पंजाब सरकार ने उद्योग जगत को सशक्त बनाने के लिए ‘राइजिंग पंजाब - सजैशनज़ टू सॉलूशनज़’ कड़ी की शुरुआत की
चंडीगढ़, 17 अगस्त: पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के उद्योग क्रांति दृष्टिकोण के अंतर्गत ‘‘राइजिंग पंजाब - सजैशनज़ टू सॉलूशनज़’’ विषय वाले समागमों की एक विशेष कड़ी का ऐलान किया। इस पहल का नेतृत्व उद्योग और वाणिज्य-सह- निवेश परमोशन मंत्री श्री संजीव अरोड़ा कर रहे हैं। यह समागम राज्य की नयी उद्योग-अनुकूल नीतियों के बारे जागरूकता फैलाने और सरकार और उद्योग जगत के नेताओं के बीच बातचीत के लिए सीधा प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए तैयार किये गए हैं।
मुख्य क्षेत्र
कैबिनेट मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि यह समागम उद्योग और वाणिज्य विभाग, पीऐसआईईसी, और निवेश परमोशन विभाग के मुख्य सुधारों को उजागर करेंगे। भाईवालों को कलबिंग/ डी- कलबिंग नीति, प्लाट फरैगमैंटेसन नीति, रद्द किये प्लाटों की बहाली सम्बन्धी नीति (अपीलीय प्राधिकरण के द्वारा), लीजहोल्ड टू फ्रीहोल्ड नीति और बकाया के लिए एकमुश्त निपटारा (ओटीएस) स्कीम से कैसे लाभ उठाना है, इस बारे विस्तृत जानकारी दी जायेगी।
इस पहलकदमी संबंधी बोलते हुये उद्योग मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि ‘‘राइजिंग पंजाब सिर्फ़ नीतियों के बारे नहीं है - यह हमारे उद्योगों की आवाज़ बनने, उनकी ज़रूरतों को सुनने और ज़मीनी स्तर पर उनके वास्तविक समाधान ढूँढने के बारे है। हमारा उद्देश्य पंजाब को निवेशकों और उद्यमियों के लिए मौकों का केंद्र बनाना है, हम पंजाब में उद्योग क्रांति ला रहे हैं।’’
पंजाब के विकास को सशक्त बनाना
‘‘राइजिंग पंजाब’’ समागम पंजाब के औद्योगिक वातावरण प्रणाली में क्रांति लाने, कारोबारों में विस्तार, नवीनता और रोजग़ार पैदा करने के लिए सशक्त बनाने में आगामी कदम है। उन्होंने आगे कहा कि इससे पंजाब सरकार एक प्रगतिशील, निवेश- अनुकूल और विकास-आधारित अर्थव्यवस्था बनाने के अपने वायदे की पुष्टि करती है।
कैबिनेट मंत्री श्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि समागमों का शेड्यूल इस प्रकार है:-
- अमृतसर - 19 अगस्त
- जालंधर - 20 अगस्त
- लुधियाना - 21 अगस्त
- एसएएस नगर - 25 अगस्त
- बठिंडा - 27 अगस्त
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पंजाब बाढ़ सम्बन्धी किसी भी एमरजैंसी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार - डा. बलबीर सिंह
प्रभावित क्षेत्रों में समय पर डाक्टरी सहायता यकीनी बनाने के लिए 438 आर.आर.टीज़., 323 मोबाइल मैडीकल टीमें और 172 ऐंबूलैंसें उपलब्ध - स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य समस्याओं सम्बन्धी रिपोर्ट करने और सहायता लेने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 104 डायल किया जाये - डा. बलबीर सिंह
‘हर शुक्रवार डेंगू ते वार’ मुहिम के चलते पंजाब में अब तक कोई मौत नहीं हुई
लोगों को सिर्फ़ उबला या क्लोरीन वाला पानी पीने की अपील
चंडीगढ़, 17 अगस्त: कई जिलों को प्रभावित करने वाली बाढ़ जैसी स्थितियों के प्रति सक्रिय और तेज़ी से प्रतिक्रिया करते हुये पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में एक व्यापक स्वास्थ्य और एमरजैंसी प्रतिक्रिया नैटवर्क तैयार किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने ऐलान किया कि प्रभावित क्षेत्रों में समय पर डाक्टरी सहायता यकीनी बनाने के लिए 438 रैपिड रिस्पांस टीमें (आर.आर.टीज़.), 323 मोबाइल मैडीकल टीमें और 172 ऐंबूलैंसों को कार्यशील किया गया है।
पंजाब भवन में आज प्रैस कान्फ्ऱेंस को संबोधन करते हुये डा. बलबीर सिंह ने सरकार की वचनबद्धता पर ज़ोर देते हुये कहा कि हमारी प्राथमिकता हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुँचना है और यह यकीनी बनाना है कि इस संवेदनशील समय के दौरान कोई भी मरीज़ कोई भी डाक्टरी सहायता से वंचित न रहे। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब बाढ़ के कारण पैदा होने वाली किसी भी स्वास्थ्य एमरजैंसी का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
गुरदासपुर में से समय पर दखलअन्दाज़ी को उजागर करते हुये मंत्री ने बताया कि जब पानी के बढ़ते स्तर के कारण सात गाँवों का संपर्क टूट गया था, तो स्वास्थ्य विभाग ने किश्ती ऐंबूलैंसों का प्रयोग करना शुरू कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि इस तेज प्रतिक्रिया से आठ गर्भवती महिलाओं को बचाया गया, जिनमें से एक ने डाक्टरी निगरानी में सुरक्षित ढंग से अपने बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने आगे बताया कि फिऱोज़पुर के बाढ़ प्रभावित टापू कालू में भी इसी तरह के उपाय लागू किये गए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि कपूरथला और होशियारपुर में स्थापित स्वास्थ्य कैंपों के द्वारा डाक्टरी तैयारी को और मज़बूत किया गया है, जहाँ 241 मरीज़ पहले ही इलाज करवा चुके हैं। इन मामलों में दस्त, गैस्टरोऐंटराईटिस, बुख़ार, चमड़ी की एलर्जी और आँखों में संक्रमण शामिल है। उन्होंने आगे बताया कि जिलों के अस्पतालों में 2000 से अधिक बैड लगाए गए हैं और राज्य ने किसी भी संभावित महामारी से निपटने के लिए आगामी प्रबंधों को यकीनी बनाया गया है।
पानी से होने वाली बीमारियों के बारे नागरिकों को भरोसा दिलाते हुये डा. बलबीर सिंह ने कहा कि अभी तक बहुत कम मामले सामने आए हैं, परन्तु फिर भी लोगों को चौकस रहना चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि स्वास्थ्य स्टाफ, आशा और पैरीफिरल सैंटरों में क्लोरीन की गोलियाँ, ओआरएस और ज़रूरी दवाएँ उपलब्ध हैं। यदि किसी ख़ास क्षेत्र में मामलों की संख्या अधिक जाती है, तो हम तुरंत इलाज मुहैया करवाने के लिए दूसरे और तीसरे दर्जे के देखभाल अस्पतालों के साथ संपर्क किया हुआ है।
उन्होंने लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं की रिपोर्ट करने और सहायता लेने के लिए सरकार के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 104 पर काल करने के लिए कहा। उन्होंने आगे कहा कि हर व्यक्ति को सिर्फ़ उबले हुए या कलोरीनेटड पानी का प्रयोग करना चाहिए। पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए स्वास्थ्य टीमों को विनती की जानी चाहिए और बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए बासी भोजन खाने से परहेज़ करना चाहिए।
पंजाब स्वास्थ्य विभाग फिऱोज़पुर, फाजिल्का, तरन तारन, गुरदासपुर, होशियारपुर और कपूरथला समेत उच्च-जोखिम वाले क्षेत्रों में डाक्टरी और बचाव सहूलतों को यकीनी बनाने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फ़ौज, आईएमए, रैड्ड क्रास और एनजीओ के साथ नजदीकी तालमेल कर रहा है।
डा. बलबीर सिंह ने पिछले साल शुरू की गई पंजाब की चल रही मुहिम ‘हर शुक्रवार, डेंगू ते वार’ के उत्साहजनक नतीजों पर भी रौशनी डाली। मंत्री ने कहा कि हर शुक्ररवार हम पंचायतों और स्थानीय संस्थाओं की मदद से मच्छरों के प्रजनन स्थानों को सक्रियता से ख़त्म करते हैं। इस साल 17 अगस्त तक, पंजाब में डेंगू के साथ कोई मौत नहीं हुई, जबकि पिछले सालों में सालाना 35-40 मौतें होती थीं। उन्होंने आगे कहा कि डेंगू के मामले काबू में हैं और हम तीन गुणा बढ़ी हुई दर के साथ फ्यूमीगेशन, लार्वे की निगरानी और टेस्टिंग जारी रख रहे हैं।
इसी तरह दस्त के प्रभाव को भी काफ़ी हद तक काबू कर लिया गया है, इस सीजन में सिर्फ़ तीन छोटे मामले ही रिपोर्ट किये गए हैं।
डा. बलबीर सिंह ने पुष्टि की कि पंजाब भर में किसी भी सरकारी स्वास्थ्य सुविधा में दवाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी टीमें नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर समय काम कर रही हैं और हमें विश्वास है कि राज्य बाढ़ के कारण होने वाली किसी भी डाक्टरी एमरजैंसी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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नि:शुल्क शिक्षा क्रांति के तहत पंजाब के नौजवानों के सपनों को मिली नई उड़ान - स्पीकर कुलतार सिंह संधवां
राज मल्होत्रा के आईएएस स्टडी ग्रुप चंडीगढ़ में मिलेगी पंजाब इच्छुक उम्मीदवारों को पीसीएस (कार्यकारी) - 2025 प्रारंभिक परीक्षा की नि:शुल्क कोचिंग
चंडीगढ़, 17 अगस्त, 2025: हमारे गुरू साहिबान के मानववादी सिद्धांतों और उनके द्वारा दर्शाये गए मार्ग पर चलना बड़े किसमत से नसीब होता है। पंजाब विधान सभा स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि वह पीसीएस परीक्षा के इच्छुक उम्मीदवारों को नि:शुल्क शिक्षा और कोचिंग प्रदान करवाने के उद्देश्य के साथ राज मल्होत्रा द्वारा चंडीगढ़ में चलाए जा रहे ‘आईएएस स्टडी ग्रुप’ के साथ संपर्क किया और राज मल्होत्रा को इस नेक कार्य के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स. संधवां के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और उनको पेशकश की है कि वह पीसीएस (कार्यकारी) प्रारंभिक परीक्षा- 2025 ( जनरल स्टड्डीज और सीएसएटी) की तैयारी के लिए पंजाब के सभी इच्छुक उम्मीदवारों को नि:शुल्क कोचिंग प्रदान करेंगे। इस पाठ्यक्रम की अवधि 45 दिन होगी और यह संस्था अपने परिणाम-उन्मुख दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है।
स्पीकर ने कहा कि इच्छुक उम्मीदवार नि:शुल्क कोचिंग के लिए सीधे राज मल्होत्रा आईएएस स्टडी ग्रुप, चंडीगढ़ के साथ संपर्क कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के लिए, विद्यार्थी 9814711661 पर ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ लिखकर वटसऐप संदेश भेज सकते हैं-। आओ, इस महान पहलकदमी का हिस्सा बनें और अपनी किस्मत बदलें।
पंजाब विधान सभा स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने ज़ोर देकर कहा कि यह सिर्फ़ एक मौका नहीं है, बल्कि अपने सपनों को साकार करने के सफऱ की शुरूआत है। इस पहलकदमी के अंतर्गत, पंजाब के नौजवानों की सख़्त मेहनत को एक नयी दिशा मिलेगी और सफलता के नये रिकार्ड स्थापित होंगे।
स्पीकर ने बताया किया कि यह कदम पंजाब, पंजाबियत और पंजाबियों की तरक्की के लिए एक क्रांतिकारी पहल साबित होगा। अधिक से अधिक विद्यार्थियों को नि:शुल्क शिक्षा और कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से इस पहल में रजिस्टर करने वाले विद्यार्थियों की संख्या की कोई सीमा नहीं है।
उन्होंने विद्यार्थियों को इस सुनहरी मौके का फ़ायदा लेने और अपनी असीमित क्षमता को समझने की सलाह दी। संधवां ने कहा कि सफलता आपका इन्तज़ार कर रही है, बस एक कदम आगे बढ़ाएं और अपना भविष्य रौशन बनाएं।
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‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 169वें दिन पंजाब पुलिस द्वारा 286 स्थानों पर छापेमारी; 57 नशा तस्कर काबू
42 ऐफआईआरज़ दर्ज; 461 ग्राम हेरोइन और 31,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद
नशा छुड़ाने सम्बन्धी यत्नों के हिस्से के तौर पर पंजाब पुलिस ने 45 व्यक्तियों को नशा छोडऩे का इलाज लेने के लिए राज़ी किया
चंडीगढ़, 17 अगस्त: राज्य में से नशों के मुकम्मल ख़ात्मे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर शुरु किये गए ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 169वें दिन पंजाब पुलिस ने आज 286 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके उपरांत राज्य भर में 42 एफआईआरज़ दर्ज करके 57 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया गया। इसके साथ 169 दिनों में गिरफ़्तार किये गए कुल नशा तस्करों की संख्या 26,023 हो गई है।
इन छापेमारियों के नतीजे के तौर पर गिरफ़्तार किये गए नशा तस्करों के कब्ज़े में से 461 ग्राम हेरोइन, 415 नशीली गोलियां/ कैपसूल और 31,550 की ड्रग मनी बरामद की गई है।
यह आपरेशन डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 जिलों में एक ही समय चलाया गया।
जि़क्रयोग्य है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एस.एस.पीज़ को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के हुक्म दिए हैं। पंजाब सरकार द्वारा नशों के विरुद्ध जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब कमेटी भी बनाई गई है।
विशेष डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने जानकारी दी कि 59 गज़टिड अधिकारियों की निगरानी में 1000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों वाली 120 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की है। उन्होंने आगे बताया कि दिन भर चले इस आपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 335 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की है।
स्पैशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य में से नशों के ख़ात्मे के लिए तीन-आयामी रणनीति-इनफोरसमैंट, डी-एडिकशन और प्रीवैंशन (ईडीपी) - लागू की गई है और पंजाब पुलिस ने इस रणनीति के हिस्से के तौर पर 45 व्यक्तियों को नशा छोडऩे और पुनर्वास का इलाज लेने के लिए राज़ी किया है।
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पंजाब सरकार ने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम की तारीख़ 31 अगस्त तक बढ़ाई: डॉ. रवजोत सिंह
कहा, अब 31 अगस्त तक बकाया प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने पर ब्याज पेनल्टी माफ़ होगी
चंडीगढ़, 17 अगस्त: पंजाब सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स डिफॉल्टरों के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम (ओ.टी.एस.) की तारीख 31 अगस्त, 2025 तक बढ़ा दी है। इस स्कीम के तहत सरकार द्वारा कम जुर्माने के साथ बकाया टैक्स जमा करने का अवसर दिया गया है।
यह जानकारी देते हुए पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम, जो पहले 15 अगस्त तक लागू थी, को अब 31 अगस्त, 2025 तक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि अब प्रॉपर्टी मालिकों को 31 अगस्त तक बकाया प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने पर ब्याज पेनल्टी से छूट मिलेगी।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि यह स्कीम सभी अनअदा और आंशिक रूप से अदा किए गए प्रॉपर्टी टैक्स पर लागू होती है। प्रॉपर्टी मालिक भुगतान की समय सीमा के आधार पर ब्याज और जुर्माने में राहत के साथ अपना बकाया टैक्स चुका सकते हैं।
स्थानीय निकाय मंत्री ने आगे कहा कि ओ.टी.एस. स्कीम की शुरुआत 15 मई से 15 अगस्त, 2025 तक की अवधि के लिए की गई थी, जिसे अब 31 अगस्त, 2025 तक बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त, 2025 के बाद बकाया प्रॉपर्टी टैक्स पर 50 फ़ीसदी जुर्माना लगाया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रॉपर्टी मालिक बिना पूरा जुर्माना और ब्याज चुकाए अपने बकाया टैक्स का निपटारा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस स्कीम का उद्देश्य प्रॉपर्टी मालिकों को बकाया चुकाने और अतिरिक्त दंड से बचाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
भुगतान प्रक्रिया संबंधी जानकारी देते हुए डॉ. रवजोत सिंह ने बताया कि प्रॉपर्टी मालिक रूस्द्ग1ड्ड पोर्टल (द्वह्यद्ग1ड्ड.द्यद्दश्चह्वठ्ठद्भड्डड्ढ.द्दश1.द्बठ्ठ) के माध्यम से अपना टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकते हैं या अपने नगर निगम कार्यालय जाकर भी भुगतान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सभी प्रॉपर्टी मालिकों के लिए अपना प्रॉपर्टी टैक्स रिटर्न भरना अनिवार्य है।
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आर.आई.एम.सी देहरादून में जुलाई 2026 टर्म हेतु प्रवेश खुले; 15 अक्तूबर 2025 तक कर सकते हैं आवेदन
प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा 7 दिसंबर को चंडीगढ़ में आयोजित होगी
चंडीगढ़, 17 अगस्त: डायरेक्टरेट ऑफ डिफेंस सर्विसेज वेलफेयर, पंजाब के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आर आई एम सी), देहरादून में जुलाई 2026 टर्म हेतु प्रवेश के लिए लिखित प्रवेश परीक्षा 7 दिसंबर, 2025 (रविवार) को लाला लाजपत राय भवन, सेक्टर-15, चंडीगढ़ में आयोजित की जाएगी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि प्रॉस्पेक्टस-कम-आवेदन पत्र आधिकारिक वेबसाइट 222.ह्म्द्बद्वष्.द्दश1.द्बठ्ठ से ऑनलाइन भुगतान द्वारा प्राप्त किया जा सकता है या कमांडेंट आर आई एम सी फंड के नाम पर डिमांड ड्राफ्ट संलग्न कर लिखित अनुरोध भेजकर भी हासिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से भरे हुए आवेदन पत्र 15 अक्तूबर, 2025 या उससे पहले डायरेक्टरेट ऑफ डिफेंस सर्विसेज वेलफेयर, पंजाब, सैनिेक भवन, सेक्टर-21डी चंडीगढ़ में पहुंच जाने चाहिए। इसके बाद प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि अधिक जानकारी और आवेदन संबंधी विवरण के लिए उम्मीदवार निम्नलिखित आधिकारिक वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
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बरिन्दर कुमार गोयल ने प्रभावित ज़िलों में बाढ़ की स्थिति का लिया जायज़ा, डिप्टी कमिश्नरों के साथ की बातचीत
जल स्रोत मंत्री द्वारा जि़ला प्रशासनों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश
डिप्टी कमिश्नरों को प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत कैंप स्थापित करने के हुक्म
बच्चों, बुज़ुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए प्राथमिकता के आधार पर डाक्टरी सहायता मुहैया करवाने के लिए कहा
पशुओं के लिए अलग इंतज़ामों के अंतर्गत चारा और वैटरनरी सहूलतें यकीनी बनाने के हुक्म
तरन तारन और फिऱोज़पुर जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को हरीके हैड्डवर्कस की चौबीस घंटे निगरानी के आदेश
चंडीगढ़, 17 अगस्त: पिछले कई दिनों से पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के कारण पंजाब के डैमों में पानी का स्तर बढऩे के मद्देनजऱ पंजाब के जल स्रोत मंत्री श्री बरिन्दर कुमार गोयल ने आज प्रभावित जिलों में स्थिति का विस्तृत जायज़ा लेने के लिए सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नरों के साथ टैलिफ़ोन पर बातचीत की। कैबिनेट मंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए तुरंत राहत प्रबंध करने के सख़्त हुक्म दिए।
यहाँ पंजाब भवन में प्रैस कान्फ्ऱेंस के दौरान श्री बरिन्दर कुमार गोयल ने बताया कि कपूरथला, होशियारपुर, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिऱोज़पुर आदि जिलों में से गुजऱते दरियाओं के बाँधों के अंदरूनी तरफ़ वाले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं क्योंकि दरियाओं में पानी का स्तर बढ़ रहा है और बाढ़ वाले क्षेत्रों में किसानों द्वारा बनाये गए अस्थाई बाँधों में दरारेें आ गयी हैं।
उन्होंने बताया कि कपूरथला, फिऱोज़पुर और फाजिल्का ज़िलों का करीब 14,200 एकड़ क्षेत्र बाढ़ के पानी से प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि इसमें से जि़ला कपूरथला के क्षेत्र में जनसंख्या प्रभावित हुई है जबकि फाजिल्का और फिऱोज़पुर का प्रभावित क्षेत्र कृषि अधीन है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और जि़ला प्रशासन लोगों की हर संभव सहायता के लिए मौजूद है।
विभाग अमले के निगरानी प्रबंधन के बारे में बात करते हुये कैबिनेट मंत्री ने बताया कि फील्ड में 4 सुपरिटेंडिंग इंजीनियर (एस.इज), 10 ऐक्सियन, 20 एस.डी.ओज़ और 200 फील्ड स्टाफ (समेत जे.इज़) निरंतर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि समूचे संवेदनशील क्षेत्र को सैक्टरों में बांटा गया है ताकि तुरंत कार्यवाही अमल में लाई जा सके।
श्री बरिन्दर कुमार गोयल ने डिप्टी कमिश्नरों को प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत कैंप स्थापित करने के निर्देश दिए जिससे बेघर हुए लोगों को आश्रय, भोजन और डाक्टरी सहूलतें दीं जा सकें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बनाऐ बाँध सुरक्षित हैं और इन बाँधों से पानी का कोई ओवरफ्लो नहीं हुआ है। इन बाँधों पर रोस्टर-आधारित मज़बूत टीमों द्वारा 24 घंटे सख़्त निगरानी की जा रही है।
कैबिनेट मंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को पशुओं की सुरक्षा और तंदुरुस्ती के लिए विशेष इंतज़ाम करने के निर्देश दिए, जिसमें अलग शेल्टर बनाना, चारा और पीने वाले पानी की सप्लाई को यकीनी बनाना और प्रभावित क्षेत्रों में वैटरनरी टीमों की तैनाती करना शामिल है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि बच्चों, बुज़ुर्गों और गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर डाक्टरी सहायता मुहैया करवाई जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि पानी से होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए साफ़ पीने वाले पानी, मोबाइल स्वास्थ्य यूनिटों और ज़रूरी दवाओं की निर्विघ्न स्पलाई का प्रबंध यकीनी बनाया जाये।
कैबिनेट मंत्री ने तरन तारन और फिऱोज़पुर के डिप्टी कमिश्नरों को भी हिदायत की कि ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण सतलुज और ब्यास दरियाओं में पानी के बढ़े बहाव के मद्देनजऱ वह निजी तौर पर हरीके हैड्डवर्कस की 24 घंटे निगरानी करें।
पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुये श्री बरिन्दर कुमार गोयल ने भरोसा दिया कि पंजाब के लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय किये जा रहे हैं और स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री के साथ चीफ़ इंजीनियर (ड्रेनेज़) श्री हरदीप सिंह मैंदीरत्ता और चीफ़ इंजीनियर (नहरें) श्री शेर सिंह भी मौजूद थे।