अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद की है। ट्रंप ने रविवार को अपने एक सार्वजनिक संबोधन में कहा कि “अब दोनों देश वहीं रुक जाएं जहां हैं” और तत्काल युद्धविराम पर सहमति बनाएं। उन्होंने कहा कि अगर दोनों पक्ष इस समय संघर्ष विराम पर राज़ी हो जाएं, तो दुनिया एक बड़े परमाणु संकट से बच सकती है।
ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध न केवल यूरोप की शांति के लिए खतरा बन गया है, बल्कि पूरी मानवता के लिए भी विनाशकारी साबित हो रहा है। उन्होंने जोड़ा कि अब तक लाखों लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं, हजारों सैनिक और नागरिक मारे गए हैं, और पूरी दुनिया ऊर्जा संकट और खाद्य महंगाई की मार झेल रही है।
पूर्व राष्ट्रपति ने जो बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि “अमेरिका की मौजूदा नीतियों ने युद्ध को खत्म करने के बजाय उसे और लंबा खींच दिया है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर वे राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध “24 घंटे में खत्म” हो सकता था।
ट्रंप ने कहा कि अब समय है जब दोनों देशों को कूटनीति का रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से आग्रह किया कि वे अपनी सीमाओं को लेकर किसी स्थायी समाधान की दिशा में बातचीत शुरू करें। उन्होंने सुझाव दिया कि “जहां तक दोनों की सेनाएं पहुंच चुकी हैं, वहीं से सीमाएं तय की जाएं” ताकि और जानें न जाएं।
हालांकि ट्रंप के इस बयान पर कई पश्चिमी देशों ने आलोचना की है। विशेषज्ञों का कहना है कि “जहां से युद्ध रुकेगा, वहीं से सीमा तय करने” का विचार यूक्रेन के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है, क्योंकि रूस फिलहाल उसके कई पूर्वी हिस्सों पर कब्जा कर चुका है। दूसरी ओर, रूसी मीडिया ने ट्रंप के बयान को “शांतिपूर्ण और व्यावहारिक दृष्टिकोण” बताया है।
ट्रंप ने कहा कि “दुनिया को अब एक और वर्ल्ड वॉर की जरूरत नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि अब समय है कि राष्ट्र अपनी सीमाओं की बजाय मानवता के भविष्य पर विचार करें। उनके इस बयान को 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है, जहां वे एक बार फिर रिपब्लिकन पार्टी की ओर से प्रमुख दावेदार हैं।