चंडीगढ़/पटियाला, 17 मार्च
पंजाब के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने नशा विरोधी अभियान 'युद्ध नशों विरुद्ध' को सफल बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन के प्रमुख प्रतिनिधियों—काउंसलर, सरपंच और नंबरदारों से अपील की है कि वे राजनीतिक और व्यक्तिगत संबंधों से ऊपर उठकर नशा तस्करों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्थानीय नेतृत्व की भूमिका इस लड़ाई में बेहद अहम है और किसी भी सूरत में नशा तस्करों को समर्थन नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे युवाओं को बर्बादी के रास्ते पर धकेल रहे हैं।
पटियाला में सिविल और पुलिस प्रशासन के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अमन अरोड़ा ने बताया कि वह कपूरथला और श्री अमृतसर साहिब सहित अन्य जिलों में भी इस अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'युद्ध नशों विरुद्ध' अब केवल सरकारी पहल नहीं बल्कि एक जन आंदोलन बन चुका है। जनता के सहयोग से पिछले 16 दिनों में बड़ी संख्या में नशा तस्करों की गिरफ्तारी हुई है और भारी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने नशे के खात्मे के लिए दोहरी रणनीति अपनाई है—एक तरफ नशे की आपूर्ति श्रृंखला को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं, तो दूसरी ओर नशा पीड़ितों के पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत, नशा छोड़ने वालों को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए अमन अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि नशे के अवैध कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर हो या किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हो। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल-भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में नशा तस्करी को राजनीतिक संरक्षण मिला, जिससे पंजाब के युवाओं को भारी नुकसान हुआ। आम आदमी पार्टी की सरकार बीते तीन वर्षों से इस गठजोड़ को खत्म करने के लिए लगातार काम कर रही है और अब इस काले अध्याय का अंत तय है।
बैठक के दौरान पटियाला की उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव ने बताया कि 'युद्ध नशों विरुद्ध' अभियान शुरू होने के बाद ओट क्लीनिकों में उपचार के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में 25% की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन नियमित रूप से नशामुक्ति केंद्रों और ओट क्लीनिकों की निगरानी कर रहा है, ताकि नशे के आदी लोगों को सही उपचार मिल सके।
इस बीच, एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने जानकारी दी कि बीते 16 दिनों में पुलिस ने 28 'कासो ऑपरेशन' (नशा विरोधी विशेष अभियान) चलाए हैं, जिनमें 85 लोगों को गिरफ्तार कर 60 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इस दौरान बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं।
इस समीक्षा बैठक में पटियाला के विधायक अजीतपाल सिंह कोहली, समाना के विधायक चेतन सिंह जौड़ामाजरा, सनौर के विधायक हरमीत सिंह पठाणमाजरा, हलका घनौर के विधायक गुरलाल घनौर, राजपुरा की विधायक नीना मित्तल, नाभा के विधायक गुरदेव सिंह देव मान, हलका शुतराणा के विधायक कुलवंत सिंह, पीआरटीसी के चेयरमैन रणजोध सिंह हडाना, मेयर कुंदन गोगिया, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मेघ चंद शेरमाजरा, जिला योजना समिति के चेयरमैन जस्सी सोहिया वाला सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।