राजनीतिक गलियारों में तब हलचल मच गई जब कांग्रेस के एक कार्यक्रम के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने के आरोप में रिज़वी उर्फ राजा नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है और सियासी बयानबाज़ी भी तेज हो गई है।
पुलिस के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान रिज़वी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। मामला सामने आते ही पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया और धारा 153A, 295A समेत कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद देर रात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सिर्फ प्रधानमंत्री का ही नहीं बल्कि देश की गरिमा का भी अपमान है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस से माफी की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मंच देना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
वहीं कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से सफाई देते हुए कहा कि पार्टी का इस तरह की भाषा से कोई संबंध नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने स्पष्ट किया कि रिज़वी के बयान व्यक्तिगत थे और कांग्रेस पार्टी अभद्र भाषा का समर्थन नहीं करती। हालांकि भाजपा इस मुद्दे को लेकर आक्रामक रुख बनाए हुए है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि चुनावी माहौल में इस तरह की घटनाएं राजनीतिक ध्रुवीकरण को और तेज कर देती हैं। सोशल मीडिया पर भी इस गिरफ्तारी को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं, तो कुछ इसे अनुशासन और लोकतांत्रिक शिष्टाचार बनाए रखने के लिए जरूरी कदम मान रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि बयान सुनियोजित था या भावनाओं में दिया गया। फिलहाल आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है और आने वाले दिनों में इसे लेकर सियासत और तेज़ होने की संभावना है।