देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइन इंडिगो पर मंडराते संकट के बीच डीजीसीए ने कंपनी को एक बार फिर 24 घंटे का अतिरिक्त समय दे दिया है। विमानन नियामक ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि निर्धारित अवधि के भीतर संतोषजनक जवाब न मिलने पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह नोटिस ऐसे समय में भेजा गया है जब पिछले कई दिनों से उड़ानों में बड़े पैमाने पर देरी, कैंसिलेशन और क्रू की अनुपलब्धता को लेकर यात्रियों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
डीजीसीए की ओर से बताया गया कि इंडिगो से पहले भी विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिसके बाद एयरलाइन ने कुछ प्रारंभिक जानकारी भेजी थी। लेकिन नियामक के अनुसार यह जवाब अधूरा और अस्पष्ट है। इस कारण डीजीसीए ने एयरलाइन को दोबारा अंतिम नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे की नई समय-सीमा तय की है। सूत्रों के मुताबिक, नियामक यह जानना चाहता है कि बड़े पैमाने पर देरी और रद्द उड़ानों के पीछे परिचालन संबंधी क्या कारण हैं, और इन बाधाओं को दूर करने के लिए एयरलाइन ने क्या कदम उठाए हैं।
पिछले हफ्ते से इंडिगो का परिचालन लगातार प्रभावित हो रहा है। कई प्रमुख रूटों पर फ्लाइट्स घंटों लेट चल रही हैं, जबकि कुछ सेक्टरों में उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं। एयरलाइन ने आधिकारिक बयान में इसे “अचानक स्टाफ की कमी” और “ऑपरेशनल चुनौतियों” का परिणाम बताया है। हालांकि, यात्रियों का आरोप है कि न तो समय रहते जानकारी दी जा रही है और न ही वैकल्पिक व्यवस्था।
उधर, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी स्थिति पर करीबी निगरानी रखी हुई है। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए नियामक किसी भी चूक पर सख्त कदम उठाने को बाध्य है। यदि इंडिगो का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो DGCA ऊर्जा ऑडिट, स्लॉट रिव्यू, पेनल्टी या अस्थायी प्रतिबंध जैसे विकल्पों पर विचार कर सकता है।
उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला केवल एक एयरलाइन की परिचालन समस्या भर नहीं है, बल्कि देश की संपूर्ण उड्डयन व्यवस्था से जुड़े व्यापक सवालों को भी सामने लाता है—जैसे कार्यबल प्रबंधन, पायलट उपलब्धता, मेंटेनेंस शेड्यूलिंग और नियामकीय अनुपालन।
अब सबकी निगाहें उस विस्तृत जवाब पर टिकी हैं, जिसे इंडिगो को अगले 24 घंटों में जमा करना है। यदि एयरलाइन प्रभावी और व्यापक समाधान प्रस्तुत करती है तो संकट टल सकता है, अन्यथा देश की सबसे बड़ी एयरलाइन के लिए आने वाले दिन और मुश्किल हो सकते हैं।