दक्षिण भारत में आज मौसम ने गम्भीर रूप धारण कर लिया है। खासकर केरल राज्य में लगातार हो रही तेज़ बारिश ने पहाड़ी-इलाकों और नदियों के किनारे बसे इलाकों में खतरे के स्ंकेत दे दिए हैं। वहीं तमिलनाडु में अगले चार दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे आम जन-जीवन तथा यात्रा-योजना प्रभावित होने की संभावना है।
केरल में स्थिति
मौसम विज्ञान विभाग भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने केरल के 6 जिलों — एर्नाकुलम (Ernakulam), इडुकी (Idukki), मलप्पुरम (Malappuram), कोझीकोड (Kozhikode), कन्नूर (Kannur) और कासरगोड (Kasaragod) — में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, यानी 24 घंटे में 11-20 सेमी तक की बारिश हो सकती है।
अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी हुआ है जिनमें भारी बारिश (6-11 सेमी) की संभावना है।
हादसे पहले ही शुरू हो चुके हैं: इडुकी जिले के उच्च भुजाओं-वाले इलाकों में घरों में पानी प्रवेश और नदी किनारे खतरा बना हुआ है।
डैम और नदी-जलस्तर में वृद्धि के कारण थोड़ी घबराहट का माहौल है। विशेष रूप से मुल्लापेरियार बाँध (Mullaperiyar Dam) की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।
समाचारों के अनुसार, इस मौसम-सक्रियता की वजह एक निम्न-दबाव क्षेत्र है जो दक्षिण-पूर्व अरब सागर एवं लाक्षद्वीप क्षेत्र के पास बना है, जिससे बारिश और तूफानी हवाओं का अंदेशा है।
तमिलनाडु में बारिश का दौर
तमिलनाडु में भी स्थिति गंभीर है। IMD ने राज्य में अगले 4 से 5 दिनों तक भारी तथा बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
22 अक्तूबर को विशेष रूप से उत्तर तटवर्ती जिलों जैसे चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, विल्लुपुरम आदि में रेड अलर्ट दिया गया है, जहां बहुत भारी बारिश (20 सेमी से ऊपर) की संभावना है।
निम्न-दबाव क्षेत्र के सक्रिय होने से तमिलनाडु के दक्षिणी एवं तटीय भागों में नॉर्थ ईस्ट मॉनसून की शुरुआत हो रही है, जिससे मूसलाधार वर्षा, तूफानी हवाएं और समुंद्री लहरों में वृद्धि की चेतावनी है।
क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
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समुद्र एवं तटवर्ती क्षेत्रों में मछुआरों को आज से समुद्र में नहीं उतरने की चेतावनी है।
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नदी-किनारे, बाँध के नीचे और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने एवं आवश्यक होने पर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का निर्देश है।
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यात्राओं, विशेषकर पर्वतीय या नदियों/जलप्रवाहों के पास करने से बचें; सड़कों पर जलभराव, मलबा तथा अचानक उफनाव का खतरा है।
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वाहन चलाते समय, विशेषकर रात में, तेज हवाओं, कम दृश्यता, अचानक बहने वाले पानी के चलते अधिक सावधानी बरतें।
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स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन विभाग (DDMA) द्वारा जारी निर्देशों को तुरंत अपनाएँ।
यह मौसम प्रणाली अगले कुछ दिनों तक सक्रिय रहने की संभावना है — केरल में 22 अक्तूबर तक तथा तमिलनाडु-तटवर्ती इलाकों में 22-24 अक्तूबर तक भी असर जारी रह सकता है।