प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े एक बड़े मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटरों युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा की कुछ संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई है और इसे देश में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी नेटवर्क के खिलाफ अब तक की अहम कार्रवाइयों में से एक माना जा रहा है।
जांच एजेंसी के अनुसार, यह मामला कई ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स से जुड़ा है, जिन पर क्रिकेट सहित विभिन्न खेलों पर अवैध रूप से दांव लगाए जाते थे। ईडी की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन प्लेटफॉर्म्स के प्रचार और ब्रांडिंग से जुड़े कुछ लेन-देन संदिग्ध थे। एजेंसी का दावा है कि इसी कड़ी में दोनों पूर्व क्रिकेटरों के नाम सामने आए, जिनके साथ जुड़े कुछ वित्तीय लाभों की जांच की जा रही है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, जब्त की गई संपत्तियों में बैंक बैलेंस, निवेश और कुछ चल-अचल संपत्तियां शामिल हैं। एजेंसी का कहना है कि यह जब्ती अंतिम नहीं है, बल्कि जांच पूरी होने तक अस्थायी रूप से की गई है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस कदम का उद्देश्य अवैध गतिविधियों से जुड़े कथित धन के प्रवाह को रोकना और साक्ष्यों को सुरक्षित रखना है।
इस कार्रवाई के बाद खेल जगत और राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा दोनों ही देश के प्रतिष्ठित क्रिकेटरों में गिने जाते हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए अहम योगदान दिया है। ऐसे में उनके नाम का इस तरह के मामले में सामने आना कई सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और अदालत में आरोप साबित नहीं होते, तब तक किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
ईडी का यह कदम सरकार की उस नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत ऑनलाइन सट्टेबाजी और इससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क पर शिकंजा कसने की कोशिशें तेज की गई हैं। हाल के वर्षों में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए सट्टेबाजी के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है, जिससे न केवल आर्थिक अपराध बढ़े हैं, बल्कि युवाओं पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ा है।
फिलहाल ईडी की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। एजेंसी ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में अन्य बड़े नामों और कंपनियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, जिससे यह मामला और व्यापक रूप ले सकता है।