उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल में हाल ही में फैली ड्रोन की अफवाहों और अफरातफरी के बीच 31 निर्दोष लोगों के साथ मारपीट की घटनाओं ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इन घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि दहशत फैलाने वालों के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाए।
ड्रोन के डर से बेकाबू हालात
मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा और संभल जिलों में बीते कुछ दिनों से यह अफवाह फैली हुई थी कि ड्रोन के ज़रिए किसी हमले की तैयारी की जा रही है। इस डर के चलते लोगों ने आपा खो दिया और संदेह के आधार पर कई निर्दोष राहगीरों और युवकों को पीट दिया गया। प्रशासन ने अब तक 31 ऐसे मामलों की पुष्टि की है, जहां बिना किसी आधार के लोगों पर हमला किया गया।
CM योगी ने जताई नाराज़गी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार देर रात उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और मुरादाबाद मंडल के अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि, “कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। बेगुनाहों को पीटने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और दहशत फैलाने वालों पर रासुका लगाई जाए।”
जांच में जुटा प्रशासन
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए सभी जिलों में विशेष जांच टीमें गठित की गई हैं। पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वह सीसीटीवी फुटेज, वायरल वीडियो और गवाहों के आधार पर आरोपियों की पहचान करें। पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा व मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
ड्रोन की अफवाह या साजिश?
प्रशासन की ओर से साफ किया गया है कि अब तक की जांच में ड्रोन के जरिए किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि की पुष्टि नहीं हुई है। अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर उन पर साइबर क्राइम के तहत केस दर्ज किए जा रहे हैं।
मुरादाबाद मंडल में ड्रोन से जुड़ी अफवाहों ने जिस तरह निर्दोषों को निशाना बनाया, वह गंभीर चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री योगी का सख्त रुख दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।