युद्ध नशों विरुद्ध’ के 162वें दिन: 391 स्थानों पर छापेमारी, 68 नशा तस्कर गिरफ्तार
— ऑपरेशन के दौरान 50 एफआईआर दर्ज, 1.4 किलोग्राम हेरोइन बरामद
— ‘डी-एडिक्शन’ के तहत 43 व्यक्तियों को इलाज के लिए तैयार किया गया
चंडीगढ़, 10 अगस्त: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा नशों के पूर्ण खात्मे के लिए शुरू की गई मुहिम "युद्ध नशों विरुद्ध" के 162वें दिन पंजाब पुलिस ने राज्यभर में बड़ा ऑपरेशन चलाया। डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशों पर चलाए गए इस ऑपरेशन के तहत सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ 391 स्थानों पर छापेमारी की गई।
कार्रवाई के दौरान 50 एफआईआर दर्ज कर 68 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 1.4 किलोग्राम हेरोइन और 1,594 नशीली गोलियां/कैप्सूल बरामद किए गए। इसके साथ ही 162 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 25,343 हो गई है।
स्पेशल डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि 67 गजटेड अधिकारियों की निगरानी में 900 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 110 से अधिक पुलिस टीमों ने यह कार्रवाई की। इस दौरान 414 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की गई।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नशों के खिलाफ तीन-स्तरीय रणनीति—एन्फोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ई डी पी)—लागू की गई है। ‘डी-एडिक्शन’ के तहत आज 43 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास इलाज के लिए तैयार किया गया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा-मुक्त राज्य बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। इस मुहिम की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी भी गठित की गई है।
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पंजाब हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास देख रहा है: मुख्यमंत्री
दिड़बा विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों का जायजा लिया
कहा, राज्य सरकार के पास विकास कार्यों के लिए फंडों की कोई कमी नहीं
सतौज (संगरूर), 10 अगस्त- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज यहां कहा कि पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर विकास कार्य चल रहे हैं और पंजाब हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास का साक्षी बन रहा है।
यहां दिड़बा विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन परियोजनाओं पर काम पूरे जोर-शोर से चल रहा है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए और राज्य के विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए इन परियोजनाओं को अमल में लाया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है और आने वाले दिनों में ऐसी और परियोजनाएं जनता को समर्पित की जाएंगी।
कृषि क्षेत्र के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ट्यूबवेलों के उपयोग के बिना धान की बुआई सुनिश्चित करने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि अब नहरी पानी राज्य के दूर-दराज के गांवों तक भी पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि पदभार संभालने के बाद उनकी सरकार ने पूरे पंजाब में 15,947 जलमार्गों को पुनर्जनन किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसके साथ ही उनकी सरकार ने पंजाब के जल संसाधनों को अन्य राज्यों की ओर मोडऩे की कोशिशों को पूरी तरह नाकाम कर दिया है और इन जल संसाधनों पर राज्य के अधिकार को पूरी तरह बरकरार रखा है।
भगवंत सिंह मान ने मुख्यमंत्री सेहत योजना के बारे में बात करते हुए कहा कि यह योजना देश भर में अपनी तरह की पहली योजना है, जो पंजाब के प्रत्येक निवासी परिवार के लिए 10 लाख रुपए तक का नकद-रहित चिकित्सा उपचार प्रदान करती है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि पंजाब देश का पहला राज्य है, जो इतना व्यापक स्वास्थ्य देखभाल कवरेज प्रदान करता है, जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करते हुए जनता पर वित्तीय बोझ को काफी हद तक कम करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम का उद्देश्य राज्य के सभी परिवारों को सर्वव्यापी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती और किसान हमेशा उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता रहे हैं और कृषि को लाभकारी व्यवसाय बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के अनुसार, उन्हें बिजली या नहरी पानी की कोई कमी नहीं है, जो हमारे लिए बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों के चेहरों पर मुस्कान वापस आते देख उन्हें बहुत खुशी होती है।
लोगों के साथ भावनात्मक जुड़ाव बनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी ग्रामीण उनके दिल के बहुत करीब हैं, जिसके कारण वे उनके साथ हर पल का आनंद लेना पसंद करते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे अवसरों पर ग्रामीणों के साथ जुडक़र उन्हें बहुत गर्व और संतुष्टि मिलती है और वे ग्रामीणों की भलाई के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने गांव के विकास को और बढ़ावा देने के लिए गांव की पंचायत को 1.76 करोड़ रुपए का चेक भी सौंपा।
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महान शहीदों के नक्शेकदम पर चलकर पंजाब और पंजाबियों की सेवा कर रहे हैं-मुख्यमंत्री
राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के अनुकरणीय योगदान को याद किया
शहीद भगत सिंह ढढोगल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित
परजा मंडल नेता की स्मृति में दो सडक़ों का शिलान्यास किया
ढढोगल (संगरूर), 10 अगस्त: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि पंजाब सरकार महान शहीदों के नक्शेकदम पर चलते हुए राज्य के विकास और लोगों की भलाई, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर और दबे-कुचले वर्गों के लिए कल्याणकारी कार्यों को सुनिश्चित कर रही है।
आज यहां शहीद भगत सिंह ढढोगल की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पवित्र धरती को महान गुरुओं, संतों-महापुरुषों, पीरों और शहीदों का आशीर्वाद प्राप्त है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों में कठिन परिश्रम करने का अमिट जज्बा है, जिसके कारण उन्होंने हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में सामाजिक रिश्तों की डोर इतनी मजबूत है कि इस उपजाऊ जमीन पर कुछ भी उगाया जा सकता है, लेकिन नफरत का बीज कभी नहीं उग सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों और पैगंबरों की पवित्र धरती है, जिन्होंने हमें आपसी प्रेम और सहिष्णुता का मार्ग दिखाया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा प्रेम और सद्भावना को मजबूत करते हुए जुल्म, अन्याय और अत्याचार का विरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए बड़े प्रयास कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक नागरिक को आजादी का लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 75 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आजादी का लाभ हर घर तक नहीं पहुंचा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने नशीले पदार्थों जैसे चिट्टे को फैलाने, लोगों को लूटकर धन इक_ा करने, भ्रष्टाचार की गतिविधियों को बढ़ावा देने जैसी गतिविधियों के लिए आजादी का दुरुपयोग किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीदों के सपने अभी तक पूरे नहीं हुए हैं क्योंकि इन लोगों ने इसके लिए कभी कोई ठोस प्रयास नहीं किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई है और सत्ता में बैठे लोगों से उन्हें अपनी देशभक्ति के लिए किसी भी तरह के एन.ओ.सी. की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इन महान देशभक्तों और राष्ट्रीय नेताओं के प्रति इस तरह का अनादर किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी लोगों की परवाह नहीं की और सिस्टम को तबाह कर दिया, जिसके कारण निराश होकर युवा विदेश जाना चाहते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछली सरकारों की खराब कार्यप्रणाली के कारण राज्य के युवाओं को उस देश में जाकर काम करना पड़ा, जिसके शासकों को हमारे शहीदों और देशभक्तों ने देश से भगा दिया था। पिछली सरकारों के नेताओं पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पदों का दुरुपयोग करके अथाह संपत्ति इक_ी की और अपने लिए बड़े-बड़े महलनुमा घर बनाए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनके महलों की ऊंची दीवारें और बड़े दरवाजे आमतौर पर लोगों के लिए बंद ही रहते थे और जिस तरह ये नेता लोगों की पहुंच से बाहर रहते थे, उसी तरह पंजाब के लोगों ने भी उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि पारंपरिक राजनीतिक दलों के उदासीन रवैये के कारण राज्य के विकास की गति भी पीछे रह गई। उन्होंने कहा कि इन दलों के नेताओं ने अपने रसूख और शक्तियों का दुरुपयोग करके राज्य की युवा पीढ़ी को बर्बादी की ओर धकेल दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने कभी भी लोगों की भलाई के बारे में नहीं सोचा, बल्कि उनका ध्यान केवल अपने परिवारों को समृद्ध करने पर रहा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से 'हिंद दी चादर' (मानवता के रक्षक) श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 350वें शहीदी पर्व के ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए ऐतिहासिक समारोह आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब के चरण छोह गांवों और नगरों का व्यापक विकास सुनिश्चित किया जाएगा, जिसके लिए विस्तृत योजना पहले ही तैयार की जा चुकी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए गुरु साहिब की शानदार विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार नशों की लानत के माध्यम से युवाओं की नस्लकुशी के लिए जिम्मेदार 'जरनैलों' के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेगी। उन्होंने कहा कि नशों के व्यापार को संरक्षण देने वाले जनरलों को पहले ही सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह भी सुनने में आया है कि इन नेताओं ने न केवल पूरे राज्य में नशों के कारोबार को संरक्षण दिया, बल्कि वे अपनी सरकारी गाडिय़ों में भी नशे बेचते/आपूर्ति करते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले किसी ने भी इन रसूखदार नेताओं को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं की, लेकिन उनकी सरकार ने ऐसा करके दिखाया है और ऐसे नेताओं को हर हाल में अपने पापों की कीमत चुकानी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने पद संभाला था, तब पूरे राज्य में केवल 21 प्रतिशत कृषि भूमि को सिंचाई के लिए नहरी पानी मिल रहा था, लेकिन आज यह आंकड़ा 63 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों के कारण इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि नहरी और नदी का पानी राज्य के अंतिम छोर पर बसे गांवों तक पहुंचा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के पानी को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही।
शहीद भगत सिंह ढढोगल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश उन शहीदों का हमेशा ऋणी रहेगा, जिन्होंने अपने देश के लिए सारे सांसारिक सुख, संपत्ति, जायदाद और मोह का त्याग कर दिया और आजादी के जुनून के साथ दूसरों को भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शहीद सरदार भगत सिंह जी ढढोगल उन बहादुर आत्माओं में से एक हैं, जिन्होंने ताकतवर हुकूमतों के जुल्म, अत्याचार, अन्याय और भेदभाव के खिलाफ लडऩा अपना फर्ज समझा और अंत में राष्ट्र के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह जी परजा मंडल लहर के एक संस्थापक और सेवा सिंह ठीकरीवाल जी के करीबी थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली आंदोलन में सक्रिय भागीदारी के कारण उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने कहा कि रिहाई के बाद उन्होंने गुरुद्वारा सुधार आंदोलन में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि रियासती परजा मंडल (प्रिंसली स्टेट्स की पीपल्स एसोसिएशन) की स्थापना के बाद वे इस आंदोलन के संस्थापक और प्रमुख वक्ता के रूप में उभरे।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज 17 करोड़ 21 लाख रुपए की कुल लागत वाले दो सडक़ परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली सडक़ पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा बनाई जा रही है, जो धूरी-अमरगढ़ रोड से धूरी-छींटा वाला रोड तक लिंक रोड को जोड़ती है और ढढोगल, बुरज गोहरा, बुरज सेडा, चीमा, भड़ी मानसा और समुंदगढ़ छन्ना से होकर गुजरती है। उन्होंने कहा कि इसी तरह दूसरी सडक़ लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही है, जो अमरगढ़ को धूरी-बागडिय़ां रोड से जोड़ती है और ढढोगल, खेड़ी जट्टां, लोहार माजरा और ईसी (बिजली कॉलोनी) से होकर गुजरती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये सडक़ें 18 फीट चौड़ी होंगी और ठेकेदार पांच साल तक सडक़ के रखरखाव के लिए भी जिम्मेदार होगा।
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पंजाब के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के साथ मनाया राखी का त्योहार
* शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने विद्यार्थियों को राष्ट्रपति से बातचीत करने और अविस्मरणीय यादें संजोने के अवसर पर दी बधाई
चंडीगढ़, 10 अगस्त — पंजाब के लिए गर्व की बात है कि राज्य के सरकारी स्कूलों के दस विद्यार्थियों को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में राखी के त्योहार से संबंधित आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने और देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ।
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस ने इन विद्यार्थियों और उनके शिक्षकों को इस विशिष्ट कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि कुल 10 विद्यार्थी— ऊषा रानी, महकदीप कौर, पिंकी कौर, अरशदीप कौर, बिमनदीप कौर, प्रीतजोत कौर, बलजिंदर कौर, वीरपाल कौर, सुनीता कौर और सहजदीप कौर— को राष्ट्रपति से बातचीत करने, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के रंग में रंगने और अविस्मरणीय स्मृतियाँ बनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन में राखी, जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार है, के उत्सव में शामिल इन विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की युवाओं की प्रतिभा को निखारने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता को उजागर किया।
उल्लेखनीय है कि राखी के त्योहार के अवसर पर देश भर से आए विद्यार्थियों के साथ इन विद्यार्थियों ने पंजाब के विभिन्न सरकारी स्कूलों का प्रतिनिधित्व किया। इस कार्यक्रम ने देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और एकता की उस भावना को प्रदर्शित किया, जो इसके नागरिकों को एक सूत्र में बांधकर रखती है।
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"बिल लाओ इनाम पाओ" योजना को मिली शानदार सफलता, विजेताओं को 3.3 करोड़ से अधिक के इनाम: हरपाल सिंह चीमा
बिलों में अनियमितता करने वालों पर 9.07 करोड़ रुपये के जुर्माने, 135 नई रजिस्ट्रेशन
योजना के जुलाई 2025 ड्रॉ में 257 विजेताओं ने जीते 15,30,015 रुपये
चंडीगढ़, 10 अगस्त: पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज राज्य की फ्लैगशिप स्कीम "बिल लाओ इनाम पाओ" की शानदार सफलता का ऐलान किया। जिम्मेदार उपभोक्ता व्यवहार को बढ़ावा देने और कर अनुपालन को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू की गई इस पहल में लोगों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। सितंबर 2023 में इसकी शुरुआत से जुलाई 2025 तक 'मेरा बिल' ऐप पर कुल 1,76,832 बिल अपलोड किए गए, जिसके परिणामस्वरूप 5,644 विजेताओं को कुल 3,35,80,215 रुपये के इनाम दिए गए।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने यहां जारी प्रेस बयान में बताया कि नागरिकों को बिल मांगने के लिए प्रेरित करने वाली इस स्कीम का कर प्रवर्तन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत बिल जारी करने में अनियमितता करने वाले संस्थानों पर 9,07,06,102 रुपये के जुर्माने लगाए गए, जिनमें से 7,30,92,230 रुपये वसूल किए जा चुके हैं। यह वित्तीय जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आगे बताया कि इस योजना से 135 नए पंजीकरण भी हुए हैं, जिससे कर के दायरे का विस्तार हुआ है।
वित्त मंत्री ने 7 अगस्त को पटियाला स्थित कराधान और आबकारी विभाग के मुख्यालय में जुलाई 2025 के लिए निकाले गए लकी ड्रॉ के विवरण साझा करते हुए बताया कि इस अवधि में 'मेरा बिल' ऐप पर 6,345 बिल अपलोड हुए, जिनमें से 257 विजेताओं ने कुल 15,30,015 रुपये की इनामी राशि जीती। उन्होंने बताया कि विजेताओं से आवश्यक विवरण, खासकर बैंक खाता नंबर प्राप्त होने पर इनामी राशि तुरंत उनके खातों में ट्रांसफर कर दी जाती है। उन्होंने विजेताओं से जल्द से जल्द आवश्यक जानकारी देने की अपील करते हुए, आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार की पारदर्शिता और दक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।
जनभागीदारी को निरंतर बढ़ावा देते हुए, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब के नागरिकों से अपील की कि वे अपनी खरीददारी के लिए बिल अवश्य मांगें और "बिल लाओ इनाम पाओ" स्कीम में सक्रिय रूप से भाग लें। उन्होंने कहा कि हर अपलोड किया गया बिल न केवल जीतने का मौका देता है, बल्कि कर चोरी रोकने और कर अनुपालन को प्रोत्साहित करने में भी अहम योगदान करता है।
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि पेट्रोलियम उत्पादों (कच्चा तेल, पेट्रोल, डीजल, एविएशन टरबाइन फ्यूल और प्राकृतिक गैस सहित), शराब, राज्य से बाहर की खरीद और बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2 बी) लेन-देन से जुड़े बिलों को इस योजना से बाहर रखा गया है। उन्होंने बताया कि ड्रॉ में केवल पिछले महीने की गई खरीद के बिल ही शामिल किए जाते हैं, जिससे योजना की निष्पक्षता और प्रभावशीलता बनी रहती है।
अंत में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस पहल की सफलता नागरिक-केन्द्रित शासन की ताकत का प्रमाण है और यह आम आदमी पार्टी की सरकार की जवाबदेह, पारदर्शी और जनसहभागिता आधारित वित्तीय व्यवस्था के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि योजना का दोहरा असर है — सजग उपभोक्ताओं को पुरस्कृत करना और राज्य के कर प्रवर्तन ढांचे को मजबूत करना।