देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज अचानक बदलने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि 10 से 13 नवंबर के बीच भारी बारिश और ठंडी हवाओं का दौर रहेगा। विशेषकर झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 48 घंटों के भीतर शीत लहर के असर की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र लगातार सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण पूर्वी भारत के कई राज्यों में तेज हवाओं और गर्जन-चमक के साथ बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है। झारखंड के उत्तरी जिलों—धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा और हजारीबाग—में अगले दो दिनों तक भारी से अति भारी वर्षा के आसार हैं।
बिहार के दक्षिणी इलाकों में बारिश के साथ ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में समुद्र तटीय क्षेत्रों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव उत्तर-पूर्वी मानसून की सक्रियता का परिणाम है। दक्षिण भारत के राज्यों—तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश—में भी अगले 72 घंटों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। इससे एक ओर जहां ठंड बढ़ने के संकेत हैं, वहीं किसानों के लिए फसल कटाई और परिवहन में दिक्कतें आ सकती हैं।
मौसम विभाग ने राज्यों के प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने की सलाह दी है। निचले इलाकों में जलभराव, बिजली आपूर्ति में बाधा और पेड़ गिरने की घटनाओं की संभावना को देखते हुए राहत दलों को सतर्क किया गया है।
लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, बारिश के दौरान घरों में रहें और बिजली के खंभों या पेड़ों के नीचे शरण न लें।