हरियाणा के फरीदाबाद में मंगलवार को पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के ठिकानों से असॉल्ट राइफल, भारी मात्रा में विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट (करीब 2900 किलो) और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इस खुलासे ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। जांच एजेंसियाँ अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री इन डॉक्टरों के पास कैसे पहुँची।
🔸 छापेमारी में मिला विस्फोटक और हथियार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट और एंटी-टेरर सेल की संयुक्त टीम ने की। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद फरीदाबाद के सेक्टर 75 और बल्लभगढ़ इलाके में एक साथ छापेमारी की गई। तलाशी के दौरान एक घर से असॉल्ट राइफल, तीन पिस्तौल, कारतूसों का जखीरा और 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट के थैले मिले। मौके से कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है।
🔸 संदिग्ध गतिविधियों का था सुराग
जांच अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से इन डॉक्टरों की गतिविधियाँ संदिग्ध लग रही थीं। वे अक्सर अज्ञात व्यक्तियों से मुलाकात करते थे और देर रात तक लैब में प्रयोगों का दावा करते थे। पुलिस को संदेह है कि यह अमोनियम नाइट्रेट किसी अवैध विस्फोटक निर्माण या आतंकी गतिविधि से जुड़ा हो सकता है। फिलहाल, दोनों डॉक्टरों से पूछताछ जारी है और उनके संपर्कों की तहकीकात की जा रही है।
🔸 राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ भी अलर्ट
घटना की गंभीरता को देखते हुए NIA और IB ने भी मामले में हस्तक्षेप किया है। विस्फोटक सामग्री की जांच विशेषज्ञ टीम कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसे कहां और किस उद्देश्य से उपयोग किया जाना था। पुलिस ने आसपास के गोदामों और फार्महाउसों की तलाशी बढ़ा दी है, जिससे किसी अन्य ठिकाने पर भी ऐसी सामग्री की मौजूदगी की पुष्टि हो सके।
🔸 प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा
फरीदाबाद प्रशासन ने पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस का कहना है कि यह मामला “साइंटिफिक रिसर्च के बहाने आतंकी नेटवर्क” से जुड़ा हो सकता है। जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।
यह बरामदगी हरियाणा में सुरक्षा तंत्र के लिए चेतावनी है कि आतंकी तत्व अब शिक्षित वर्ग तक भी अपनी जड़ें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। एजेंसियाँ किसी बड़ी साजिश की संभावना से इनकार नहीं कर रही हैं।