राजस्थान के जोधपुर जिले में सोमवार तड़के हुए एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। बालेसर थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-125 पर एक तेज रफ्तार बस सामने से आ रहे ट्रेलर में जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, हादसा देर रात करीब 3:15 बजे हुआ, जब जोधपुर से जैसलमेर जा रही यात्री बस बालेसर के पास विपरीत दिशा से आ रहे ट्रेलर में भिड़ गई। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि बस में बैठे कई यात्री मौके पर ही दम तोड़ बैठे। हादसे के बाद चीख-पुकार से पूरा इलाका गूंज उठा।
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ और स्थानीय बचाव दल ने मिलकर गैस कटर की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। घायलों को तुरंत एम्स जोधपुर और अन्य नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां कई की हालत नाजुक बनी हुई है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को मुफ्त उपचार और विशेष चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश भी जारी किए हैं कि आखिर यह हादसा किस कारण से हुआ — चालक की लापरवाही, तेज रफ्तार या ट्रेलर की गलत पार्किंग।
पुलिस जांच में प्राथमिक रूप से पता चला है कि बस की रफ्तार काफी तेज थी और चालक को झपकी आने की आशंका है। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सड़क पर अचानक ट्रेलर के आ जाने से बस चालक के पास ब्रेक लगाने का मौका नहीं मिला।
इस दर्दनाक हादसे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई घंटे तक यातायात बाधित रहा। प्रशासन ने राहत कार्यों के बाद मलबा हटाकर सड़क को सामान्य किया।
यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि राजस्थान और देशभर में सड़क सुरक्षा मानकों को लेकर कितनी गंभीरता से पालन किया जा रहा है।