बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग आज सुबह 7 बजे से शुरू हो गई है। 121 सीटों पर मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चयन कर रहे हैं। मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। इस चरण में कई राजनीतिक दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है, जिससे माहौल बेहद रोमांचक हो गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में लगभग 2.15 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें करीब एक करोड़ से अधिक महिलाएं और तीस हजार से ज्यादा युवा मतदाता पहली बार मतदान कर रहे हैं। आयोग ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं और मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है।
पहले चरण में पटना, गया, भोजपुर, औरंगाबाद, कैमूर, नालंदा, नवादा और जमुई जैसे राजनीतिक रूप से अहम जिलों की सीटें शामिल हैं। इन क्षेत्रों में राजद, जदयू, बीजेपी, कांग्रेस और वाम दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। कई सीटों पर त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय संघर्ष की स्थिति बनी हुई है।
मुख्य मुकाबला महागठबंधन और एनडीए के बीच माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और राजद नेता तेजस्वी यादव के लिए यह चरण बेहद अहम है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस चरण का परिणाम आगे के चरणों की दिशा तय कर सकता है।
वहीं, मतदाताओं में इस बार महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और शिक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख हैं। युवाओं में रोजगार को लेकर नाराजगी देखी जा रही है, जबकि महिला मतदाता सुरक्षा और सामाजिक कल्याण योजनाओं को लेकर खासे सजग नजर आ रहे हैं।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और मतदान अवश्य करें। राज्य सरकार ने मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी बूथों पर बेसिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा किया है।
पहले चरण का मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा और परिणामों का राजनीतिक असर पूरे बिहार में महसूस किया जाएगा। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कौन इस चुनावी रण में बाजी मारता है और कौन रह जाता है पीछे।