संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मौसम ने अचानक ऐसा करवट ली कि रेगिस्तानी देश में रहने वाले लोग भी हैरान रह गए। दुबई और अबू धाबी समेत कई शहरों में तेज बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। आमतौर पर शुष्क और गर्म रहने वाले इस क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया, निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
दुबई में कई प्रमुख सड़कों और अंडरपास में जलभराव देखने को मिला। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कारें पानी में फंसी नजर आईं और कुछ इलाकों में लोगों को घरों से बाहर निकलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अबू धाबी में भी हालात कुछ ऐसे ही रहे, जहां तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने जनसुविधाओं को प्रभावित किया। कई उड़ानों में देरी हुई और कुछ स्कूलों ने एहतियातन ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प अपनाया।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस असामान्य बारिश के पीछे कई मौसमीय कारण हो सकते हैं। पश्चिम एशिया में सक्रिय हुए निम्न दबाव के क्षेत्र और अरब सागर से उठी नमी ने वातावरण में अस्थिरता पैदा की। इसके अलावा, तापमान में अचानक बदलाव और तेज हवाओं के टकराव ने बादलों को तेजी से विकसित होने में मदद की, जिससे कम समय में भारी वर्षा हुई। जलवायु वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन भी ऐसी चरम मौसम घटनाओं की आवृत्ति बढ़ाने में भूमिका निभा रहा है।
UAE सरकार और स्थानीय प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए आपात सेवाओं को अलर्ट पर रखा। जल निकासी प्रणालियों को सक्रिय किया गया और प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज किए गए। प्रशासन ने नागरिकों से अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम संबंधी चेतावनियों का पालन करने की अपील की। हालांकि, दुबई जैसे आधुनिक शहरों में भी इतनी तेज बारिश ने बुनियादी ढांचे की सीमाओं को उजागर कर दिया।
रेगिस्तानी देशों में आमतौर पर कम बारिश होती है, लेकिन जब होती है तो कम समय में अत्यधिक मात्रा में होती है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में ऐसे मौसमीय उतार-चढ़ाव और बढ़ सकते हैं। ऐसे में UAE जैसे देशों के लिए जल निकासी व्यवस्था को और मजबूत करना और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को समय के साथ अपडेट करना जरूरी हो गया है। अचानक बदले इस मौसम ने यह साफ कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन का असर अब केवल पारंपरिक मानसूनी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि रेगिस्तान भी इसकी चपेट में आने लगे हैं।