने अब पूरे हो रहे हैं। पहले की सरकार में तो बच्चों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिलता था लेकिन आज युवाओं को उनकी मेहनत के बल पर नौकरी मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार वर्ष 2014 से 'जन सेवा ही परम धर्म' के मंत्र के साथ गति से काम कर रही है। राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई है। आज यह नीति केवल कागजों पर नहीं है, बल्कि ज़मीन पर हकीकत में दिखती भी है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए सरकार प्रशिक्षण, कौशल विकास और कल्याण के लिए सदैव साथ है। हर स्तर पर एक बेहतर कार्य संस्कृति, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल प्रक्रियाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में 30 हजार सरकारी नौकरियां दी हैं। ग्रुप सी व डी के पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार खत्म कर लिखित परीक्षा का प्रावधान किया है। सरकारी नौकरियों के अलावा, 2083 रोजगार मेलों का आयोजन करके 1 लाख 6 हजार 283 युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की 'यूनिफाइड पेंशन स्कीम' की तर्ज पर हरियाणा के कर्मचारियों को भी यू.पी.एस. का लाभ एक अगस्त, 2025 से दिया है। इसकी अधिसूचना गत 2 जुलाई को की जा चुकी है। इस स्कीम का लाभ हरियाणा सरकार के 2 लाख कर्मचारियों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 26 व 27 जुलाई को ग्रुप सी के लिए आयोजित 'कॉमन पात्रता परीक्षा' का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों, रोडवेज विभाग, निजी स्कूलों सहित अन्य संबंधित एनजीओ ने अपना योगदान देकर युवाओं को परीक्षा केंद्रों तक सुगमता से पहुंचाया। किसी भी युवा को कोई परेशानी नहीं होने दी गई।
हरियाणा में अब सिफारिश से नहीं, मेहनत से मिल रही सरकारी नौकरी - राज्य मंत्री गौरव गौतम
खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्यमंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बिना पर्ची और बिना खर्ची की नीति के तहत 24,000 युवाओं को पारदर्शी तरीके से रोजगार प्रदान करने का वादा किया था, जिसे उन्होंने पूरा करके दिखाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से उन्हें युवाओं के प्रतिनिधि के रूप में काम करने का अवसर मिला है, और इस भूमिका को वे पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं।
श्री गौतम ने कहा कि आज हरियाणा पारदर्शिता और ईमानदारी के मामले में देश में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले प्रदेश में पैरालिसिस सरकार चल रही थी। उस समय युवाओं को न्याय की उम्मीद नहीं दिखाई देती थी। यहां तक कि युवाओं को नौकरी के लिए नेताओं और दलालों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन आज वही युवा कोचिंग सेंटर, खेल मैदान और लाइब्रेरियों में मेहनत करते दिखाई देते हैं। यह बदलाव मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की दूरदर्शिता का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में बिना किसी सिफारिश और खर्च के सरकारी नौकरियां मिल रही हैं। यह केवल एक नारा नहीं बल्कि एक मजबूत नींव है जो आने वाले समय में हरियाणा को ईमानदारी और पारदर्शिता की मिसाल के रूप में स्थापित करेगा।
श्री गौरव गौतम ने सभी नव नियुक्त कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि वे पूर्ण समर्पण और निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल, महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, मानव संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री सी.जी. रजीनीकांथन, मानव संसाधन विभाग के निदेशक श्री विनय प्रताप सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
गुरुग्राम में पर्यटन का बड़ा केंद्र बनेगी जंगल सफारी : मनोहर लाल
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल व केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गांव सकतपुर के समीप जंगल सफारी के प्रस्तावित स्थल का किया निरीक्षण
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, जंगल सफारी को विकसित करने के लिए केंद्र की ओर से मिलेगी पूरी मदद
हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्यजीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने दी जानकारी, जंगल सफारी के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार, पहला चरण होगा 2500 एकड़ में विकसित
चंडीगढ़, 02 अगस्त- हरियाणा में गुरुग्राम और नूंह जिला के 10 हजार एकड़ में प्रस्तावित जंगल सफारी आने वाले दिनों में पर्यटन के क्षेत्र में आकर्षण का बड़ा केंद्र होगी। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री श्री मनोहर लाल तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को गुरुग्राम के सकतपुर गांव के समीप जंगल सफारी के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर भी इस दौरान साथ रहे।
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। हरियाणा से होकर गुजरने वाली अरावली पर्वत श्रृंखला की प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता व ऐतिहासिक विरासत को संरक्षण प्रदान करने में जंगल सफारी एक महत्वपूर्ण परियोजना साबित होगी। उन्होंने बताया कि जंगल सफारी में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित की जाएंगी ताकि यह पर्यटन की दृष्टि से आकर्षण का एक बड़ा केंद्र साबित हो। इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। चार चरणों में प्रस्तावित इस परियोजना का पहला चरण 2500 एकड़ में पूरा होगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अरावली में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने, पर्यावरण संरक्षण, वन्य जीवों के प्रति जागरूकता तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए केंद्र की ओर से पूरा सहयोग देने की बात कही। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के समीप यह एक बड़ा पर्यटन केंद्र विकसित होगा। उन्होंने गांव सकतपुर के समीप जंगल सफारी के प्रस्तावित स्थल का अवलोकन किया और पहले चरण के लिए प्रस्तावित योजना पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री व हरियाणा के वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया। परियोजना को लेकर तैयार योजना के तहत इस क्षेत्र में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधों की स्थानीय प्रजातियों व वन्यजीवों के लिए हितैषी पारिस्थितिक तंत्र विकसित होगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अरावली में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने, पर्यावरण संरक्षण, वन्यजीवों के प्रति जागरूकता तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्यजीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने गुरुग्राम आगमन पर केंद्रीय मंत्रियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को हरियाणा व केंद्र सरकार मिलकर विकसित करेंगी। इस परियोजना के अलग-अलग चरणों को लेकर व्यापक योजना तैयार की जा रही है। जंगल सफारी में प्रवेश के लिए चार स्थानों पर गेट लगाए जाएंगे जोकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर सोहना के समीप, तावडू-सोहना मार्ग, नौरंगपुर के समीप व सकतपुर गांव में होंगे। इस परियोजना के लिए शारजाह सफारी, गुजरात के जामनगर स्थित वंतारा, गिर अञ्जयारण्य आदि स्थानों का भी अध्ययन किया गया है।
केंद्रीय मंत्रियों ने वन विभाग हरियाणा की ओर से जंगल सफारी के पहले चरण के डिजाइन व डाक्यूमेंट्री का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर वन विभाग हरियाणा के अतिरिञ्चत मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, पीसीसीएफ (एचओएफएफ) विनीत गर्ग, पीसीसीएफ वन्यजीव विवेक सक्सेना, पीसीसीएफ अतुल जे सिसकर, हरियाणा वन विकास निगम के एमडी केसी मीणा, सीसीएफ टीपी सिंह, गुरूग्राम वन संरक्षक सुभाष यादव आदि अधिकारी उपस्थित रहें। वही जिला प्रशासन की ओर से डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया, नगर निगम मानेसर के आयुक्त आयुष सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एक पेड़ मां के नाम अभियान को उद्योगों से भी मिला समर्थन
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल एवं भूपेंद्र यादव तथा हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह की अगुवाई में औद्योगिक संगठनों के 4 हजार प्रतिनिधियों ने किया पौधारोपण
आईएमटी मानेसर में मानव श्रृंखला बनाकर पांच स्थानों पर आयोजित किया गया पौधारोपण कार्यक्रम
चण्डीगढ़, 2 अगस्त- पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान को अब औद्योगिक संगठनों से भी अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है। शनिवार को आईएमटी मानेसर में आयोजित विशेष पौधारोपण कार्यक्रम में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव तथा हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह तथा जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में 4 हजार से अधिक औद्योगिक प्रतिनिधियों ने एक साथ पौधारोपण कर अभियान को गति दी।
कार्यक्रम के दौरान मानेसर के पांच विभिन्न स्थलों नामतः सेक्टर 2 स्थित होंडा पॉइंट तथा सोना कोमस्टार संस्थान, सेक्टर 8 स्थित मारुति के प्रवेश द्वार तथा विविडीएन, सेक्टर 5 स्थित फोर्टिस अस्पताल परिसर तथा बाहर स्थित ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में मानव श्रृंखला बनाकर पर्यावरण के प्रति सामूहिक संकल्प की मिसाल पेश की गई। सभी प्रतिभागियों ने एक स्वर में पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली और संकल्प लिया कि वे अपने-अपने स्तर पर वृक्षारोपण को नियमित जीवन का हिस्सा बनाएंगे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया जागरूकता का आह्वान
पौधारोपण से पूर्व आयोजित सभा में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि एक व्यक्ति के संपूर्ण जीवन में औसतन 15 पेड़ों की आवश्यकता होती है। इसलिए प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह कम से कम इतने पेड़ अवश्य लगाए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जैसे औद्योगिक और शहरी दबाव वाले जिलों में वायु गुणवत्ता एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है, ऐसे में इस प्रकार के जन-सहभागिता वाले अभियान अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने उद्योग संगठनों के इस सहयोग को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए हरित विरासत बनाने का कार्य करेगी।
पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने औद्योगिक सहभागिता की प्रशंसा
हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले उद्योग अब पर्यावरण की दिशा में भी अपना दायित्व निभा रहे हैं, यह अत्यंत प्रेरणादायक है। 'एक पेड़ मां के नाम' जैसे अभियान से जनभावनाएं जुड़ रही हैं, और जब समाज, शासन व उद्योग साथ आएं तो हरियाली का लक्ष्य दूर नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार हरियाणा के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में चरणबद्ध ढंग से इस प्रकार के वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाएगी, जिससे ग्रीन कवरेज में निरंतर वृद्धि हो सके।
इस अवसर पर प्रमुख औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण अब केवल सामाजिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि संस्थागत प्राथमिकता बन चुका है। उद्योगपतियों ने अपनी फैक्ट्रियों व परिसरों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण का संकल्प भी लिया।
इस अवसर पर डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा, निगमायुक्त गुरुग्राम प्रदीप दहिया, डीसीपी मानेसर दीपक, निगमायुक्त मानेसर आयुष सिन्हा, उप वन संरक्षक राज कुमार, एसडीएम मानेसर दर्शन यादव, पटौदी के पूर्व विधायक सत्यप्रकाश जरावता, एचएसआइआइडीसी से चीफ कोऑर्डिनेटर सुनील शर्मा, सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त की जारी
हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में पहुंचे 353 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में आयोजित पीएम किसान उत्सव दिवस राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत
यह केवल वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि किसानों को दिए गए भरोसे का प्रमाण है - मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
चंडीगढ़, 2 अगस्त - प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी उत्तर प्रदेश से पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के 9 करोड़ 70 लाख किसानों के खातों में 20वीं किस्त जारी कर 20 हजार 500 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया। इसमें हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में 353 करोड़ रुपये की राशि डाली गई है। इस उपलक्ष्य में जिला पंचकूला में पीएम किसान उत्सव दिवस राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इसके अलावा, अन्य जिलों में भी पीएम किसान उत्सव दिवस समारोह का आयोजन किया गया, जहां कैबिनेट व राज्य मंत्रियों ने शिरकत की। कार्यक्रमों के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा किसानों को दिए गए संबोधन को लाइव सुना गया।
अपने संबोधन में श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री द्वारा जारी 20वीं किस्त का वितरण केवल एक वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि देश के किसानों को दिए गए भरोसे का प्रमाण है। यह उस संकल्प की पुनः पुष्टि है, जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अन्नदाता के कल्याण के लिए लिया है। मुख्यमंत्री ने 20वीं किस्त जारी करने के लिए प्रदेश के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई यह योजना, भारत के करोड़ों किसानों के जीवन में एक नई ऊर्जा, एक नया आत्मविश्वास लेकर आई है। छोटे व मध्यम वर्ग के किसानों को 2- 2 हजार रुपये की तीन किस्तों के रूप में सीधी सहायता दी जाती है। यह पारदर्शिता और प्रतिबद्धता नए भारत की पहचान बन चुकी है।
हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया है। इसके साथ, किसानों की आय में बढ़ोतरी, तकनीकी नवाचार और जल-संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी अनुकरणीय कार्य किए हैं। राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी पात्र किसान इन योजनाओं से वंचित न रहे।
किसानों की समृद्धि से ही विकसित भारत संकल्प होगा पूरा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए 4 स्तम्भों पर विशेष जोर दिया है। इनमें किसान, गरीब, महिला व युवा शामिल हैं। प्रथम स्तम्भ किसानों की समृद्धि से ही इस संकल्प को पूरा किया जा सकता है। प्रधानमंत्री के इसी विजन को साकार करने के लिए हरियाणा सरकार किसानों की खुशहाली और कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को भी कारगर ढंग से लागू कर रहे हैं। ये योजनाएं हमारी डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।
हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'विकसित भारत- विकसित हरियाणा' को ओर गति से आगे बढ़ा रही है। वर्ष 2047 में भारत जब स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा, तब किसान आत्मनिर्भर, जल और पर्यावरण के प्रति सजग, डिजिटल और वैश्विक बाजार से जुड़ा व उच्च गुणवत्ता और ब्रांडेड उत्पादक होगा।
इस अवसर पर खेल राज्य मंत्री श्री गौरव गौतम, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजेंद्र कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ साकेत कुमार, कृषि विभाग के निदेशक श्री राजनारायण कौशिक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रामायण के बाल कांड का पंजाबी अनुवाद का किया विमोचन
इसमें भगवान श्रीराम के बचपन की लीलाओं का किया गया वर्णन
सप्तसिंधु वाल्मीकि अध्ययन केंद्र और हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सरंक्षण में किया गया अनुवाद
चण्डीगढ़, 2 अगस्त -- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने भगवान महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के बाल कांड का पंजाबी अनुवाद का विमोचन किया। इसमें भगवान श्रीराम के बचपन की लीलाओं का वर्णन किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सप्तसिंधु वाल्मीकि अध्ययन केंद्र और हरियाणा साहित्य व संस्कृति अकादमी का विशेष रूप से धन्यवाद करता हूँ। इनके सरंक्षण में यह महान कार्य किया गया है। इनके संरक्षण में समाज को एक अमूल्य धरोहर दी गई है। इसलिए आज का दिन बहुत ही आध्यात्मिक व ऐतिहासिक है।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को श्रीराम लला मंदिर के भूमि पूजन समारोह में भाग लिया था, विश्वभर में रह रहे करोड़ों श्रीराम भक्तों ने गर्व व गौरव का अनुभव किया। प्रधानमंत्री ने कहा था कि श्रीराम लला का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक है। यह मंदिर आने वाली पीढ़ियों में आस्था, श्रद्धा और संकल्प की प्ररेणा देता रहेगा।
उन्होंने कहा कि जो रामायण के बाल कांड का पंजाबी में अनुवाद हुआ है यह हमारी संस्कृति और आपस का संगम है, जो अधिक मजबूत होगा और इसका दूरगामी प्रभाव पडेगा। इससे हर व्यक्ति को प्रेरणा लेने का मार्ग मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आए सभी लोगों को रामायण के बाल कांड की पुस्तक भेंट की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री सहित संत व अन्य व्यक्ति मौजूद रहे।
रेल सेवाओं के विस्तार के लिए स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने उठाई रेल यात्रियों की आवाज
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजा पत्र, गाड़ियों के नियमित संचालन और ठहराव की मांग की
चंडीगढ़, 2 अगस्त-- हरियाणा की स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री आरती सिंह राव ने अटेली-नारनौल क्षेत्र के यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही रेल समस्याओं के समाधान के लिए एक अहम पहल की है। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर क्षेत्र में रेल सेवाओं के विस्तार, गाड़ियों के नियमित संचालन तथा ठहराव सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह पत्र अटेली-नारनौल जिला महेंद्रगढ़ के दैनिक रेल यात्री संघ द्वारा उठाई गई मांगों और स्थानीय नागरिकों की आवश्यकताओं के मद्देनजर भेजा गया है। उन्होंने पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया कि अटेली, नारनौल और महेंद्रगढ़ क्षेत्र के लोगों को सीमित रेल सुविधाओं के चलते रोज़मर्रा की यात्रा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे शीघ्र दूर किया जाना आवश्यक है।
मंत्री ने विशेष रूप से मांगें उठाई कि स्पेशल गाड़ियों को नियमित किया जाए। जिसमें गाड़ी संख्या 09425/09426, 09557/09558, 09637/09638 और 09639/096340 को नियमित रूप से चलाया जाए। गाड़ी संख्या 05097/05098, 22451/22452, 22949/22950, 12065/12066, 09425/09426 और 09557/09558 का ठहराव अटेली रेलवे स्टेशन पर अनिवार्य रूप से किया जाए। अटेली और महेंद्रगढ़ क्षेत्र के यात्रियों की सुविधा हेतु नई रेलगाड़ियों का संचालन आरंभ किया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि क्षेत्र के हजारों दैनिक यात्रियों को कामकाजी व पारिवारिक कारणों से नारनौल, रेवाड़ी, जयपुर, दिल्ली जैसे बड़े शहरों की यात्रा करनी पड़ती है, लेकिन सीमित ट्रेनों और उनके ठहराव की अनुपलब्धता के कारण उन्हें वैकल्पिक और असुविधाजनक साधनों का सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने पत्र में लिखा की रेल सेवाओं में सुधार से ना केवल आमजन को राहत मिलेगी, बल्कि क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को भी बल मिलेगा।
मंत्री ने आशा जताई कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस विषय में शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेंगे और अटेली-नारनौल क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे।
हरियाणा बना खेल ताकत, खेल यूनिवर्सिटी निभाएगी अहम भूमिका: डॉ. अरविंद शर्मा
चंडीगढ़, 02 अगस्त-- हरियाणा के सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि आज हरियाणा देश की सबसे बड़ी खेल ताकत के तौर पर उभरा है, क्योंकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने खिलाडिय़ों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करते हुए उनकी प्रतिभा को नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने भरोसा जताया कि राई (सोनीपत) में स्थापित हरियाणा खेल यूनिवर्सिटी आने वाले समय में हरियाणा की इस भूमिका को बढ़ाने व वर्ष 2036 ओलंपिक तक हरियाणा 36 ओलंपिक पदक जीते, इसमें बड़ा योगदान देगा।
डॉ. अरविंद शर्मा राई (सोनीपत) में हरियाणा राज्य खेल महाकुंभ के शुभारम्भ अवसर पर खेल यूनिवर्सिटी कैम्पस में लॉन टेनिस स्पर्धा का आधिकारिक शुभारम्भ करने उपरांत बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में खेलों के माध्यम से अनुशासन, समर्पण एवं दृढ़-संकल्प के साथ प्रदेश का भविष्य गढ़ा जा रहा है। यह खेल महाकुंभ महज एक प्रतियोगिता नहीं, अपितु यह युवा ऊर्जा, राज्य की दूरदर्शी खेल नीति और समाज की सामूहिक चेतना का उत्सव है। वर्ष 2014 के बाद हरियाणा ने दिखा दिया है कि जब भी खेलों की बात होगी तो छोटा राज्य हरियाणा बड़ी सोच व अटूट संकल्प के साथ आगे खड़ा होता है। महज 2 प्रतिशत जनसंख्या हिस्सेदारी वाला हरियाणा देश को मिलने वाले पदकों में 60 प्रतिशत तक योगदान देता है।
डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि बीते डेढ़ दशक में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने हर ओलंपिक में प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। वर्ष 2025 में हुए ओलंपिक में देश के 6 पदक में से 5 पदक हरियाणा के खिलाडियों ने जीते। पैरालम्पिक 2024 में देश को मिले 29 पदक में 8 पदक हरियाणा के खिलाडिय़ों ने जीते। आज हरियाणा सरकार ओलंपिक व पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता खिलाड़ी को 4 करोड़ रुपए, कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी को 2.5 करोड़ रुपए व प्रत्येक प्रतिभागी खिलाड़ी को 15 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की खेल नीति पूरे देश में एक आदर्श मॉडल के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि यह खिलाडिय़ों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार व सुविधाएं प्रदान करती है।
पीएम-किसान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी
जिला यमुनानगर के 59,818 पात्र किसानों के खातों में 11.96 करोड़ रुपये की राशि भेजी- राजेश नागर
चंडीगढ़, 2 अगस्त-- हरियाणा सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति उपभोक्ता मामले मंत्री श्री राजेश नागर ने कहा कि पीएम-किसान योजना के तहत जिला यमुनानगर के 59,818 पात्र किसानों को 2,000 रुपये प्रति किसान की दर से 11.96 करोड़ रुपये की 20वीं किस्त की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी गई। यह राशि खरीफ सीजन के दौरान किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने बताया कि पीएम-किसान योजना 2019 में प्रारंभ की गई तब से प्रति किस्त सहायता राशि 2000 रुपये किसान को दी जा रही है।
श्री राजेश नागर यमुनानगर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 20वीं किस्त के अंतर्गत प्रधानमंत्री किसान उत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने किसानों को शुभकामनाएं दी और योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कृषि विभाग की सराहना की।
उन्होंने कहा कि पीएम-किसान योजना हमारे देश के अन्नदाताओं के सम्मान और सशक्तिकरण की एक ऐतिहासिक पहल है, जिसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी खेती को समृद्ध बनाना है। मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि यह केवल आज की बात नहीं है —अब तक यमुनानगर जिले के किसानों को पीएम-किसान योजना के तहत 20 किस्तों के माध्यम से कुल 250 करोड़ रुपये से अधिक की राशि इस योजना के माध्यम से प्रदान की जा चुकी है। यह आंकड़ा अपने आप में यह दर्शाता है कि यह योजना न केवल प्रभावशाली है, बल्कि पारदर्शी और किसानों के लिए सच्चे अर्थों में लाभकारी भी है।
राज्य मंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि किसान का सम्मान, देश का सम्मान है और आज यह योजना उसी संकल्प को साकार कर रही है। मैं जिला प्रशासन और कृषि विभाग को भी बधाई देना चाहता हूँ जिन्होंने पूरी पारदर्शिता से पात्र किसानों का सत्यापन कर यह सुनिश्चित किया कि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे। भविष्य में भी प्रदेश सरकार प्रत्येक स्तर पर हर संभव प्रयास करेंगी कि किसानों को समय पर खाद, बीज, सिंचाई, और बाजार की उचित सुविधाएँ उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि मैं सभी किसान भाइयों-बहनों से यह आग्रह करता हूँ कि वे सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं का भरपूर लाभ लें, ई-केवाईसी और बैंक खातों की जानकारी समय पर अपडेट करें ताकि कोई भी पात्र किसान योजना से वंचित न रहे।